रोहतक में मर्डर : पिता की हत्या में गवाह बेटे को मारी गोली, 4 दिन बाद पीजीआई में मौत

रोहतक। गांव रिटौली में गोली लगने से घायल सीएचसी संचालक दलबीर की चार दिन बाद पीजीआई में मौत हो गई। युवक अपने पिता की हत्या के मामले में गवाह था। अभी उसकी कोर्ट में गवाही नहीं हुई थी।घटना से गुस्साए ग्रामीण शनिवार को एसपी उदय सिंह मीना से मिलने सचिवालय पहुंंचे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते आरोपित गिरफ्तार नहीं किए गए तो वह जाम लगाएंगे। एसपी ने उपयुक्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। युवक की हत्या से एक बार फिर से गांव में तनाव बढ़ गया है।
मामले के अनुसार, पुलिस को दी शिकायत में दलबीर निवासी रिटौली ने बताया कि उसने गांव में ही सीएससी सैंटर बनाया हुआ है। वह दो भाई और दो बहनें हैं। दोनों भाई अविवाहित हैं। 14 नवम्बर की रात को वह खाना खाकर चौबारे में सो गया था। मां वा छोटा भाई नीचे सो गए थे। इसके बाद रात को किसी ने उसके बाए कान के पास किसी हथियार से वार कर दिया। जिससे उसे ज्यादा चोट लग गई और वह बेसुध हो गया। आशंका है कि उसे किसी ने गोली मारी थी। सुबह उसका भाई विनोद चोबारे में आया तो उसे घायल अवस्था में देखा। इसके बाद उसे पीजीआई भर्ती कराया गया। जहां से उसे शुक्रवार को छुट्टी दे दी गई थी लेकिन उसकी रात करीब नौ बजे मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। विसरा जांच के लिए भेजा जाएगा। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसे गोली लगी थी या किसी लाठी डंडे से चोट मारकर घायल किया गया था। दलबीर की मौत की खबर सुनने के बाद सतगामा प्रधान श्रीपाल बालंद, फुलकुंवार, परशराम नंबरदार, सुढ़ाना सरपंच दलेल ढाका सहित अन्य ग्रामीण एसपी ऑफिस पहुंचे। जहां एसपी उदय सिंह मीना के सामने अपनी मांगें रखी। ग्रामीणाों ने साफ कहा कि अगर मामले में आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह जाम लगाने से भी नहीं हटेंगे। उन्होंने गांव में सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग रखी। उन्होंने कहा कि गांव में तैनात पुलिस किसी की चैकिंग नहीं करती। गांव में लगातार हत्या की वारदातें हो रही हैं। गैंगवार पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। एसपी ने उपयुक्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
डॉक्टरों पर सवाल
परिजनों का कहना है कि दलबीर की हालत ज्यादा खराब थी। उसका सही ढंग से उपचार नहीं किया गया। उसे दोपहर को ही घर जाने के लिए कह दिया गया, लेकिन रात नौ बजे उसकी मौत हो गई। अगर उसकी हालत इतनी ज्यादा खराब थी तो उसे घर ले जाने के लिए क्यों कहा गया।
दो मार्च 2022 में पिता की हुई थी हत्या
गांव में दो पक्षों में खूनी खेल चल रहा है। दो मार्च को गांव का रोहित गांव में ही दलबीर के सीएससी सेंटर पर रुपये जमा कराने के लिए आया था। इसी दौरान दूसरे पक्ष के कई युवक बाइक पर सवार होकर पहुंचे। आरोपितों ने वहां पर बैठे रोहित पर गाेलियां चला दी। गोली मारने के बाद आरोपित वहां से भागने लगे। शोर सुनकर दलबीर के 60 वर्षीय पिता राजेंद्र ने सामने से आकर आरोपितों को पकड़ने का प्रयास किया। इस दौरान राजेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोहरे हत्याकांड से गांव में रंजिश और बढ़ गई थी।
7 मार्च को बस मालिक की गोली मारकर हत्या
हंसराज शराब ठेकेेदार के साथ-साथ बस मालिक था। वह बस को दूबलधन वाया रिटौली-रोहतक रूट पर चलाता था। सात मार्च की सुबह करीब छह बजे वह पहला चक्कर खुद चलाते हुए बस लेकर निकला। वह घर से चंद कदमों की दूरी पर ही गया था कि कई हमलावरों ने बस में चढ़कर फायरिंग कर दी। हंसराज को कई गोलियां मारकर आरोपित फरार हो गए थे। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
गांव में तनाव, खोलनी पड़ी थी चौकी
गांव में दो पक्षों में काफी तनाव चल रहा है। इसकी वजह से कई बार झगड़े और तीन लोगाें की हत्या हो चुकी हैं। खाप पंचायतों ने कई दिन तक गांव में दोनों पक्षों से मिलकर शांति बनाने की अपील की थी। इस दौरान तनाव को देखते हुए रोहतक एसपी ने गांव में पुलिस चौैकी बना दी थी और स्पेशल नाकाबंदी भी करवाई थी। अब दलबीर की मौत के बाद फिर से तनाव देखने को मिल रहा है।
हिमांशु चल रहा है फरार
हंसराज हत्याकांड में हिमांशु उर्फ भाऊ का नाम सामने आया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। हाल ही में पुलिस को पता चला कि वह अलग पते पर पासपोर्ट बनवा कर विदेश भाग गया है। इस बात की जानकारी मिलने पर थाना शिवाजी कालोनी में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। हिमांशु पर रोहतक समेत झज्जर में हत्या समेत अन्य मामले दर्ज है। इनमें पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। आरोपित पर करीब एक लाख रुपये का ईनाम भी है।
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