आयुष्मान योजना में विधायक सुभाष सुधा का नाम, विपक्ष ने बोला हमला

आयुष्मान योजना में विधायक सुभाष सुधा का नाम, विपक्ष ने बोला हमला
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विपक्षी दल इस मुद्दे पर विधायक और सरकार को घेर रहे हैं। लिस्ट में विधायक का नाम किसने दर्ज कराया, विपक्ष यह मुद्दा उठा रहा है। हालांकि लिस्ट वायरल होने के बाद विधायक पुत्र साहिल सुधा मीडिया के सामने आए व कहा कि उन्होने कभी इस आयुष्मान योजना के लिए अप्लाई नही किया। ऐसे में कैसे नाम लिस्ट में आया है उन्हे नही पता।

हरिभूमि न्यूज. कुरुक्षेत्र

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में थानेसर के विधायक सुभाष सुधा (Mla Subhash Sudha) का नाम होना चर्चा का विषय बन गया है। यह लिस्ट आप नेता एडवोकेट जवाहर गोयल द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल की गई, जिसमें विधायक का नाम शामिल है। ऐसे में सोशल मीडिया पर चर्चा चल रही है कि आखिर विधायक का नाम इस लिस्ट में कैसे आ सकता है।

विपक्षी दल इस मुद्दे पर विधायक और सरकार को घेर रहे हैं। लिस्ट में विधायक का नाम किसने दर्ज कराया, विपक्ष यह मुद्दा उठा रहा है। हालांकि लिस्ट वायरल होने के बाद विधायक पुत्र साहिल सुधा मीडिया के सामने आए व कहा कि उन्होने कभी इस आयुष्मान योजना के लिए अप्लाई नही किया। ऐसे में कैसे नाम लिस्ट में आया है उन्हे नही पता। वहीं विधायक पुत्र ने कहा कि बेशक आयुष्मान योजना की लिस्ट में नाम है लेकिन उन्होने न तो कभी केवाईसी बनवाया और न ही कभी योजना का लाभ उठाया। साहिल सुधा ने कहा कि पिछले कई सालों से इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी उन्होने ले रखी है व उसी के तहत वे इलाज करवा रहे हैं।

वहीं दूसरी ओर डीआईपीआरओ की तरफ से भी एक प्रेस नोट भेजा गया हैं जिसमें डिप्टी सीएमओ रमेश सभ्रवाल ने इसमें स्पष्टीकरण दिया है कि विधायक सुभाष सुधा ने आयुष्मान के लिए आवेदन नहीं किया और ना ही इसका लाभ उठाया है।

भाजपा की सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी की टिकट पर थानेसर से चुनाव लड़ चुके योगेश शर्मा ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसके साथ-साथ आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके सुमित हिंदुस्तानी ने भी स्थानीय विधायक पर खूब निशाना साधा है। चर्चा इस बात की है कि थानेसर के विधायक 2014 से थानेसर के विधायक हैं और सर्वे 2011 का दिखाया गया है। जबकि 2009 में सुभाष सुधा थानेसर से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुके हैं। 1995 में सुभाष सुधा नगर परिषद के चेयरमैन चुने गए थे और 2005 से अब तक सुभाष सुधा की पत्नी उमा सुधा नगर परिषद थानेसर की चेयरपर्सन हैं। ऐसे में कैसे सुभाष सुधा का नाम आयुष्मान योजना की लिस्ट में डाला गया है, यह चर्चा है।

पात्र खा रहे धक्के : सुमित हिन्दुस्तानी

सुमित हिंदुस्तानी ने कहा कि आम गरीब आदमी का आयुष्मान कार्ड बनता नहीं है ऐसे में विधायक का आयुष्मान की सूची में नाम आना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान की सूची में विधायक का नाम आना शर्मसार करने वाली बात है क्योंकि जो पात्र हैं वह अक्सर आयुष्मान कार्ड के लिए धक्के खाते रहते हैं।

भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कुरुक्षेत्र के मैनेजर उज्जवल ने कहा कि 2011 में सर्वे हुआ था उस सर्वें के अनुसार लिस्ट में विधायक का नाम है। उनके पास तो सिर्फ लिस्ट आई है, नाम कैसे दर्ज है इसका नही पता। वहीं उन्होने कहा कि विधायक की तरफ से कभी केवाईसी नही बनवाया और न ही कभी विधायक परिवार की तरफ से कोई लाभ योजना का लिया गया है।

बिना अप्लाई किए लिस्ट में नाम कैसे आया : योगेश शर्मा

जननायक जनता पार्टी की टिकट पर थानेसर से चुनाव लड़ चुके योगेश शर्मा ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत कार्ड बनवाना आसान नही है, मैने स्वयं गरीब लोगों को कार्ड बनवाने के लिए तड़पते हुए देखा है। ऐसे में बिना अप्लाई के कैसे विधायक का आयुष्मान की लिस्ट में नाम आया है। उन्होंने खुलासा किया कि इस लिस्ट में शहर के अन्य बड़े लोगों के नाम भी हैं।

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