नारनौल विधानसभा क्षेत्र : 12 फुट चौड़ी सड़क को 18 फुट करने की भेजी थी डिमांड, अभी सिर्फ... इंतजार

नारनौल विधानसभा क्षेत्र : 12 फुट चौड़ी सड़क को 18 फुट करने की भेजी थी डिमांड, अभी सिर्फ... इंतजार
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नारनौल हलका के विधायक और प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव ने इसके पीछे अपना पक्ष रखते हुए बताया कि योजना से वह पूरी तरह वाकिफ है। उन्होंने अपने हलके से जुड़ी इस स्कीम को लेकर चीफ सेक्रेटरी को पत्र भेजा था।

सतीश सैनी-नारनौल। साल 2022 में सरकार ने घोषणा की थी कि प्रदेश के सभी 90 विधायक अपने हलकों में सड़कों की मरम्मत के लिए लिस्ट भेजे। हर विधायक को उसके हलके में सड़कों की मरम्मत के लिए 25-25 करोड़ की राशि आवंटित होगी। जिन विधायकों के हलकों में गांव नहीं है या गांवों की संख्या बहुत कम है, वे शहरों की सड़कों की मरम्मत के प्रपोजल बनाकर भेज सकेंगे। विधायक जिला उपायुक्तों के माध्यम से अपने हलकों की सड़कों की डिटेल सरकार को भेज सकेंगे। बजट में सरकार ने इस काम के लिए दो हजार करोड़ का प्रावधान भी किया। सभी डीसी को हिदायतें जारी की गई कि विधायकों से संपर्क साधकर उनके हलकों की उन सड़कों की सूची लें।

इस घोषणा को सात माह का समय बीत चुका है। नारनौल हलका अभी इस योजना से पूरी तरह अछूता दिखाई दे रहा है। सरकार की इस घोषणा का एक भी पैसा नारनौल हलका को अभी तक नहीं मिला है। नारनौल हलका के विधायक और प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव ने इसके पीछे अपना पक्ष रखते हुए बताया कि योजना से वह पूरी तरह वाकिफ है। उन्होंने अपने हलके से जुड़ी इस स्कीम को लेकर चीफ सेक्रेटरी को पत्र भेजा था, जिसमें नारनौल हलका के अंदर जो भी 12 फुट तक चौड़ाई की सड़कें है, उन सभी को 18 फुट चौड़ी करने का आग्रह किया गया था। इनमें सड़क चाहे पंचायती, मार्केटिंग बोर्ड की हो या फिर पीडब्ल्यूडी की सड़क हो। अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वह जल्द ही इस बाबत एस्टीमेट तैयार कर कार्य को अमलीजामा पहनाएं।

12 कच्चे रास्तों पर तैयार होगी सड़क, मार्केटिंग बोर्ड को मिली एडमिन अप्रूव्ल

मार्केटिंग बोर्ड को नारनौल हलका से जुड़े 11 कच्चे रास्तों पर सड़क बनाने की एडमिन अप्रूव्ल मिल गई है। इसमें डोहर से गंुती राजस्थान बार्डर तक (दो किलोमीटर), सलूनी से दुबलाना तक (सवा दो किलोमीटर), नांगतिहाड़ी मोड से किरारोद अफगान तक (एक किलोमीटर), ढाणी बाठोठा से कडि़या वाला हनुमान मंदिर तक (पांच किलोमीटर), नांगल काठा से चिंडालिया तक (दो किलोमीटर), शाहपुर दोयम से नारहेड़ा राजस्थान बार्डर तक (डेढ़ किलोमीटर) और नांगल काठा से निहालोठ राजस्थान बॉर्डर तक (ढाई किलोमीटर), जाट गुवाना से तिगरा तक (डेढ़ किलोमीटर) है। इसके अलावा धरसूं से बास किरारोद तक सड़क की मंजूरी मिली है लेकिन यह छह करम का है, इस वजह से मार्केंटिंग बोर्ड ने यह कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग को ट्रांसफर करेगी। शाहपुर दोयम से कुंजपुरा तक की दूरी करीब पौन तीन किलोमीटर है, इसका अटेली हलके से जुड़ी सड़क तैयार है बाकी शेष 1600 मीटर लंबी सड़क ओर तैयार होगी।

सिहमा से नानगवास तक की दूरी पौने तीन किलोमीटर की है। इस रास्ते पर नहर का पुल भी तैयार होना है। इस एक पुल को तैयार करने में 80 लाख खर्च होंगे। वहीं शाहपुर दोयम से बाछौद रेलवे स्टेशन तक भी सड़क का निर्माण होगा। इसमें केवल पंचायत का रेजुलेशन आना बाकी है। मार्केटिंग बोर्ड नारनौल के एसडीओ अनिल कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह सभी कच्चे रास्ते है, जिन पर सड़क बनाने की एडमिन अप्रूव्ल मिल गई है। एक किलोमीटर दूरी की सड़क पर करीब 50 लाख का खर्च आने का अनुमान है। यह सभी 12 रास्तों को पक्का करवाने की मंजूरी मंत्री ओमप्रकाश यादव के आग्रह पर स्पेशल ग्रांट के रूपी में मिली है।

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