विरासत की राजनीति के सहारे पुराने गढ़ में राह तलाश रहीं राव इंद्रजीत की बेटी, नारनौल व अटेली हलका सेफ!

विरासत की राजनीति के सहारे पुराने गढ़ में राह तलाश रहीं राव इंद्रजीत की बेटी, नारनौल व अटेली हलका सेफ!
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विरासत में मिली राजनीति के सहारे आरती राव ने भी दादा-पिता के पुराने गढ़ महेंद्रगढ़ जिला में राह तलाशनी शुरू कर दी है। हालांकि पुरानी और अब की राजनीति में बड़ा बदलाव आ गया है।

सतीश सैनी : नारनौल

साल-2024 में हरियाणा में एमपी व एमएलए के चुनाव होने तय हैं। अब साल-2022 का अंतिम पड़ाव है। राजनीति में चुनाव लड़ने के इच्छा रखने के लिए साल-2023 अहम रहेगी। जनता को अपनी ओर रि­झाने के लिए नेता अब फिल्ड में उतरने लगे है। इनमें सबसे बड़ा नाम है केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव का है। विरासत में मिली राजनीति के सहारे आरती राव ने भी दादा-पिता के पुराने गढ़ महेंद्रगढ़ जिला में राह तलाशनी शुरू कर दी है। हालांकि पुरानी और अब की राजनीति में बड़ा बदलाव आ गया है। इस बदलाव की राजनीति में 'पगड़ी' व 'पोटली' का चलन खत्म सा हो गया है। अब का युवा वोटर विकास की बात करने लगा है।

गांव धौलेड़ा में हाल ही में पिछले माह जब केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत बेटी आरती राव के साथ आए थे तो मंच से राव इंद्रजीत सिंह ने कहा था कि बेटी आरती तो खुद ही ऐलान कर चुकी कि अगला इलेक्शन लड़ेगी। अब कहां से लड़ेगी, यह तो लोगों से सलाह मशवरा करेंगे। लेकिन इलेक्शन लड़वाने की बात है कि दो बार जीत सकती थी, पर नहीं जीती। तीसरी बार इलेक्शन लड़ने की तैयारी में है तो यह इलेक्शन पब्लिक के सहयोग से ही लड़ पाएगी। इंद्रजीत के इस बेबाक बोल के बाद भाजपा की जहां अंदरूनी टेंशन बढ़ी। वहीं इस बयान के बाद आरती राव भी जिला में सक्रिय होने लगी है।

गुरुवार को जब आरती राव पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पहुंची तो कहा कि 'सब बोलते है कि मैंने बुलाया-मैंने बुलाया। आज किसी ने बुलाया नहीं आरती खुद आई है। मैं इसलिए आई हूं कि सब बोलते है रेवाड़ी में बैठी रहती है। अब महीने में एक बार मैं नारनौल जरूर आउंगी। उन्हें बीच में टोकते हुए एक बुजुर्ग ने कहा कि महीने में एक बार नहीं सप्ताह में एक बार आए। इस पर जवाब देते आरती राव ने कहा कि रेवाड़ी भी देखना है गुड़गांव भी देखना है। हलके सारे हैं मेरे। मेरे अंदर से आवाज निकली आरती यहां जरूर जा। काफी मैसेज आ रहे थे कि बहनजी रेवाड़ी बैठी रहती है नारनौल चलो। मैंने सोचा सर्किट हाउस सबसे अच्छी जगह है। वह आज हर एक कार्यकर्ता से मुलाकात करने आई है। हलका वाइज सभी कार्यकर्ताओं से वह मिलेगी। अब मिलना जु­लना पड़ेगा। हमारा तालमेल बढ़ेगा और हमारी नींव ओर मजबूत होगी। भूतकाल की बात एडीओ साहब ने की और अब वर्तमान की बात करेंगे, तभी तो आपका साथ चाहिए।'

नारनौल व अटेली सेफ, बाकी दोनों जगह विरोधी

महेंद्रगढ़ जिले में चार विधानसभा सीट हैं। इनमें आरती राव के लिए सबसे सेफ जगह नारनौल व अटेली विधानसभा मानी जा रही है। इसके पीछे राजनीति के जानकार बताते है कि नारनौल व अटेली में राव इंद्रजीत समर्थक ही एमएलए है। बाकी अन्य हलकों की बात करें तो नांगल चौधरी से डा. अभयसिंह यादव व महेंद्रगढ़ से विधायक राव दानसिंह राव इंद्रजीतसिंह के कट्टर राजनीति विरोधी है। इन दोनों हलकों में जीत की राह भी कठिन है। ऐसे में अगर महेंद्रगढ़ जिला से आरती राव चुनाव लड़ती है तो उनके लिए सबसे सेफ जगह नारनौल या अटेली रहेगी। हालांकि अभी यह सब बाते भविष्य तय करेगा।

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