नारनौल : विजिलेंस टीम का छापा, बिजली चोरी करते पकड़ा तो पुलिसकर्मियों को रस्सी से बांधा, फिर पीटा

नारनौल : विजिलेंस टीम का छापा, बिजली चोरी करते पकड़ा तो पुलिसकर्मियों को रस्सी से बांधा, फिर पीटा
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हालात को भांपते हुए टीम के बाकी सदस्य किसी तरह जान बचाकर दोनों गाड़ियों में सवार होकर वहां से निकले और कुछ दूर करीब 700 मीटर पर रूक गए। वहां से डायल 112 पर कॉल किया गया और अपने विभाग के उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया गया।

नारनौल। बिजली निगम की चोरी पकड़ने वाली विजिलेंस टीम गुरुवार शाम नांगल चौधरी के गांव पांचनौता पहुंची थी। वहां ना मीटर मिला और ना ही बिजली बिल। फिर भी पोल से तार जोड़कर बिजली चोरी हो रही थी। टीम ने वहां की वीडियोग्राफी की। आरोप है कि इस दौरान कुछ ग्रामीण आ गए और टीम में शामिल दो पुलिस कर्मियों को रस्सी से बांधकर बंधक बना लिया और उनकी जमकर पिटाई की। किसी तरह टीम के अन्य सदस्य वहां से भागे और कुछ दूरी पर पहुंचकर डायल-112 पर कॉल कर मामले की जानकारी दी। फिलहाल टीम इंचार्ज एसडीओ की शिकायत पर पुलिस ने नामजद बद्री, जगदीश, महेंद्र व 20 अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 147,149,186,294,332,342,353,506 के तहत केस दर्ज किया है।

बिजली निगम की विजिलेंस यूनिट रेवाड़ी एक्सईएन के आदेश पर शुक्रवार शाम नारनौल पहुंची। इसमें एसडीओ अनिल गुप्ता के नेतृत्व में जेई अशोक खतरी, जेई रमेश, जेई अजय कुमार, ईएचसी प्रवीण कुमार, ईएचसी कृष्ण कुमार, चालक शिवचरण व चालक तरूण शामिल थे। यह टीम शाम सात बजे नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव पांचनौता में पहुंची। जहां जोराराम का टयूबवैल है। वहां पर पोल लगी केबल जो मकान के ऊपर से जा रही थी, उसकी चैकिंग की और फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की। यहां मीटर नहीं था ना ही बिल पेश किया गया। उसके बाद वहां से 70 मीटर दूरी पर बद्रीप्रसाद पुत्र उमराव के मकान के पास लगे बिजली पोल पर मीटर और कनेक्शन केबल को टीम चैक कर रही थी। उसी समय जगदीश पुत्र जोराराम चैकिंग टीम के साथ बहन करने लगा और अपशब्द कहने लगा। इसी सयम बद्रीप्रसाद पुत्र उपराव वहां पर 15-20 महिला व पुरूषों के साथ पहुंचा। बद्रीप्रसाद के साथ महेंद्र भी वहां मौजूद था। इन्होंने टीम के साथ गाली गलौच की। सबसे पहले पुलिस कर्मचारी पर हमला किया और दोनों पुलिस कर्मचारियों को रस्से से बांध दिया। उसके बाद उनमें से कुछ व्यक्ति उनकी पिटाई करने लगे। बाकी लोग टीम को मारने के लिए आगे बढ़ने लगे। हालात को भांपते हुए टीम के बाकी सदस्य किसी तरह जान बचाकर दोनों गाड़ियों में सवार होकर वहां से निकले और कुछ दूर करीब 700 मीटर पर रूक गए। वहां से डायल 112 पर कॉल किया गया और अपने विभाग के उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया गया।

एसडीओ अनिल गुप्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि इन लोगों ने सरकारी कार्य में बाधा डाली और पुलिस कर्मी ईएचसी प्रवीण व कृष्ण को रस्सी से बांधकर गाली गलौच करते हुए मारपीट की। आरोपितों ने टीम को जान से मारने की धमकी भी दी है। पुलिस को सूचना मिली तो वहां मौके पर पहुंची। इस दौरान एसएचओ को भी सूचित किया गया। मौके पर पुलिस टीम ने ग्रामीणों से ईएचसी प्रवीण व कृष्ण कुमार को छुटवाया गया।

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