Narnaul : घाटासेर गांव में दिखा जंगली जानवर, भेड़ बकरी व अनगिनत कुत्तों को बनाया शिकार

- पहाड़ी की तलहटी पर चरगाहे हरिराम के सामने 30 फुट दूर बकरी को घसीटकर ले गया जंगली जानवर
- गांव के 2 चरगाहे की जुबानी, बाड़े के अंदर घुसकर व पहाड़ी पर चराते वक्त 10 से अधिक भेड़-बकरी को बना चुका शिकार
Narnaul : गांव मुकुंदपुरा के पास अब जंगली जानवर दिखाई देने लगा है। बुधवार शाम यहां पहाड़ी की तलहटी पर भेड़-बकरी काे चराने आए चरगाहे के सामने 30 फुट दूरी पर जंगली जानवर दिखा। चरगाहे की आंखों के सामने बकरी को घसीटकर जंगली जानवर ले गया और थोड़ी दूरी पर बकरी को मौत के घाट उतारकर उसके शरीर के कुछ हिस्से का मांस खाया और फिर पहाड़ी की ऊंचाई की ओर चला गया। चरगाहे की माने तो एक सप्ताह से उसके बाड़ व पहाड़ी की तलहटी पर 10 से अधिक भेड़-बकरी को यह जंगली जानवर शिकार बना चुका है। यहीं नहीं, गांव के कुत्तों की संख्या भी अब बहुत कम हो गई है। घाटासेर के सरपंच प्रतिनिधि ने अब प्रशासन से संपर्क साधा है।
गांव घाटासेर की सरपंच उर्मिला देवी के पति गुरूवचन सिंह ने गांव मुकुंदपुरा के सरपंच से संपर्क साधा और जंगली जानवर की हलचल से अवगत करवाया। उसके बाद दोनों गांव के सरपंच प्रतिनिधियों ने बताया कि गांव मुकुंदपुरा में दो जंगली जानवर तेंदुआ के रूप में पकड़े जा चुके है। अभी भी इसी क्षेत्र की पहाड़ियों में जंगली जानवर है। कई दिनों से देखा जा रहा है कि गांव में कुत्ताें की संख्या कम हो गई है। बताते है कि तेंदुआ का मनपसंद भोजन कुत्ता होता है। उसके बाद बकरी व भेड़ होती है। गांव में इन दिनों जंगली जानवर का खौफ ग्रामीणों में है। वन विभाग की शाखा वन्य प्राणी इंस्पेक्टर चरण सिंह को मामले से अवगत करवाया था। इसके बाद दो कर्मी गांव में आए थे। दोनों ने कहा कि पहले उपायुक्त को लिखित में शिकायत करें, उसके बाद ही जंगली जानवर को पकड़ने की प्रक्रिया आरंभ होगी। हालांकि मुकुंदपुरा साइड अभी भी पिंजरा लगा है। मुकुंदपुरा सरपंच प्रतिनिधि ने भी उनके पिंजरे को घाटासेर साइड लगाने की सहमति जता दी है। फिर भी उपायुक्त से मिलेंगे और अपना पक्ष रखकर जंगली जानवर को पकड़ने में प्रशासन की सहायता करेंगे ताकि कोई अप्रिय घटना से बचा जा सके।
चरगाहे की जुबानी, जंगली जानवर पकड़े, मुआवजा भी दें प्रशासन
गांव घाटासेर वासी चरगाहा हरिराम ने बताया कि उसके पास 120 बड़ी बकरी व भेड़ है। पहले भी पांच-छह बकरी बाड़े में घायल मिली, बाद में उनकी मौत हो गई। दो-तीन बकरी पहाड़ी पर चरते वक्त जंगली जानवर ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। यही दृश्य उसकी आंखों के सामने हुआ। जंगली जानवर आया और एक बकरी को घसीटकर ले गया और उसे अपना शिकार बनाया। महज 30 फुट की दूरी पर यह नजारा उसने देखा। वहीं चरगाहा मनोज ने बताया कि उसके पास करीब 100 भेड़ है। चार भेड़ उसकी भी जंगली जानवर लेकर जा चुका है। तीसरे चरगाहा मनीष ने बताया कि उसके बाद 50 बकरी है। फिलहाल वह सभी सुरक्षित है।
अब तक मुकुंदुपरा में दो तेंदुआ पकड़े, बाकी की तलाश जारी
शहरी क्षेत्र के नजदीक गांव मुकुंदपुरा में पहाड़ी क्षेत्र में रखे गए पिंजरे में दो तेंदुआ फंस चुके है। यहां वन्य प्राणी निरीक्षक चरण सिंह ने अपनी टीम के साथ 12 जुलाई को गुरुग्राम से मंगवाकर दो पिंजरे रखे थे। एक पिंजरा ढाणी की तरफ पहाड़ी की तलहटी में और दूसरा गांव के पास बने स्टेडियम के नजदीक पहाड़ी की तलहटी में रखा था। इस पिंजरे में अब तक दो तेंदुआ फंस चुके है। अन्य जंगली जानवर की आशंका ग्रामीणों ने जताई थी। इसी वजह से एक पिंजरा अभी भी यहां पहाड़ी की तलहटी में रखा गया है। दूसरा पिंजरा यहां से 15 किलोमीटर दूर गांव मूसनौता की गोशाला के पीछे रखा गया है।
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