राष्ट्रीय कार्यशाला : देशभर से पहुंचे शिक्षकों ने सीखे वैदिक गणित व सुंदर लेखन के गुर

राष्ट्रीय कार्यशाला : देशभर से पहुंचे शिक्षकों ने सीखे वैदिक गणित व सुंदर लेखन के गुर
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डा. योगेश चांदना ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वैदिक गणित सीखना ज्यादा मुश्किल कार्य नही है लेकिन यह बहुत फायदेमंद है। इसके तरीके से चंद सेकेंड में ही बड़ी से बडी कैल्कुलेशन की जा सकती है। वैदिक गणित शिक्षकों व बच्चों दोनो के लिए आवश्यक है।

हरिभूमि न्यूज. कुरुक्षेत्र। धर्मनगरी में नवोदय क्रांति द्वारा आयोजित शिक्षक कार्यशाला के दूसरे दिन शिक्षकों ने जहां वैदिक गणित के माध्यम से सेकेंड़ के हिसाब से कैल्कुलेशन करना सीखा वहीं सुंदर लेखन के भी गुर सीखे। प्रथम सत्र राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल के केशव सदन में आयोजित हुआ। यहां वैदिक गणित के एक्सपर्ट डा. योगेश चांदना विशेष रूप से पहुंचे। यहां पहुंचने पर नवोदय क्रांति के अध्यक्ष संदीप ढिल्लों ने पुष्प गुच्छ के साथ स्वागत किया।

डा. योगेश चांदना ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वैदिक गणित सीखना ज्यादा मुश्किल कार्य नही है लेकिन यह बहुत फायदेमंद है। इसके तरीके से चंद सेकेंड में ही बड़ी से बडी कैल्कुलेशन की जा सकती है। वैदिक गणित शिक्षकों व बच्चों दोनो के लिए आवश्यक है। बच्चे मैथ से घबराते हैं लेकिन वैदिक गणित से इसे करें तो बहुत आसानी से किया जा सकता है। उन्होने बताया कि इस सैशन के दौरान शिक्षकों को काफी समझ में आया है और ये शिक्षक स्कूलों में जाकर बच्चों को वैदिक गणित के बारे में बताएंगें तो बच्चे अच्छे से मैथ को कवर कर पाएंगें। बता दें कि डा. योगेश चांदना देश भर में जाकर वैदिक गणित की ट्रेनिंग देते हैं। कार्यशाला का दूसरा सत्र ब्रह्मसरोवर स्थित पुरुषोत्तमपुरा बाग में हुआ। यहां हैंडराईिटंग एक्सपर्ट ओमप्रकाश सिवाच ने शिक्षकों को सुंदर लेखन के गुर सिखाए।

ओमप्रकाश सिवाच ने बताया कि कुछ ही समय में थोड़ा से प्रयास कर सुंदर लेखन किया जा सकता है। वहीं नवोदय क्रांति के अध्यक्ष संदीप ढिल्लों ने कहा कि इस कार्यशाला को उद्देश्य शिक्षकोंं को एक्सपर्ट बनाना है ताकि शिक्षक अपने अपने स्कूलों में जाकर बच्चों को अच्छे से पढा सकें। उन्होने कहा कि नवोदय क्रांति पिछले कई वर्षों से राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। इस बार यह कुरुक्षेत्र में आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला में इस कार्यशाला में हरियाणा के विभिन्न जिलों के अलावा उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, तेलंगाना, केरल, छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, गुजरात व महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों के 130 शिक्षक पहुंचे हैं। कार्यशाला में शिक्षक दिनेश वर्मा, सुनीता सैनी, बोधराज, वीरेंद्र कुमार, उत्तरप्रदेश से उमेश कुमार, राजस्थान दिनेश, बिहार से विकास, महाराष्ट्र से सुनील, हिमाचल प्रदेश से मंजुला, मध्य प्रदेश से कैलाश परमार, छत्तीसगढ़ से विजेन्द्र, उत्तराखंड से सुधीर सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।

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