नवजोत सिद्धू ने हरियाणा की गन्ना नीति को सराहा, अपनी ही सरकार को घेरा

चंडीगढ़। हरियाणा में गन्ने के बढ़े दामों को लेकर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सद्धिू ने अपनी पंजाब की कांग्रेस सरकार की घेराबंदी कर दी है, उन्होंने हरियाणा की गन्ना नीति की तारीफ की है। पंजाब में चल रहे गन्ना किसानों के आंदोलन के बीच सद्धिू ने ट्वीट किया है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुकाबले पंजाब में गन्ने के रेट कम हैं। नवजोत सिंह सद्धिू के इस ट्वीट को हरियाणा सरकार के नेताओं ने तुरंत लपका है।
The sugarcane farmers issue needs to be immediately resolved amicably …. Strange that despite the higher cost of cultivation in Punjab the state assured price is too low as compared to Haryana / UP / Uttarakhand. As torchbearer of agriculture, the Punjab SAP should be better !
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) August 23, 2021
पंजाब और हरियाणा के किसानों को मिल रहे गन्ने के दामों की तुलना की
ट्वीट को आधार बनाते हुए भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के मंत्रियों ने कहा कि अब तो कांग्रेस नेताओं को भी समझ में आ गया है कि किसानों के हितों की वास्तविक परवाह करने वाली सरकार कौन सी है। पंजाब में गन्ने का रेट प्रति क्विंटल बहुत कम है।। हरियाणा की मनोहर लाल सरकार गन्ने का भाव 350 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है, जबकि पंजाब में हाल ही में 15 रुपये बढ़ाने के बाद भी गन्ने का रेट 325 रुपये प्रति क्विंटल पर ही पहुंच पाया है। हरियाणा और पंजाब में गन्ने के भाव में 25 रुपये क्विंटल का अंतर है।
हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और डिप्सी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हम पहले से कहते आ रहे हैं कि हरियाणा में पंजाब समेत कई राज्यों से बेहतर तरीके से फसलों की सरकारी खरीद होती है। हरियाणा सरकार ने अपने राज्य के किसानों का बाजरा तक न्यूनतम समर्थन मूल्य तय कर खरीदा है, जबकि राजस्थान और पंजाब सरकार ने बाजरे की खरीद के लिए कोई एमएसपी तय नहीं किया था।
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