Aadhaar Card : पांच वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चों के आधार का बायोमेट्रिक अपडेट कराना जरूरी, जानें क्यों

हरिभूमि न्यूज : महेंद्रगढ़
खेड़की मोड़ के नजदीक ग्राम सचिवालय नांगल सिरोही मे स्थित आधार कार्ड केंद्र के प्रभारी मनजीत डागर ने बताया कि जिन अभिभावकों ने अपने बच्चे का आधार कार्ड उसकी पांच वर्ष की आयु से पहले बनवाया था, उन बच्चों की पांच वर्ष आयु के पश्चात आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट करवाना अनिवार्य है।
बच्चों के बायोमेट्रिक दो बार अपडेट करवाने होंगे। पहली बार जब आपका बच्चा पांच साल का हो जाए, दूसरी बार 15 साल का होने पर बायोमेट्रिक अपडेट करवाना होगा। बता दें पांच साल से कम उम्र के बच्चो के बायोमेट्रिक यानि उंगलियों के निशान और आंखों की पुतली विकसित नहीं होते है इसलिए ऐसे बच्चो के आधार एनरोलमेंट के वक्त उनके बायोमेट्रिक नहीं लिए जाते।
फिंगरप्रिंट नहीं आ रहे तो क्या करें
अगर आपको राशन लेने या फिर बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने या आयुष्मान कार्ड बनवाते समय फिंगरप्रिंट नहीं आ रहे हैं तो स्वयं अपना आधार कार्ड आधार केंद्र पर ले जाकर अपने बायोमेट्रिक अपडेट करवा सकते है। आधार कार्ड में जन्मतिथि एक बार ही होगी सही, नाम दो बार करवा सकते है, पता छह बार करवा सकते हैं।
जन्मतिथि ठीक करवाने के लिए दस्तावेज
पैन कार्ड, स्कूल स्थानांतरण प्रमाण पत्र, बोर्ड व यूनिवर्सिटी से जारी मार्कशीट, पासपोर्ट, सेंट्रल पेंशन पेमेंट ऑर्डर, ईसीएचएस कार्ड, विभाग द्वारा जारी फोटोयुक्त प्रमाणपत्र आई कार्ड। अगर इन दस्तावेजों के न होने पर भी आप यूआईडीआई द्वारा जारी स्टैंडर्ड फॉरमैट पर प्रथम श्रेणी के अधिकारी से अपनी जन्मतिथि सत्यापित करवा आधार कार्ड में जन्मतिथि में बदलाव करवा सकते हैं। डागर ने बताया कि आधार कार्ड में मोबाइल नंबर दर्ज होने से काफी फायदे हैं इससे लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी एसएमएस के माध्यम से घर बैठे मिल जाती है वह सरकारी योजना का लाभ आसानी से मिल जाता है। अगर भविष्य में आपका आधार कार्ड कहीं गुम हो जाता है तो आप मोबाइल नंबर का प्रयोग करके घर बैठे आधार कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
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