मरीज के ऑप्रेशन में लापरवाही : डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए उपायुक्त अजय कुमार व सीएमओ सर्वजीत से लगाई गुहार

- पित्त की थैली का कराया था अस्पताल में ऑप्रेशन
- मरीज के पेट के अंदर पट्टी रहने से बढ़ी मुश्किलें
नूंह । शहर स्थित गामा अस्पताल में बीते दिनों जमशीदा पत्नी फारूख निवासी गांव मालब का ऑप्रेशन कराया गया था। ऑप्रेशन के दौरान सर्जन डॉक्टर व अस्पताल संचालक पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जिला उपायुक्त अजय कुमार, सिविल सर्जन सर्वजीत को शिकायत दी है। शिकायत में पीड़िता जमशीदा के देवर जुबेर निवासी गांव मालब नूंह ने डॉ. अजरुद्दीन पर आरोप लगाया कि डॉक्टर ने उनकी भाभी के पित्त की थैली के ऑप्रेशन के दौरान काफी लापरवाही बरती, जिसके कारण उसकी भाभी की तबीयत खराब हो गई है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि 3 नवंबर 2022 को जमशीदा का अल्ट्रासाउंड नूंह के महाजन केंद्र पर कराया था। जिसमें उनको पित्त की थैली में पथरी के बारे में पता चला। इसके बाद इलाज के लिए वह अपनी भाभी को 4 नंवबर 2022 को नूंह के गामा अस्पताल में भर्ती कराया। डॉ अजरुद्दीन के कहने पर अगले दिन उन्होंने जमशीदा का ईआरपीसी की जांच निर्मल अस्पताल रेवाड़ी में कराकर अगले दिन नूंह के गामा अस्पताल में ऑप्रेशन कर दिया। इसके बाद 8 नवंबर को उनकी भाभी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। इसके तीन दिन बाद वह फिर से जमशीदा को गामा अस्पताल में लेकर आए। डॉ. अजरुद्दीन ने उनकी भाभी को कुछ दवाईयां दी। 17 नवंबर को डॉक्टर ने फिर से बुलाया।
उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि इसके बाद फिर से कुछ जांच की गई। रेवाड़ी में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए स्टैंड को भी निकाला गया। इसके बाद पुन 10 दिसंबर 2022 को अपनी भाभी को लेकर आए तो उक्त डॉक्टर ने उनकी भाभी को देखने से मना कर दिया। फिर मजबूरी में उन्होंने 18 दिसंबर को सोहना के वरदान अस्पताल में अपनी भाभी को दिखाया। इसके बाद लगातार वहां पर जांच चलती रही। यहां भी डॉक्टर ने कई जांच कराने के लिए कहा, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। मजबूरी में उन्होंने अपनी भाभी की पलवल के गुरू नानक अस्पताल में जांच कराई। जिसमें पेट में कुछ सूजन पाई गई। तभी से उनकी भाभी की हालात सही नहीं है। 8 अप्रैल को नूंह के एबीएम अस्पताल द्वारा जांच के बाद पेट में कुछ रहने की बात कही गई।
शुरूआत में ऑप्रेशन के दौरान डॉ. अजरुद्दीन द्वारा पेट में कुछ छोड़ने की बात सामने आई। इसी कारण मरीज पिछले पांच महीने से परेशान है। उन्होंने उक्त डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि वह लगातार परेशान होने के साथ आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। उन्होंने डॉ. अजरुद्दीन के खिलाफ जिला उपायुक्त नूंह व सीएमओ सहित अन्य अधिकारियों से कार्रवाई की मांग करते हुए डॉक्टर का लाईसेंस रद्द करने के साथ कार्रवाई की मांग की। डॉ. अजरुद्दीन से संपर्क करने कर रहे हैं तो वह उनके साथ गलत व्यवहार कर रहा है। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई की मांग की। इस बारे में नूंह के सीएमओ डॉ. सर्वजीत कुमार ने कहा कि सोमवार को पीड़िता जमशीदा के देवर जुबेर ने शिकायत दी है। इसकी जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
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