नेपाल को भाया पीरियड चार्ट व बेटियों के नाम नेमप्लेट का अभियान

नेपाल को भाया पीरियड  चार्ट व बेटियों के नाम नेमप्लेट का अभियान
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टेवा की फाउंडर रीटा थापा ने कहा कि सुनील जागलान के दोनों अभियान (पीरियड चार्ट व बेटियों के नाम नेमप्लेट) बहुत महत्वपूर्ण अभियान है इससे महिलाओं के स्वास्थ्य व उनके आर्थिक अधिकारों को लेकर भविष्य में नेपाल में क्रांतिकारी परिवर्तन आएंगे।

हरिभूमि न्यूज. जींद

हरियाणा के दो महत्वपूर्ण अभियान जो कि हरियाणा से बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान ने शुरू किए थे। जिनमें पीरियड चार्ट व बेटियों के नाम नेमप्लेट को सहयोगी देश नेपाल में पंसद किए जा रहे हैं और यूएन विमेन नेपाल टेवा व नागरिक आवाज के द्वारा नेपाल भर में लागू किए जाएंगे। सुनील जागलान को अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान टेवा द्वारा यूएन विमेन द्वारा संयुक्त रूप से करवाए जा रहे कार्यक्रम प्रमुख अतिथि के तौर पर बुलाया गया था तथा 10 जनवरी से 15 जनवरी तक कार्यक्रमों में भागीदारी की।

सुनील जागलान द्वारा वर्ष 2015 में शुरू किए गए बेटियों के नाम नेमप्लेट व वर्ष 2019 में शुरू किए गए पीरियड चार्ट (माहवारी चार्ट) द्वारा नेपाल में महिलाओं के जीवन में सामाजिक व आर्थिक बदलाव के लिजिए लागू करने के लिए बुलाया गया। गौरतलब है कि नेपाल में भी लडकियों को प्रॉपर्टी राइट्स आसानी से नहीं मिलते हैं और पीरियड के समय लड़की को कई दिन उसी अवस्था में अलग रखा जाता है।

सुनील जागलान ने बताया कि नेपाल में माहवारी को लेकर बहुत रूढ़िवादी सोच है आज भी बहुत सारे क्षेत्र में पीरियड के समय उन्हें अलग रखा जाता है और किसी धार्मिक व अन्य कार्यों में भी शामिल नहीं किया जाता है। पीरियड चार्ट से भारत में लडकियों में जागृति आई है और माहवारी की तारीख पीरियड चार्ट में लिखी जाती है जिससे समय पर संवेदन होकर पुरुष भी घर की लडकियों की सेहत से लेकर सेनेटरी पेड को उपलब्ध करवाते हैं तथा घर में बड़े हो रहे बच्चे भी इसके प्रयोग को देखते हैं और लिखते हैं जिससे भविष्य में इन विषयों पर बात करना आसान होगा। भारत में इससे पुरूषों की सोच में भी सकारात्मक बदलाव आए हैं। यूएन विमेन नेपाल की कंट्री हैड नवनिता सिंन्हा ने भी इन दोनों अभियानों को वर्कशॉप में शामिल होने पर ख़ुशी जताई व अभियान का हिस्सा बनाने की योजना बनाई है।

टेवा की फाउंडर रीटा थापा ने कहा कि सुनील जागलान के दोनों अभियान (पीरियड चार्ट व बेटियों के नाम नेमप्लेट) बहुत महत्वपूर्ण अभियान है इससे महिलाओं के स्वास्थ्य व उनके आर्थिक अधिकारों को लेकर भविष्य में नेपाल में क्रांतिकारी परिवर्तन आएंगे। गौरतलब है कि इससे पहले सेल्फी विद डॉटर अभियान नेपाल में बहुत प्रसिद्ध हुआ है। जिससे वहां कि सरकार द्वारा पंसद भी किया गया और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा केंद्रीय मंत्री उमा रेग्मी द्वारा सुनील जागलान को सम्मानित भी किया गया।

सुनील जागलान ने बताया कि ये सभी अभियान पहले सभी सार्क देशों में लागू करवाए जाएंगे और फिर एशिया व यूरोप के बाक़ी देशों में हमारी कोशिशें जारी रहेगी। सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन के द्वारा सभी देशों में सामंजस्य स्थापित कर महिला जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए सभी देशों को संपर्क कर भारत में सफल हुए अभियानों को अपनाने की कोशिश की जाएगी। इससे पहले भी सुनील जागलान के अभियानों की प्रशंसा काफी बार भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्य सरकारें कर चुकी है तथा अन्तराष्ट्रीय मानक एजेंसियों ने भी इनके अभियानों को बहुत कामयाब बताया है।

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