MLA दुड़ाराम के पीए पर नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये हड़पने के मामले मेें नया मोड़, आरोपों से मुकरा पूर्व चालक

MLA दुड़ाराम के पीए पर नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये हड़पने के मामले मेें नया मोड़, आरोपों से मुकरा पूर्व चालक
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  • एसपी को लिखित में दी दरखास्त, कहा : नौकरी के लिए न तो किसी को रुपए दिए और न ही किसी से लिए
  • विधायक के पीए राजबीर पर कुछ लोगों को नौकरी दिलवाने के नाम पर रुपये ऐंठने के आरोप जड़े थे
  • इस मामले में एसपी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी। 16 सितंबर को महापंचायत होनी थी

फतेहाबाद। विधायक दुड़ाराम के पूर्व चालक सुभाष टोपी द्वारा विधायक के पीए राजबीर पर लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर 85 लाख रुपये हड़पने और बाद में न नौकरी लगाने और न ही पैसे वापस लौटाने के लगाए आरोपों में एक बार फिर नया मोड़ आया है। चालक सुभाष टोपी विधायक के पीए पर लगाए गए आरोपों से आज पलट गया। एसपी कार्यालय में ब्यान दर्ज करवाते हुए उसने कहा कि नौकरी के लिए न तो किसी को रुपए दिए और न ही किसी से लिए। ये सब उसने राजनीतिक दबाव में बोला था। सुभाष टोपी के अपने बयान से पलटने की आज शहर में दिनभर चर्चा रही।

गौरतलब है कि करीब दो माह पहले विधायक के चालक सुभाष टोपी का एक सुसाइड नोट वायरल हो गया था और चालक को जहरीले पदार्थ के सेवन के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुसाइड नोट में सुभाष ने विधायक के पीए राजबीर पर कुछ लोगों को नौकरी दिलवाने के नाम पर रुपये ऐंठने के आरोप जड़े थे। सुसाइड नोट के अनुसार उसने कुछ अन्य लोगों से रुपये लेकर पीए राजबीर को दिए थे लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह पुलिस को दिए बयान से पलट गया था और कहा था कि उसने गलती से जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था और सुसाइड नोट बारे उसे पता नहीं है। इस पर मामला निपट गया था। दो माह तक चुप रहने के बाद 9 सितम्बर को सुभाष ने अपने परिजनों व संैकड़ों ग्रामीणों के साथ फतेहाबाद में भट्टू रोड स्थित विधायक निवास का घेराव करते हुए धरना दिया और रोड जाम कर दिया था। रातभर रोड जाम रहा और अगले दिन पुलिस ने इन लोगों को यहां से उठवाया। धरने के दौरान भी सुभाष व उसके परिजनों ने विधायक के पीए पर नौकरी के नाम पर पैंसे ऐंठने के आरोप लगाया। बाद में पुलिस ने पूर्व चालक सुभाष व पीए राजबीर दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। इस मामले में एसपी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी। 16 सितंबर को महापंचायत होनी थी लेकिन उससे पहले ही सुभाष का अब नया बयान सामने आ गया और वह अपने आरोपों से पलट गया।

बुधवार को एसपी को बयान दर्ज करवाने पहुंचे विधायक के पूर्व चालक कुम्हारिया निवासी सुभाष ने लिखित दरखास्त में कहा है कि उसने पीए राजबीर पर जो आरोप जड़े थे, वे बेबुनियाद हैं। उसने ना तो किसी से सरकारी नौकरी लगवाने के लिए रुपये लिए और न ही किसी को रुपये दिए। सारी कहानी राजनीतिक दबाव के कारण कही गई थी। अब वह पूरे होश हवास में बिना दबाव के यह दरखास्त दे रहा है। इसलिए उसके बयान दर्ज करवाए जाएं। साथ ही उसने यह भी कहा है कि उसे विधायक से गलत फहमी हो गई थी, जो अब दूर हो गई है। जो पहले दरखास्त विचाराधीन हैं, उन पर कार्रवाई न की जाए।


एसपी को पूर्व चालक द्वारा दी गई दरखास्त।

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