NGT के आदेश : पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों से करवाई जाएगी डैमेज की भरपाई

NGT के आदेश : पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों से करवाई जाएगी डैमेज की भरपाई
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नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की एक बैठक के दौरान चिंतन मंथन के लिए जुटे चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब के आला अफसरों और प्रदूषण बोर्ड के पदाधिकारियों के साथ लिमिटेड के चेयरमैन जस्टिस आदर्श गोयल ने विचार विमर्श किया।

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़

पर्यावरण को लेकर सारा काम सरकारी अमला नहीं कर सकता बल्कि इसके लिए विद्यार्थियों, सामाजिक संगठनों आम जनता को आगे आना होगा। इतना ही नहीं पानी का दोहन करने और अन्य प्रकार से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली संस्थाओं को इसकी भरपाई हर सूरत में करनी होगी। पर्यावरण किसी एक व्यक्ति अथवा संस्थान के लिए नहीं पूरे समाज की संपत्ति है, इसलिए इस को नुकसान पहुंचाने और लगातार दोहन करने का हक किसी एक व्यक्ति को नहीं है।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की एक बैठक के दौरान चिंतन मंथन के लिए जुटे चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब के आला अफसरों और प्रदूषण बोर्ड के पदाधिकारियों के साथ में लिमिटेड के चेयरमैन जस्टिस आदर्श गोयल नए विचार विमर्श करते हुए यह बात कही। उन्होंने चंडीगढ़ हरियाणा और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जुड़े अफसरों को साफ कर दिया है कि इस दिशा में गंभीरता से काम करें और पर्यावरण की रक्षा के लिए विद्यार्थियों, आम आदमी, सामाजिक संगठनों से सहयोग लेकर काम करने का निर्देश दिया है। सारा काम सरकारी तंत्र अधिकारी नहीं कर सकते बल्कि पर्यावरण सारे समाज और दुनिया की प्रॉपर्टी है। इस संपत्ति की रक्षा करना सभी लोगों की जिम्मेदारी है।

जस्टिस गोयल ने सिलसिलेवार चंडीगढ़ और हरियाणा, पंजाब में पर्यावरण को बचाने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की।

चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के वाइस चेयरमैन ने चंडीगढ़ में किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की समस्या को छोड़कर उनका यह शहर बेहतर परफॉर्मेंस दे रहा है। सॉलि़ड वेस्ट को लेकर भी उनके अधिकारी और टीम गंभीरता से काम कर रहे हैं। तीनों राज्यों के अधिकारियों ने इस बात पर भी संतोष जाहिर किया कि सभी ने एक दूसरे के समन्वय के साथ में कदम उठा रहे हैं जिसके परिणाम बेहतर आएंगे। गत दिवस चंडीगढ़ में आयोजित इस बैठक में निर्माण कार्यों से उत्पन्न होने वाले मलबे इंडस्ट्रियल वेस्ट के साथ-साथ अन्य पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले ई वेस्ट अन्य दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर लंबी चर्चा हुई। 4 से 5 घंटे चली मैराथन मीटिंग में स्वच्छ भारत की मुहिम को तेज करने का संकल्प लिया गया।

नुकसान पहुंचाने वालों को करनी होगी भरपाई

जस्टिस आदर्श कुमार गोयल एनजीटी चेयरमैन ने साफ कर दिया कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों और संस्थाओं को डैमेज की भरपाई हर सूरत में करनी होगी। यह हम सभी की सामाजिक और सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने चंडीगढ़ हरियाणा और पंजाब में कुछ एहतियात के तौर पर उठाए जा रहे कदमों की प्रशंसा भी की।

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