Rohtak PGI : वार्डों मे एंटीबायोटिक इंजेक्शन की सप्लाई नहीं, हाउस सर्जन दे रहे इस्तीफा

Rohtak PGI  : वार्डों मे एंटीबायोटिक इंजेक्शन की सप्लाई नहीं, हाउस सर्जन दे रहे इस्तीफा
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हर रोज स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहा है। 300 से ज्यादा डॉक्टर और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। लेकिन अब स्थिति और बिगड़ने वाली है, क्योंकि 153 हाउस सर्जन में से अधिकतर ने इस्तीफा दे दिया है। कारण ये है कि पीजी की काउंसलिंग शुरू हो गई ह

मनोज वर्मा : रोहतक

तीसरी लहर के बीच पीजीआईएमएस के हालात सामान्य नहीं हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि वार्डों में एंटीबायोटिक इंजेक्शन की सप्लाई नहीं हो रही। यहां तक कि पैरासिटामोल का इन्फ्लूएंज भी वार्डों तक नहीं पहुंच रहा। इमरजेंसी में दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन वार्डों के मरीजों को बवा बाहर से लानी पड़ रही है। दूसरी ओर डॉक्टर्स की कमी से भी पीजीआई जूझ रहा है। हर रोज स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहा है। 300 से ज्यादा डॉक्टर और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। लेकिन अब स्थिति और बिगड़ने वाली है, क्योंकि 153 हाउस सर्जन में से अधिकतर ने इस्तीफा दे दिया है। कारण ये है कि पीजी की काउंसलिंग शुरू हो गई है और 12 मार्च को परीक्षा की तारीख भी फाइनल हो गई है। अब हाउस सर्जन पेपर की तैयारी करेंगे और कुछ काउंसलिंग में हिस्सा लेंगे। पहले ही स्टाफ की कमी है। आगे और परेशानी होने वाली है।

हर महीने 5 तक आता है स्टॉक

प्रक्रिया के अनुसार वार्ड को हर महीने की 1 से 5 तारीख के बीच दवाओ का स्टॉक दिया जाता है। जिस वार्ड को महीने में जितनी दवाओं की जरूरत होती है उसे दे दी जाती है। लेकिन इस बार हर महीने मिलने वाला यह स्टॉक नहीं मिला। एग्यूमेंटीन, मीरो पैनम, सिफ्टेरेक्सीन, पीपरास्लीन एग्यू. आदि एंटी बायोटिक की सप्लाई नहीं हो पा रही। इससे डॉक्टर और मरीज दोनों परेशानी का सामाना कर रहे हैं। जिनके पास पुराना स्टॉक बचा है उसी से काम चलाया जा रहा है।

हाउस सर्जन महत्वपूर्ण

पीजीआई के जिन विभागों में पीजी की पोस्ट नहीं होती, वहां का पूरा काम हाउस सर्जान के जिम्मे होता है। कार्डियो, न्यूरो आदि कई ऐसे वार्ड हैं, जहां हाउस सर्जन ही काम संभालते हैं। अब पीजी बनने के लिए ये छोड़कर जा रहे हैं। ऐसे में पीजीआई के समाने हाउस सर्जन के लिए इंटरव्यू करवाने का विकल्प है।

दो दिन में 55 कर्मचारी पॉजिटिव

पीजीआई में हर रोज हेल्थ केयर वर्कर संक्रमित हो रहे हैं। 26 और 27 जनवरी को 55 कर्मचारियों को कोरोना वायरस ने घेरा। इनमें से 18 डॉक्टर हैं, जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 11 नर्स और पीआरओ के असिस्टेंट भी संक्रमित पाए गए हैं। ओपीडी के दो सुरक्षाकर्मी, ऑपरेशन मैनेजर, ब्लड बैंक लैब टेक्निशियन की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। यहां इस प्रकार से कोरोना केस मिलने से हालत खराब होने लगी है।

मरीजों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी

मरीजों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। एंटीबायोटिक की ज्यादा दिक्कत नहीं है, फिर भी जो चीज खत्म है उसे जल्दी मंगवाया जाएगा। हम कोविड और नॉन कोविड दोनों तरह के मरीजों को लेकर गम्भीर हैं। प्रयास है कि किसी भी मरीज़ को बाहर से दवाएं न खरीदनी पड़े। न दवाओं की कमी होने देंगे न ही किसी अन्य चीज की। हमारा स्टाफ जज्बे के साथ कोविड से लड़ रहा है।- डॉ. ईश्वर, चिकित्सा अधीक्षक, पीजीआईएमएस।

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