अब देशी खिलौनों से खेलेंगे बच्चे, भारतीय बाजारों में चीन का एकछत्र राज होगा खत्म

अब देशी खिलौनों से खेलेंगे बच्चे, भारतीय बाजारों में चीन का एकछत्र राज होगा खत्म
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भारत सरकार (Indian Government) ने आधुनिक खिलौनों को डिजाइन करने का कांट्रैक्ट सोनीपत की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी आफ डिजाइन (World University Of Design) को दिया है, जिस पर यूनिवर्सिटी की फैकल्टी ने काम शुरू कर दिया है।

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना पर अब जमीनी स्तर पर बारिकी से काम शुरू हो चुका है। यही नहीं अब खिलौनों के मामले में भी भारतीय बाजारों में चीन का एक छत्र राज भी खत्म होने वाला है। भारत सरकार ने आधुनिक खिलौनों को डिजाइन करने का कांट्रैक्ट सोनीपत की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी आफ डिजाइन को दिया है, जिस पर यूनिवर्सिटी की फैकल्टी ने काम शुरू कर दिया है।

राजीव गांधी एजूकेशन सीटी में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन के कुलपति डा. संजय गुप्ता ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत भारत सरकार ने यूनिवर्सिटी को खिलौनों का डिजाइन तैयार करने को कहा है, जिस पर काम कर दिया गया है। बहुत जल्द भारतीय बाजारों में देशी खिलौने चीन के खिलौनों को मात देते दिखेंगे। उन्होंने बताया कि 3 वर्ष पहले ही यूनिवर्सिटी शुरू हुई है। इसके बावजूद कई डिजाइनों के मामले में यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड मिल चुके हैं।

22 राज्यों के विद्यार्थी कर रहे कोर्स

गुप्ता ने कहा कि यूनिवर्सिटी में 22 राज्यों के विद्यार्थी कोर्स कर रहे हैं, जिनके लिए अलग-अलग कोर्स मौजूद हैं। हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोर्स शुरू किया गया है, जिसमें बेहद ज्यादा अवसर भविष्य में होंगे। खास बात यह है कि यूनिवर्सिटी ने गत वर्ष 16 मार्च से ही ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करवा दी थी, जिसके कारण एक दिन भी पढ़ाई का नुक्सान नहीं हुआ।

कोरोना काल में पी.पी.ई. किट की थी डिजाइन

कोरोना के शुरुआती दौर में अचानक पीपीई किट की डिमांड बढ़ गई थी। जिस पर दिनरात काम करते हुए विवि के स्टाफ ने पीपीई किट डिजाइन की और देशभर में भेजी गई। पीपीई किट को जरूरत के हिसाब से बेहद सुरक्षित डिजाइन किया गया था। एक विशेष किस्म का मास्क भी डिजाइन किया था, जो चश्में लगाने वालों के लिए भी बेहद सहूलियत भरा रहता है। विवि के एक विद्यार्थी गोकुल गोपी ने कोरोना काल में एक विशेष एप डिजाइन की, जो किसी भी होटल के सैनेटाइज होने या न होने की जानकारी देती है। इस एप के लिए विवि के इस विद्यार्थी को अवार्ड भी मिला है। - डा. संजय गुप्ता, वाइस चांसलर, राजीव गांधी एजूकेशन सीटी

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