अब एक क्लिक पर मिलेगा डाटा : हरियाणा का दुर्लभ और पुराना रिकॉर्ड पूरी तरह होगा डिजिटल

योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़
हरियाणा के मुख्य सचिव सूबे में चल रही डिजिटाइजेशन की मुहिम को तेज करने के लिए कहा है। प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग में पहले ही जिला स्तर पर आधुनिक रिकार्ड रुम तैयार कर लिए गए हैं, जिसके बाद में अब पुरानी फाइलों, दस्तावेजों को घंटो तलाश करने का सिलसिला लगभग बेहद ही कम हो गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार के निर्देशों पर मुख्य सचिव ऑफिस की अहम शाखाओं के अहम दस्तावेजों को डिजिटल करने की मुहिम चल रही है। इसके पूरा ही एक क्लिक पुराने से पुरानी कोई भी सूचना, दस्तावेज, फाइल एक क्लिक पर तलाश की जा सकेगी।
हरियाणा गठन के बाद से लेकर अब तक हुए अहम फैसलों, मुख्य सचिव ऑफिस की ओर से जारी होने वाले अहम आदेशों के साथ-साथ अहम फ़ाइलों, दस्तावेजों, सूचनाओं को डिजिटल करने की मुहिम चलाई जा रही है। जिसके बाद में हरियाणा सरकार और मुख्य सचिव ऑफिस से जुड़ी अहम जानकारी व सूचनाओं के लिए मैनुअल खोज करने में समय की बर्बादी के सिलसिले पर रोक लग जाएगी।
यहां पर यह भी बता दें कि हरियाणा सचिवालय के नौवें फ्लोर पर हरियाणा गठन के बाद से अब तक के अहम फैसलों, अहम दस्तावेजों सभी को सहेजकर रखा जाता है। कुछ वक्त पहले ही मुख्य सचिव ऑफिस की अहम शाखाओं के रिकार्ड को भी पूरी तरह से डिजिटल करने की मुहिम की शुरुआत हुई थी। जिसके तहत बेहद ही गोपनीय ढंग से सभी अहम फाइलों को स्कैन कर अपलोड कर आने वाले वक्त में इस्तेमाल के लिए तैयार किया जा रहा है। कुल मिलाकर जल्द ही राज्य के गठन के बाद से लेकर अभी तक की फाइले डिजिटल हो जाने के बाद में समय और धन की बर्बादी थम जाएगी साथ ही पुरानी अहम जानकारी सर्च करने में भी मिनटों का वक्त लगेगा। इतना ही नहीं अफसरों की पर्मिशन के साथ ही पुराने से पुराने दस्तावेजों के प्रिंट लेकर इस्तेमाल भी हो सकेंगे।
पहले से चल रही राजस्व विभाग में डिजिटाइजेशन की मुहिम
बतौर मुख्य सचिव हरियाणा पद की बागडोर संभालने से पहले हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग में जिम्मेदारी संभाल रहे संजीव कौशल ने वहां पर भी दुर्लभ और पुराने रिकार्ड को लेकर अहम आदेश जारी करते हुए हर जिले में डिजिटल रिकॉर्ड रूम तैयार करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद में हर जिले में चली खास मुहिम के बाद जिलों में रिकार्ड रूम तैयार कर लिए गए थे। आंकड़ों पर गौर करें, तो विभाग की ओऱ से लगभग 19 करोड़ दस्तावेजों को अपलोड कर लिया गया है। अर्थात यह कामकाज लगभग सौ फीसदी पूरा हो चुका है। कईं जिलों में यह कामकाज बेहद तेजी के साथ में शत प्रतिशत रहा था, उदाहरण केै तौर पर पंचकूला औऱ चरखी दादरी में यह सौ फीसदी कर लिया गया था। हालांकि बाद में बाकी जिलों में भी इसको सौ फीसदी के लगभग पहुंचा लिया है। उल्लेखनीय है कि सूबे के मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर की 42212 वर्ग किलोमीटर जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने को कहा था। इतना ही नहीं डिजिटाइजेशन की मुहिम हर विभाग में चलाई जा रही है, ताकि लोगों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत रिकार्ड को लेकर नहीं हो।
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