पीजीआई में अब 750 रुपये में डायलिसिस, पोस्ट कोविड केयर वार्ड भी बनेगा

पीजीआई में अब 750 रुपये में डायलिसिस, पोस्ट कोविड केयर वार्ड भी बनेगा
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पीजीआईएमएस में 4 शिफ्ट में डायलिसिस की जाती है, उसके बावजूद मरीजों की अधिक संख्या होने के चलते पूरे डायलिसिस नहीं हो पाते थे। मरीजों को बाहर 2 से 4 हजार रुपए खर्च करके डायलिसिस करवाना पड़ रहा है। संस्थान में पीपीई मोड पर कंपनी द्वारा 12 मशीनें लगाई जाएंगी, जिसमें सरकार का कोई भी खर्च नहीं होगा।

हरिभूमि न्यूज :रोहतक

पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (Pandit Bhagwat Dayal Sharma University of Health Sciences) के 13वें स्थापना दिवस पर कई सुविधाएं मरीजों के लिए शुरू की जाएंगी। इस बात की जानकारी मंगलवार को कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने दी ।

डॉ. कालरा ने बताया कि लाला श्याम लाल बिल्डिंग में पीपीपी मोड पर नई हिमोडायलासिस मशीन लगने के उपलक्ष्य में हवन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पीजीआईएमएस में 4 शिफ्ट में डायलिसिस की जाती है, उसके बावजूद मरीजों की अधिक संख्या होने के चलते पूरे डायलिसिस नहीं हो पाते थे। मरीजों को बाहर 2 से 4 हजार रुपए खर्च करके डायलिसिस करवाना पड़ रहा है। अब अत्याधुनिक मशीनों पर उन्हें कुल 750 रुपये में ही डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। संस्थान में पीपीई मोड पर कंपनी द्वारा 12 मशीनें लगाई जाएंगी, जिसमें सरकार का कोई भी खर्च नहीं होगा। कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कहा कि लाला श्याम लाल बिल्डिंग में एक पोस्ट कोविड केयर वार्ड भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही पोस्ट कोविड केयर ओपीडी उमंग भी शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।

बच्चों के लिए बेड बढ़ाए जा रहे

डॉ. कालरा ने बताया कि बच्चों में महामारी आती है तो 15 प्रतिशत केस ऐसे आते हैं, जिन्हें भर्ती करने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए वार्ड 14,15,16,17 में ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़़ाने और अतिरिक्त आईसीयू के लिए भी कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द ही बच्चों के लिए एक 100 बेड का आईसीयू, 400 आक्सीजन बेड व 100 बिना ऑक्सीजन के तैयार करने का काम चल रहा है। कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कहा कि युवराज फांउडेशन की सहायता से लाला श्यामलाल बिल्डिंग में एक 100 बैड का आईसीयू तैयार किए जाने पर कार्य चल रहा है। डॉ. कालरा ने बताय कि संस्थान के अधिकारी, चिकित्सक व अन्य स्टाफ पिछले एक साल से भी अधिक समय से दिन रात मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। कोरोना के केस कम होने शुरू हो गए हैं, लेकिन इसे अभी हल्के में नहीं लेना है। तीसरी लहर भी आ सकती है और बच्चों को वैक्सिन न लग पाने के कारण वें इससे प्रभावित हो सकते हैं।

ऑक्सीजन के तीन प्लांट होंगे

डॉ. कालरा ने बताया कि आक्सीजन जनरेटर प्लांट लाला श्याम लाला बिल्डिंग के पीछे बनाया जा रहा है और यहीं पर बॉटलिंग प्लांट भी लगाया जाएगा। 1 प्लांट 15 जून और दूसरा 30 जून तक तैयार हो जाएगा। तीसरा प्लांट 15 जुलाई तक तैयार होगा। जिसके बाद पीजीआईएमएस की 2833 लीटर की क्षमता हो जाएगी।

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