Weather Update : अब प्रदेश में गर्मी अपना रूप दिखाएगी

Haribhoomi News Haryana : चक्रवाती तूफान ताउ-ते ने लोगों को कई दिन तक गर्मी से राहत दिलाई। लेकिन अब लोगों को चिलचिलाती गर्मी का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। आने वाले दिनों में राजस्थान की ओर से शुष्क हवाएं चलेंगी। जिसकी वजह से हरियाणा में तेज गर्मी का दौर शुुरू होगा और आने वाले दिनों में प्रदेश का तापमान 43 डिग्री भी पार कर सकता है। माना जा रहा है कि यह दिन नौतपा के होंगे। सोमवार को भी प्रदेश में अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री पर पहुंच गया हालांकि यह सामान्य से 3 डिग्री कम है रात का तापमान 24.2 डिग्री नोट किया गया आने वाले दिनों में या लगातार बढ़ेगा और 43 डिग्री का आंकड़ा पार कर सकता है हिसार के तापमान के अलावा अंबाला भिवानी नारनौल सिरसा में भी तापमान 35 डिग्री पार नोट किया गया। केंद्रीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले कई दिनों तक गर्मी बढ़ेगी बीच-बीच में आंशिक रूप से कहीं-कहीं बॉर्डर बिछा सकते हैं और 25 से 30 किलोमीटर की रफ्तार से धूल भरी हवाएं भी चल सकती है लेकिन इससे पहले गर्मी बढ़ने के आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक मई को ताउ-ते चक्रवाती तूफान का व्यापक असर रोहतक व इसके आसपास के क्षेत्र में था, उस दिन 19 मई को लोगों को दिसम्बर-जनवरी का एहसास हो रहा था। अधिकतम पारा 24-25 डिग्री सेल्सियस ऊपर नहीं पहुंचा पाया था। अमूमन मई के तीसरे चौथे सप्ताह में गर्मी अपने चरम पर होती है। कभी-कभार तो तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच जाता है। लेकिन चक्रवाती तूफान की वजह से बीते कई दिन से लोगों को भंयकर गर्मी से राहत मिली हुई है। लेकिन अब आने वाले दिनों में राहत नहीं मिलेगी।
हालांकि एक और चक्रवाती तूफान यास सोमवार 24 मई को पश्चिमी बंगाल तटीय इलाकाें से टकराया है। इसका असर भी कई राज्यों में होने का अनुमान मौसम विभाग का है। मौसम विभाग का कहना है कि यास की वजह से पंजाब से बिहार तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इस ट्रफ रेखा में बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है। ट्रफ रेखा हरियाणा में भी बताई जा रही है। अगर यास का असर हरियाणा में होता है तो उत्तर जिलों का मौसम बदल सकता है।
खरीफ की बिजाई करें
पिछले दिनों हुई बारिश का काफी लाभ किसानों को हुआ है। क्योंकि अब खरीफ की बिजाई की जा सकेगी। हालांकि किसानों ने कपास की बिजाई पहले ही कर ली थी। अब बारिश होने से फसल की बढ़वार अच्छी होगी। इसके अलावा किसान चारे वाली फसलों की बिजाई भी अब कर सकते हैं। इनमें ज्वार प्रमुख रूप से है। क्योंकि बारिश होने से जमीन में नमी की मात्रा भरपूर है। इसके अलावा तापमान भी अब ज्यादा नहीं है।
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