हरियाणा : अब इनकम की जांच करने घर आएगी टीम, टेबल पर बैठे ही नहीं होगी Family ID में वेरिफिकेशन

हरियाणा : अब इनकम की जांच करने घर आएगी टीम, टेबल पर बैठे ही नहीं होगी Family ID में वेरिफिकेशन
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ऐसे में जब से आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ा है तभी से विभाग के पास हजारों शिकायतें इनकम त्रुटि ठीक करने को लेकर पहुंच रही हैं।

जींद। परिवार पहचान पत्र ( पीपीपी ) में इनकम वेरिफिकेशन का कार्य पूरी सख्ती से किया जाएगा। जो भी कर्मी पीपीपी में इनकम वेरिफकेशन करेगा वो टेबल पर बैठ कर वेरिफकेशन नहीं कर सकेगा। वेरिफिकेशन के लिए उसे शिकायतकर्ता के घर तक जाना होगा और फिर वहीं से इनकम वेरिफिकेशन का काम इनकम वेरिफिकेशन एप के जरिए करना होगा। हालांकि पहले मैनुअल तरीके से भी यह काम हुआ है लेकिन इसके चलते बिना घर जाए वेरिफिकेशन करने की शिकायतें प्रशासन को मिली। जिसके चलते अब यह कदम उठाया गया है। इसके अलावा जिस भी कर्मचारी की शिकायत मिलती है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।

त्रुटियों को ठीक करवाने के लिए 10, 11, 16, 17, 18 को लगेंगे शिविर

आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए सालाना इनकम 1 लाख 80 हजार रुपये तक होनी चाहिए। कई लोगों ने पीपीपी बनवाते हुए गलत इनकम की जानकारी दे दी। जबकि उनकी इनकम कम है। जिसके चलते अब वो आयुष्मान भारत योजना के पात्र नहीं रहे। ऐसे में जब से आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ा है तभी से विभाग के पास हजारों शिकायतें इनकम त्रुटि ठीक करने को लेकर पहुंच रही हैं। हालांकि पीपीपी से संबंधित त्रुटियों को सही करवाने के लिए प्रत्येक गांव और वार्ड में 10, 11, 16, 17 व 18 दिसंबर को विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है लेकिन इन शिविरों में इनकम खामी को दुरूस्त नहीं किया जाएगा।

10, 11, 16, 17 व 18 को यह त्रुटियां होंगी दूर

त्रुटियां दुरूस्त करने के लिए कई बिंदू निर्धारित किए हैं जिनको ठीक करवाया जा सकेगा। इसमें स्वयं का पहला और अंतिम नाम, पिता का पहला और अंतिम नाम, माता का पहला और अंतिम नाम, मोबाइल नंबर, बैंक खाता और आईएफएससी कोड, जाति श्रेणी, पेशा, व्यवसाय, लिंग, मृत के रूप में चिह्नित करवाना, जिंदा के रूप में चिह्नित करवाना, दिव्यांग, वैवाहिक स्थिति, योग्यता और जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित शामिल हैं।

इनकम खामी को दूर करने के लिए सरल पोर्टल पर करें अप्लाई

पीपीपी में इनकम खामी को दूर करने के लिएउ सरल पोर्टल से अप्लाई करना होगा। आवेदन मिलने के बाद कमेटी के माध्यम से सर्वे करने वाले कर्मचारी मौके पर पहुंचेंगे। इस दौरान उन्हें वेरिफिकेशन एप की लोकेशन भी ऑन रखनी होगी, तभी सर्वे को सही माना जाएगा। यदि बिना लोकेशन ऑन किए उसमें इनकम वेरिफिकेशन की जाती है तो उसे गलत माना जाएगा।

इनकम वेरिफिकेशन का कार्य मोबाइल एप हो रहा : एडीसी

जींद के एडीसी साहिल गुप्ता ने बताया कि परिवार पहचान पत्र में इनकम वेरिफिकेशन का कार्य मोबाइल एप के जरिये किया जा रहा है। इसमें सर्वे करने वाले की लोकेशन भी आती है। इसमें किसी प्रकार की गलत एंट्री होने की संभावना न के बराबर रह जाती है। परिवार पहचान पत्र होने पर ही सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा का लाभ मिलेगा। फिलहाल इनकम त्रुटि को छोड़ कर पीपीपी से संबंधित त्रुटियों को सही करवाने के लिए प्रत्येक गांव, वार्ड में 10, 11, 16, 17 व 18 दिसंबर को विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

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