अब नम्बरदार संभालेंगे कंडेला खाप की चौधर, जानें पूरा मामला

अब नम्बरदार संभालेंगे कंडेला खाप की चौधर, जानें पूरा मामला
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कंडेला खाप चौधर को लेकर उठे बवाल के चलते कंडेला में पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमे खाप के अध्यक्ष टेकराम कंडेला ने इस्तीफा दे दिया, साथ ही हाल ही में बनाए गए नवनियुक्त प्रधान ओमप्रकाश भी खुद चौधर से हट गए।

हरिभूमि न्यूज. जींद

कंडेला खाप चौधर को लेकर उठे बवाल के चलते रविवार को गांव कंडेला में पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमे खाप के अध्यक्ष टेकराम कंडेला ने इस्तीफा दे दिया, साथ ही हाल ही में बनाए गए नवनियुक्त प्रधान ओमप्रकाश भी खुद चौधर से हट गए और उन्होंने खाप चौधरी का फैसला पंचायत पर छोड़ दिया। पंचायत में निर्णय लिया गया कि कंडेला खाप का अध्यक्ष दो माह के अंदर बनाया जाएगा। तब तक खाप से संबंधित सभी कार्य गांव कंडेला के दो मौजिज नम्बरदार चिट्ठी फाड़ेंगे। पंचायत की अध्यक्षता ईश्वर लोहचब ने की। गांव कंडेला के एतिहासिक चबूतरे पर चली अढ़ाई घंटे पंचायत में खाप अध्यक्ष गैर राजनीतिक होने का हवाला देकर राजनीति करने पर निशाने भी साधे गए। पंचायत में कंडेला खाप से अलग हुए माजरा खाप के मौजिज व्यक्ति भी शामिल रहे।

देश की सबसे मजबूत तथा सूर्खियों में रहने वाली कंडेला खाप 11 मार्च को उस समय सूर्खियों में फिर आई जब गांव के ऐतिहासिक चबूतरे पर पंचायत बुलाकर खाप के अध्यक्ष टेकराम कंडेला को हटाने का फरमान जारी कर दिया। गांव के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश को कंडेला खाप का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। टेकराम कंडेला पर खाप चौधरी के नाम पर राजनीति करने के आरोप लगाए गए। टेकराम कंडेला ने आयोजित पंचायत को चंद लोगों की पंचायत बताया था। कंडेला खाप की चौधर को लेकर उठे बवाल के चलते रविवार को गांव के ऐतिहासिक खाप चबूतरे पर कंडेला खाप की पंचायत बुलाई गई। जिस पर टेकराम कंडेला तथा ओमप्रकाश ने भी अपने विचार रखे। टेकराम कंडेला ने चौधर को लेकर उठे बवाल के चलते कंडेला खाप के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और साथ ही गठित कार्यकारिणी को भंग कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि वे दोबारा कंडेला खाप के अध्यक्ष नहीं बनेंगे। वहीं, 11 मार्च को बनाए गए कंडेला खाप के अध्यक्ष ओमप्रकाश ने पंचायत में कहा कि कंडेला खाप के लोग जिसे भी अध्यक्ष बनाएंगे वह उन्हें मंजूर होगी। उन्होंने भी खुद को खाप चौधर से अलग कर लिया। पंचायत में काफी देर चर्चा चलने के बाद निर्णय लिया गया कि दो माह के अंदर कंडेला खाप का अध्यक्ष नियुक्त किया जाए। जब तक अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होती तब तक खाप से संबंधित कार्यों को लेकर गांव कंडेला के दो नम्बरदार चिट्ठी फाड़ेंगे।

27 वर्ष तक कंडेला खाप के चौधरी रहे टेकराम कंडेला

कंडेला खाप को मजबूत खाप माना जाता है। जिसकी चौधर की कमान टेकराम कंडेला ने 1993 में संभाली थी। इससे पूर्व मोजी नम्बरदार खाप के अध्यक्ष थे। जिनकी मौत के बाद टेकराम कंडेला को खाप का अध्यक्ष बनाया गया था। उनसे पूर्व तपेदार शादीराम नम्बरदार कंडेला खाप के अध्यक्ष थे। दमदार खाप को देखते हुए टेकराम कंडेला को सर्वजात सर्वखाप का राष्ट्रीय संयोजक बनाया गया। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से संबंधित बड़े सम्मेलनों की अध्यक्षता उन्होंने की। हाल ही में तीन फरवरी को किसान आंदोलन के पक्ष में राकेश टिकैत की किसान महापंचायत का आयोजन कर सूर्खिया बटौरी। वर्ष 1983 में गांव कंडेला के सरपंच बने, 1991 में इनेलो की टिकट पर चुनाव भी लड़ा लेकिन हार गए। वर्ष 2003 में जींद मार्केट कमेटी के चेयरमैन बने, वर्ष 2004 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और चुनाव हार गए। जींद उपचुनाव में उन्होंने भाजपा का दामन थामा और लेबर फेडरेशन के चेयरमैन बने। किसान आंदोलन के चलते भाजपा से किनारा कर किसानों के पक्ष में उतर आए।


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