अब हरियाणा रोडवेज में ऑनलाइन टिकट नहीं ले रहे यात्री

हरिभूमि न्यूज : रोहतक
कोरोना महामारी को देखते हुए रोडवेज(Roadways) डिपो ने यात्रियों के लिए ऑनलाइन टिकटों की व्यवस्था की थी, लेकिन यात्री ऑफलाइन टिकटों को तवज्जो दे रहे हैं। मंगलवार को डिपो से पंचकूला के लिए दो व गुरुग्राम के लिए दो बसों में ही यात्रियों द्वारा ऑनलाइन टिकटें(Tickets online) करवाई गई थी, जबकि अन्य 38 रूटों पर सवारियों द्वारा बूथ पर आकर ही टिकट ली गई। अब कम यात्री ही ऑनलाइन टिकट करवा रहे हैं। रोडवेज प्रबंधन (Roadways management) ने भी ऑफलाइन टिकटों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बूथोंपर रोडवेज कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है जो लगातार यात्रियों को टिकट देने का काम करते हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच लोगों को बस सेवा मिले, इसके लिए रोडवेज मुख्यालय द्वारा पहले ऑनलाइन टिकट की ही व्यवस्था की गई थी। धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़़ने लगी और यात्री बस स्टैंड परिसर में आने लगे। जिस पर फैसला लिया गया कि यात्रियों को रोडवेज परिसर बूथों में भी ऑफलाइन टिकट दी जाए। रोडवेज प्रबंधन का यह फैसला यात्रियों को रास आया और धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़़ने लगी। यात्री भी ऑनलाइन की बजाए अब बूथ पर आकर टिकट लेने लगे हैं।
केवल चार बसों के लिए हुई ऑनलाइन टिकट बुक
मंगलवार को रोहतक से विभिन्न रूटों पर निकली बसों में से केवल चार बसों के लिए ही यात्रियों द्वारा ऑनलाइन टिकट करवाई गई। जबकि अन्य बसों के लिए यात्रियों ने ऑफलाइन टिकट ली। मंगलवार को कुल 38 बसों में 2625 यात्रियों ने सफर किया। इनमें से 2595 यात्रियों ने बूथ से ही टिकट ली जबकि गुरूग्राम के लिए निकली दो बसों के लिए 27 ने तथा पंचकूला के लिए निकली दो बस के लिए 55 यात्रियों ने ही ऑनलाइन टिकट बुक करवाई। जबकि भिवानी, पानीपत, जींद, हिसार, सोनीपत जाने के लिए यात्रियों ने बूथ पर ही टिकट ली।
अलग-अलग बूथों पर टिकट देने की व्यवस्था
बूथ पर टिकट देने के लिए कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं। बस स्टैंड परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए यात्रियों को टिकट देने का काम किया जाता है। पंचकूला, जींद, हिसार व अन्य जगहों के लिए अलग-अलग बूथों पर टिकट देने की व्यवस्था की गई है। -बिजेंद्र हुड्डा, जीएम
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS