अब कैदी बनेंगे रेडियो जॉकी, कुरुक्षेत्र की जेल में शुरू हुआ हरियाणा का पहला ऐसा स्टेशन

हरिभूमि न्यूज : कुरुक्षेत्र
हरियाणा के कुरुक्षेत्र की जेल में पहली बार बंदियों के लिए रेडियो जॉकी स्टेशन शुरू किया गया है। इस रेडियो का संचालन कुरुक्षेत्र जेल के बंदियों द्वारा ही किया जाएगा। इस रेडियो स्टेशन से अच्छे-अच्छे कार्यक्रम सुने जा सकेंगे। अहम पहलू यह है कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस न्यायमूर्ति बीएस वालिया ने इस रेडियो जॉकी स्टेशन का विधिवत रुप से शुभारंभ किया। इस उदघाटन सत्र से ही बंदियों ने गीत और उदघोषण करने का कार्य शुरू कर दिया है।
पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस न्यायमूर्ति बीएस वालिया शुक्रवार को देर सायं कुरुक्षेत्र जिला कारागार में पहुंचे। यहां पहुंचने पर नियमानुसार जस्टिस न्यायमूर्ति बीएस वालिया को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके उपरांत जस्टिस न्यायमूर्ति बीएस वालिया ने सबसे पहले तिनका-तिनका संस्थान के सहयोग से कुरुक्षेत्र जेल में स्थापित किए गए रेडियो जॉकी स्टेशन का रिब्बन काटकर उदघाटन किया।
इस रेडियो जॉकी स्टेशन के सामने जस्टिस न्यायमूर्ति बीएस वालिया ने आम और जिला एवं सत्र न्यायधीश अजय कुमार शारदा ने अमरुद का पौधा लगाया। इसके उपरांत हाई कोर्ट के न्यायधीश ने बंदियों के स्वास्थ्य सेवाओं का आंकलन करने के लिए अस्पताल का जायजा लिया और लाईब्रेरी का भी अवलोकन किया। यहां पर बंदियों ने बेहतरीन गीतों और भजनों की प्रस्तुती दी तथा रेडियो जॉकी स्टेशन के लिए तैयार किए गए गीतों को भी बंदियों ने सबके समक्ष रखा। इन गीतों की प्रस्तुती ने सबको तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
हवाई चप्पल व पेपर डोना मेकिंग इकाई का किया उदघाटन
हाईकोर्ट के जस्टिस न्यायमूर्ति बीएस वालिया ने लाईब्रेरी का अवलोकन करने के बाद जिला कारागार में बंदियों के लिए उद्योग शाला में हवाई चप्पल व पेपर डोना मेकिंग इकाई का उदघाटन किया। इसके साथ ही जिला कारागार कुरुक्षेत्र के बंदियों को आपातकालीन स्थिति में अस्पताल ले जाने के लिए कार स्टाईिलंग जक्शंन करनाल द्वारा भेंट की गई मारुति सुजुकी एम्बूलेंस का भी रिब्बन काटकर लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम के बाद बंदियों द्वारा संचालित बेकरी का भी जायजा लिया। इन सभी कार्यक्रमों के बारे में जेल अधीक्षक सोमनाथ जगत ने बारीकि से जानकारी दी है। हाई कोर्ट के जस्टिस न्यायमूर्ति बीएस वालिया ने महिला बंदियों के वार्ड का दौरा किया, यहां पर महिला बंदियों से बातचीत कर, उनकी समस्याओं को जाना और उनका समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश भी दिए।
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