अब अस्सी रुपये का पौधा खरीदकर बचाओ पर्यावरण

अजमेर गोयत : महम
अपने आस-पास का पर्यावरण बचाए रखने के लिए अब लोगों को अपनी जेब ढ़ीली करनी होगी। सरकारी नर्सरी से अब किसी भी प्रकार का पौधा निशुल्क नहीं मिलेगा। पहले सरकार पर्यावरण बचाए रखने के लिए हर नागरिक को फ्री में पौधे मुहैया करवाती थी। इसके अलावा औपचारिकता पूरी करने के लिए एक रुपया पौधा लिया जाता था, लेकिन अब सरकार के आदेशानुसार सरकारी नर्सरी में पौधों के रेट हाई कर दिए गए हैं। जिसके कारण आम नागरिकों में खासा रोष देखने को मिल रहा है।
बरसात के मौसम में पर्यावरण प्रेमी नर्सरी में पौधे लेने के लिए जाते हैं लेकिन वहां पर लगी लिस्ट देखकर उनके पसीने छुटने लगते हैं। लिस्ट के अनुसार अगर आप अच्छी बढ़वार वाला पौधा लेना चाहते हैं तो आपको 80 रुपये प्रति पौधा खर्च करने होंगे। इसके अलावा कुछ छोटे पौधों का रेट 10 रुपये, 15 रुपये, 25 व 30 रुपये निर्धारित किया गया है। नर्सरी में कार्य करने वाले कुछ कर्मचारियों ने बताया कि पहले लोग पौधे लेने आते थे जो काफी मात्रा में पौधे लेकर जाते थे। लेकिन अबकी बार रेट सुनकर वापस भाग जाते हैं।
सवा लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
वन विभाग के रेज ऑफिसर जयप्रकाश ने बताया कि अबकी बार क्षेत्र में सवा लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिस मेंसे 40 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। ये विभाग अपने आप जगह निर्धारित कर लगवाता है तथा उसकी देखाभल करता है। इसके अलावा अगर स्कूल संचालक पौधे लेना चाहे तो उसके लिए निशुल्क व्यवस्था है, लेकिन अबकी बार कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद हैं। इसलिए स्कूलों में पौधे वितरित नहीं किए जा रहे। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार ही पौधों का रेट निर्धारित किया गया है।
निजी नर्सरी में मिल रहे सस्ते
स्थानीय नागरिक उमेद सिंह ढाका, धर्मबीर पांचाल, राजेंद्र जांगड़ा, कपूर सिवाच, शीला देवी, सुशीला देवी, सरिता देवी, संतोष देवी, दर्शना आदि का कहना है कि सरकार द्वारा पौधों के महंगे रेट निर्धारित करना शर्मनांक है। इससे सस्ते तो निजी नर्सरी वाले घर पर आकर पौधे देकर जाते हैं। पर्यावरण सरंक्षण के लिए सरकार ने पहले की तरह निशुल्क पौधे वितरित करने चाहिएं ताकि गरीब व्यक्ति अपने आस-पास पौधे रोप कर पर्यावरण बचाने में सहायक सिद्ध हो सके। अगर इसी तरह पौधों के हाई रेट रहे तो आम आदमी का पर्यावरण से मोहभंग होगा तथा इसका खामियाजा आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ सकता है।
ये मिल रहे हैं पौधे
वन विभाग के दरोगा जयपाल ने बताया कि नर्सरी में पीपल, बरगद, जामुन, शीशम, शहतूत, कीकर, पिलखन, अमरूद, पापड़ी, लेहसुआ, कुसुम, अर्जुन, नीम, अनार व अन्य प्रकार के पौधे तैयार किए गए हैं। जो बड़े साइज के थैली में हैं तथा उनकी उंचाई पांच फीट के करीब है ऐसे पौधों का रेट 80 रुपये प्रति पौधा रखा गया है।
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