अब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होंगी अध्यापक नरेश आकाश की उपलब्धियां

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत
राजकीय उच्च विद्यालय, जाहरी के कला अध्यापक नरेश आकाश की 34 वर्षों की टीचिंग और कला क्षेत्र में की गई बेहतरीन उपलब्धियां अब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड, लंदन में दर्ज होंगी। जिसका कंफर्मेशन लेटर जारी हो चुका है। जल्द ही एक डेलीगेशन आएगा और नरेश आकाश को वर्ल्ड बुक भेंट करते हुए अवार्ड से सम्मानित करेगा। नरेश आकाश की इस उपलब्धी पर पूरे परिवार में जश्न जैसा माहौल है। लगातार बधाइयां मिल रही है। नरेश आकाश ने इसे अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धी बताते हुए कहा कि इसके पीछे मेरे स्टूडेंट का बड़ा योगदान हैं। स्टूडेंट ही मेरी प्रेरणा हैं, उन्होंने ही मुझे तराशा और अच्छा टीचर बनाया। जिसका परिणाम आज सबके सामने है।
सोनीपत के सेक्टर-23 निवासी नरेश आकाश का कहना है कि उन्होंने अपनी शिक्षा रोहतक के गांव गद्दी खेड़ी से पूरी की। उस समय कला क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के बाद भी मुझे 150 में से 92 अंक ही प्राप्त हुए थे। कई बार प्रयास के बाद भी मैं इससे आगे नहीं बढ़ पाया। मुझे लगा कि कुछ कमियां जरूर रही हैं, जिस कारण उतने अंक नहीं मिल पाए, जितने चाहिए थे। शिक्षक के रूप में भी मैंने इन कमियों को खोजा और उन्हें दूर करने का प्रयास किया। इसी प्रयास में ड्राइंग के बच्चों के लिए तीन पुस्तकें लिखी। जिन्हें पढ़ने के बाद ही बच्चों ने फाइन आर्ट में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किए। नरेश आकाश ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद वे भारतीय सभ्यता, कला व संस्कृति के संरक्षण व उत्थान के लिए देशभर में जन जागृति अभियान चलाएंगे और अभिभावकों व बच्चों को इसमें शामिल करने के लिए जागरुक करेंगे। उन्होंने कहा कि कला क्षेत्र में रोजगार के स्वर्णिम अवसर हैं, जरूरत हैं बच्चों व पैरेंट्स को इसके प्रति जागरुक करने की।
धर्मपत्नी ने हर कदम पर दिया साथ
अपनी सफलता और उपलब्धियों में धर्मपत्नी सरीता आकाश का बहुत बड़ा योगदान होने की बात कहते हुए नरेश आकाश कहते हैं कि उन्होंने बतौर शिक्षक अपनी पारी की शुरूआत 8 दिसंबर 1986 को एसएम हिंदू स्कूल से की थी। इससे पहले दो साल झज्जर में भी शिक्षा दी थी। शुरूआत से लेकर आज तक पत्नी ने हर कदम पर पूरा साथ दिया। मुश्किल वक्त में भी मेरा हौसला बनाए रखा। उन्होंने कहा कि आज जो अचीवमेंट मिली है, उसके पीछे भी सरीता आकाश का बहुत बड़ा योगदान है।
शिक्षक, आर्टिस्ट, राइटर के रूप में अर्जित उपलब्यिां की शामिल
नरेश आकाश बताते हैं कि उन्होंने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड, लंदन के लिए करीब ढाई महीने पहले अप्लाई किया था। जिसके बाद वर्ल्ड बुक की तरफ से 34 वर्षों के शैक्षणिक काल के दौरान बतौर शिक्षक, आर्टिस्ट, राइटर के रूप में अर्जित उपलब्धियां और उनके प्रमाण मांगे थे। उनके भेजने के बाद सभी प्रमाणों की जांच की गई। प्रमाण ठीक पाए जाने पर करीब एक सप्ताह पहले ऑनलाइन इंटरव्यू कंडक्ट किया गया। जिसके बाद उन्होंने 19 जनवरी को कंफर्मेशन लेटर जारी किया। अब अवार्ड देने के लिए जल्द ही एक डेलीगेशन आएगा और वह बुक सौंपेंगा, जिसमें दूनिया भर से एकत्रित उपलब्धियों सहित मेरी उपलब्धियां भी दर्ज होंगी।
इन कैटेगरी के आधार पर वर्ल्ड बुक में दर्ज हुई उपलब्धियां
-अध्यापक के रूप में : 34 सालों की टीचिंग के दौरान हजारों बच्चे फाइन आर्ट के लिए तैयार किए।
-राष्ट्रीय स्तर, प्रदेश स्तर और जिला स्तर पर सैंकड़ोंे बच्चे पेंटिंग प्रतियोगिता जीत चुके हैं, जिसके लिए राज्यपाल द्वारा भी पुरस्कृत किया जा चुका है।
-10वीं कक्षा के 14 बच्चों ने फाइन आर्ट में शत प्रतिशत अंक प्राप्त कर रिकॉर्ड बनाया।
-एक दिन में लगातार 10 घंटे तक बच्चों को पढ़ाते हुए ड्राइंग का पूरा सिलेबस पूरा करवाया था।
-राइटर के रूप में : ड्राइंग के बच्चों के लिए तीन पुस्तकें लिखी। जिनकी सहायता से अब बच्चे ड्राइंग में शत प्रतिशत अंक प्राप्त कर पा रहे हैं।
-सोनीपत का इतिहास दर्शाते हुए बनाई गई चार पेंटिंग सोनीपत के स्वर्णप्रस्थ संग्राहलय में लगी हुई हैं।
-समाजसेवी के रूप में : 20 साल के कड़े संघर्ष के बाद लाखों लोगों को न्याय दिलवाया।
ये रही उपलब्धियां
-2006 : विशिष्ट समाज सेवी सद्भावना अवार्ड से विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया।
-2007 : राष्ट्र निर्माता शिक्षक सम्मान से नवाजा गया।
-26 जनवरी 2016 : शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए शिक्षा मंत्री ने सम्मानित किया।
-2016 : डीजीपी हरियाणा द्वारा टोप टेन पर्सनैलिटी अवार्ड से सम्मानित किया।
-2017 : पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन द्वारा सामाजिक कार्यों के लिए योद्धा सम्मान से नवाजा गया।
-2018 : हरियाणा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
-2018 : हिसार में बेस्ट ऑफ द बेस्ट नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया।
-2019 : कलाश्री शिक्षक सम्मान से नवाजा गया।
-2020 : कोविड-19 के दौरान बेहतर कार्य करने पर आचार्य देवो भव: अवार्ड-2020 से सम्मानित किया गया।
-शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश भर में सबसे बेहतर परिणाम देने पर अनेकों बार प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS