मौसम का मिजाज बदला : अब आएंगे फागुणी मस्ती के दिन, बढ़ने लगा पारा

हरिभूमि न्यूज. रोहतक : पांच दिन बाद फाल्गुन शुरू हो जाएगा। इस महीने में मौसम का जैसा मिजाज होता है, अब ऐसा ही होगा। हर रोज धीरे-धीरे तापमान बढ़ेगा। राजस्थान की ओर से हवाएं भी चलेंगी। अगर मौसम में एकदम से बड़ा बदलाव नहीं आता है, तो माघ के बचे शेष दिनों में ही तीन से चार डिग्री पारा बढ़ेगा, जिससे लोगों को दिन की सर्दी से पूरी राहत मिल जाएगी।
धीरे-धीरे तापमान बढ़ेगा, तो यह रबी की फसल के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इससे फसलें सही पकेंगी और उत्पादन पूरा मिलेगा। रबी 2022 में समय से पहले पारा सामान्य से ज्यादा होने की वजह से गेहूं का उत्पादन 12-15 प्रतिशत कम हुआ था। उत्पादन कम होने की दूसरी वजह यह भी थी कि गत वर्ष सर्दी में कई बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से ज्यादा बारिश हुई, जिससे फसलों में काफी नुकसान हुआ।
जानें फाल्गुनी मस्ती के बारे में
फाल्गुन की शुरुआत में भले ही थोड़ी बहुत ठंड होती है, लेकिन जब दिन होली के करीब पहुंचते हैं, ताे मौसम काफी सुहावना हो जाता है। यानि के न तो गर्मी होती है और न ही सर्दी। पेड़-पौधों पर नई कोपलें निकलती हैं। इससे नए जीवन का संचार होता है। जिसका असर मानव पर भी होना स्वभाविक है। इसलिए उत्तर भारत में फागुण के महीने का सांस्कृतिक रूप से ज्यादा महत्व है। तापमान को लेकर मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान जारी किया है, मंगलवार को अधिकतम पारा 20 और न्यूनतम 8, बुधवार को 21-09, वीरवार को 22-09, शुक्रवार को 23-10 और शनिवार को अधिकतम पारा 24 और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। यह तभी होगा, जब उत्तर पश्चिमी की तरफ से 10-12 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले एक सप्ताह राज्य में कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं हाेगा। इसलिए मौसम साफ रहेगा।
सामान्य से कम था तापमान
चौबीस घंटे पहले रोहतक का दिन का तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस कम 18.4 दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम पारा 12.4 सामान्य की श्रेणी में पहुंच गया है और यही कारण है कि अब सर्दी कम होगी। ध्यान रहे कि इस बार अन्य वर्षाें की अपेक्षा एक सप्ताह पहले कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हुआ था। हाड़ कंपकपाने वाले दिनों की संख्या भी इस बार ज्यादा रही। हालांकि कोहरा अबकि बार कम पड़ा है। पूरे सीजन में शायद ही चौबीसों घंटें लगातार धुंध पड़ी हो। वैसे भी पहले की अपेक्षा अब धुंध के दिनों की संख्या कम होने लगी है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS