अब बड़े साहबों को भी मशीन से हाजिरी लगानी पड़ेगी

अब बड़े साहबों को भी मशीन से हाजिरी लगानी पड़ेगी
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प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद इस पक्ष में हैं कि छोटे से छोटे कर्मियों के साथ-साथ राज्य के आला अफसर भी बायोमेट्रिक हाजिरी के साथ में पालन करें। इसके लिए दिशा निर्देश दिए गए है।

योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़

हरियाण सरकार के विभिन्न सरकारी विभागों, निगमों, बोर्डों में दो सप्ताह पहले भले ही बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य कर दी गई है। इसके साथ ही अब ग्रुप डी, सी से लेकर मुख्य सचिव आफिस तक इसका सख्ती से पालन कराने की तैयारी है। अर्थात अब केवल निचले स्तर के कर्मचारी ही नहीं बल्कि बड़े साहब को भी मशीन से हाजिरी लगानी पड़ेगी। भरोसेमंद उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद इस पक्ष में हैं कि छोटे से छोटे कर्मियों के साथ-साथ राज्य के आला अफसर भी बायोमेट्रिक हाजिरी के साथ में पालन करें। इसके लिए दिशा निर्देश दिए गए है।

मुख्य सचिव कार्यालय ने सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, बोर्ड-निगमों के प्रबंध निदेशकों, मुख्य प्रशासकों, मंडलायुक्तों, डीसी व यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को आदेश भी जारी किए थे। वहीं मशीन से हाजिरी सौ फीसदी सुनिश्चित रहे, इस बात को देखते हुए इस बात पर भी पैनी नजर रखी जा रही है कि कौन-कौन से दफ्तरों में मशीनें खराब पड़ी हैं, जिनको दिन के दिन तुरंत प्रभाव से ठीक करने का आदेश है।

कोविड के समय कर्मचािरयों को मिली थी छूट

कोविड महामारी की दो लहरों के दौरान बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने से छूट इसलिए दी गई थी ताकि किसी तरह का कोई संक्रमण नहीं फैले। दो साल से बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं होने का काफी संख्या में कर्मी फायदा भी उठा रहे थे, क्योंकि मैनुअल कामकाज चल रहा था। फरलो और सीट से गायब रहने की शिकायत प्रदेश मुख्यालय तक पहुंच रहीं थी। राज्य के विभिन्न जिलों के विभागों में भी बुरा हाल था, कामकाज नहीं करने व सीट से बहानेबाजी बनाकर अक्सर गायब हो जाने के मामलों को देखते हुए बायोमेटि्रक हाजिरी के निर्देश दिए थे।

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