अब ग्रामीण क्षेत्र में भी बहेगी ज्ञान की गंगा, आगे पढ़ें

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कैथल जिले के 37 गांवों में महाग्राम पुस्तकालय खोले जाएंगे। उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से जिले में ये महाग्राम पुस्तकालय उपमंडल व खंड स्तर पर खोले जाएंगे। इसके पीछे विभाग का उद्देश्य है कि ग्रामीण परिवेश के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके और ग्रामीण परिवेश के बच्चे भी कंपिटिशन की तैयारी कर सके।

सूरज सहारण : कैथल

पुस्तकें व्यक्ति की सच्ची दोस्त होती है। पुस्तकें पढ़कर ही विभिन्न व्यक्तियों ने साहित्य व विज्ञान सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का डंका बजाया। इसी के मद्देनजर अब सरकार ग्रामीण क्षेत्र तक ज्ञान की धारा पहुंचाने जा रही है। इसके लिए जिले के 37 गांवों में महाग्राम पुस्तकालय खोले जाएंगे। उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से जिले में ये महाग्राम पुस्तकालय उपमंडल व खंड स्तर पर खोले जाएंगे।

इसके पीछे विभाग का उद्देश्य है कि ग्रामीण परिवेश के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके और ग्रामीण परिवेश के बच्चे भी कंपिटिशन की तैयारी कर सके। इन पुस्तकालयों में हर आयु वर्ग के बच्चे व बुजुर्ग ज्ञानवर्धक पुस्तके पढ़ सकते हैं। फिलहाल विभाग के प्रत्येक पुस्तकालय के लिए 3 लाख रुपए की राशि निर्धारित की है। जिले में 37 महाग्राम पुस्तकालयों के लिए करीब एक करोड़ 11 लाख रुपए निर्धारित किए गए हैं।

यहां खुलेंगे महाग्राम पुस्तकालय

राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्राइमरी विंग भाणा, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल भूना की प्राइमरी विंग, राजकीय प्राइमरी स्कूल जाखौली अड्डद्दा की प्राइमरी विंग, राजकीय प्राथमिक पाठशाला कैलरम, राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल किठाना, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल खरकां, राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुराड़, राजकीय प्राथमिक पाठशाला पाड़ला, राजकीय प्राथमिक पाठशाला माजरा रोहेड़ा, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल सजूमा, राजकीय सीनियर सेकेंडरी की प्राइमरी विंग सेरधा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सिरसल, राजकीय कन्या प्राइमरी स्कूल बालू, राजकीय प्राथमिक स्कूल बाता, राजकीय प्राथमिक स्कूल भागल, राजकीय प्राथमिक स्कूल डेरा फरल, राजकीय प्राथमिक स्कूल हाबड़ी, राजकीय प्राथमिक स्कूल करोड़ा, राजकीय प्राथमिक स्कूल कौल, राजकीय प्राथमिक स्कूल ञ्चयोडक, राजकीय प्राथमिक स्कूल पबनावा, राजकीय प्राथमिक स्कूल पाई, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल ढांड की प्राइमरी विंग, राजकीय कन्या हाई स्कूल मटौर, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल गुहला, राजकीय प्राइमरी स्कूल धनौरी, राजकीय संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल कलायत, राजकीय संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल सीवन, राजकीय संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल नैना, राजकीय संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल नैना, राजकीय संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल राजौंद, राजकीय संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल पूंडरी, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल ढांड, राजकीय प्राइमरी पाठशाला जाडौला, राजकीय प्राइमरी पाठशाला तारागढ़, राजकीय प्राथमिक पाठशाला कसान, राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल टीक, राजकीय कन्या पाठशाला बरसाना, सीनियर सैकेंडरी स्कूल आगौध की प्राइमरी विंग में खुलेंगे महाग्राम पुस्तकालय।

नहीं होगी शहर आने की जरूरत

वर्तमान में देखा जाए तो ग्रामीण क्षेत्र के करीब चार से पांच हजार विद्यार्थी प्रतिदिन पुस्तकालय में पढ़ने के लिए शहर आते हैं। इससे विद्यार्थियों की समय की बचत के साथ-साथ धन की भी बचत होगी। यही नही ग्रामीण क्षेत्र पर पुस्तकालय बनने से हर गरीब व मध्यम वर्ग का युवा व युवतियां भी पुस्कालय का फायदा उठा सकेंगी।

स्वामी विवेकानंद जिला पुस्तकालय के पुस्तकाध्यक्ष एवं नोडल अधिकारी श्याम सुंदर कौशिक ने बताया कि उपायुक्त सुजान सिंह से मिलकर कार्य को गति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इन महाग्राम पुस्तकालयों में पढ़ाई करने वालों के लिए कंप्यूटर, टेबल, अलमारी, कुर्सी, पंखें आदि की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल सरकारी स्कूलों में ये महाग्राम पुस्तकालय खोले जाएंगे। इन सभी पुस्तकालयों में एक-एक लाइब्रेरी कीपर रखे जाएंगे ताकि पुस्तकों को सही ढंग से रखा जा सके।

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