अब विद्यार्थियों के कंधों पर होगी जल गुणवत्ता परीक्षण की जिम्मेदारी

अब विद्यार्थियों के कंधों पर होगी जल गुणवत्ता परीक्षण की जिम्मेदारी
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कैथल जिले के 36 साइंस स्ट्रीम स्कूलों में जल गुणवत्ता परीक्षण को लेकर 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि विद्यार्थियों द्वारा गांव में ही जल की गुणवत्ता का प्रशिक्षण किया जा सके।

कैथल : जल जीवन मिशन के उद्देश्यों व पेयजल की गुणवत्ता के प्रति विद्याथिर्यों को जागरूक किया जाएगा। इसे लेकर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के वासो के जिला सलाहकार दीपक कुमार के कार्यालय में ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर की बैठक बुलाई गई। दीपक कुमार ने बताया कैथल जिले के 36 साइंस स्ट्रीम स्कूलों में जल गुणवत्ता परीक्षण को लेकर 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि विद्यार्थियों द्वारा गांव में ही जल की गुणवत्ता का प्रशिक्षण किया जा सके।

दीपक कुमार ने बताया कि मुख्य कार्यालय द्वारा इन स्कूलों का चयन किया गया है और इसका लक्ष्य 31 अक्टूबर 2021 रखा गया है और कैथल जिले के सभी ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर की इस कार्य को पूरा करने के लिए ड्यूटी लगा दी गई है। 31 अक्टूबर से पहले लक्ष्य की को पूरा कर लिया जाएगा।

फील्ड टेस्टिंग कीट की दी जाएगी जानकारी

दीपक कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों को फील्ड टेस्टिंग कीट के माध्यम से जल गुणवत्ता प्रशिक्षण को लेकर जानकारी दी जाएगी। वर्ष 2021-22 का 6697 फील्ड टेस्टिंग कीट बांटने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक लगभग 1700 फील्ड टेस्टिंग कीट बांट दी गई है। फील्ड टेस्टिंग कीट में पानी डालकर रखने के बाद 30 से 35 डिग्री तापमान पर12 से 24 घंटे में पानी की गुणवत्ता का प्रमाण मिल जाएगा। किट में डालने के बाद पानी काला हो गया तो वह पीने योग्य नहीं है। ऐसे गांव में पानी की शुद्धता को लेकर विभाग की ओर से समाधान के प्रयास किए जाएंगे।

हर नल पर टूंटी विद्यार्थियों की जिम्मेदारी

हर घर शुद्ध पेयजल पहुंचे व हर नल पर टूंटी लगी हो यह सुनिश्चित करना विद्यार्थियों की भी जिम्मेदारी है। साथ ही पेयजल की गुणवत्ता के प्रति भी विद्यार्थी जागरूक हो ताकि पीने के पानी से कोई बीमारी न पनपे। इस मौके पर बीआरसी सतविंदर सिंह, रघबीर सिंह, साहिब सिंह, विष्णु शर्मा, चंद्रशेखर और संदीप कुमार मौजूद रहे।।

इन स्कूलाें का किया चयन

कैथल खंड के 13 स्कूल : ग्योंग, क्योड़क, शेरगढ़, चंदाना, पाडला, गुहणा, सिरटा, धनौरी,बाबा-लदाना, बुड्ढा-खेड़ा, देवबन, सुजुमा, बरोट-बंदराणा।

कलायत खंड के 5 स्कूल : रामगढ़-पांडवा, कौलेखां,बात्ता, चौशाला, कमालपुर।

सीवन खंड के 5 स्कूल : कांगथली, कवारतन, पापसर, सीवन के 2 विद्यालय।

राजौंद खंड के 4 स्कूल: सरेधा, कसान, रोहेडा, सौगंरी।

पूंडरी खंड के 4 स्कूल : फतेहपुर, रसीना, हाबड़ी, करोड़ा।

ढांण्ड खंड के 3 स्कूल: पबनावा, कौल, साकरा।

गुहला खंड के 2 स्कूल: स्यो-माजरा, भागल।

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