अब सरपंच तीन फरवरी को नरवाना में होने वाले सीएम कार्यक्रम का करेंगे विरोध

अब सरपंच तीन फरवरी को नरवाना में होने वाले सीएम कार्यक्रम का करेंगे विरोध
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जींद ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन की प्रधान प्रीति मनोहरपुर, प्रतिनिधि विनोद, हैबतपुर के सरपंच रिषिपाल ने कहा कि सरकार द्वारा ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकाॅल का फैसला वापस लेना होगा, उसके बाद ही सरपंच अपना धरना समाप्त करेंगे।

हरिभूमि न्यूज. जींद/जुलाना : लघु सचिवालय स्थित बीडीपीओ कार्यालय के सामने ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकाॅल के रोषस्वरूप मंगलवार को भी सरपंचों का धरना जारी रहा। सरपंचों ने निर्णय लिया है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल तीन फरवरी को नरवाना आ रहे हैं। सभी सरपंच इस कार्यक्रम का विरोध करेंगे।

जींद ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन की प्रधान प्रीति मनोहरपुर, प्रतिनिधि विनोद, हैबतपुर के सरपंच रिषिपाल ने कहा कि सरकार द्वारा ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकाॅल का फैसला वापस लेना होगा, उसके बाद ही सरपंच अपना धरना समाप्त करेंगे।

रविवार को गोहाना रैली में सरंपचों ने विरोध का ऐलान किया था, जिससे केंद्रीय गृह मंत्री न तो खुद रैली में पहुंचे और न ही जनता पहुंची। लोगों की संख्या कम होने के चलते ही मौसम का बहाना बनाते हुए गृह मंत्री को रैली में पहुंचने का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। सरकार का विरोध इसी तरह लगातार जारी रहेगा। वहीं, अगर सरकार और सरपंचों के बीच मांगों को लेकर किसी तरह का समाधान नहीं होता है, तो आगामी दिनों में गांवों में व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा जाएगी।

जुलाना बीडीपीओ कार्यालय में चल रहे धरने पर सरपंचों ने भरी हुंकार

बीडीपीओ कार्यालय में चल रहे सरपंचों के धरने पर सरपंचों ने हुंकार भरी है। सरपंचों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि तीन फरवरी को नरवाना में होने वाली मुख्यमंत्री की रैली का विरोध करेंगे। मंगलवार को धरने की अध्यक्षता सरपंच एसोसिएशन के प्रधान शिक्षा देवी के प्रतिनिधि सतीश नैन ने की।

सरपंचों को संबोधित करते हुए सतीश नैन ने कहा कि सरकार जब तक सरपंचों की मांगों को नही मानती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। 3 फरवरी को नरवाना में होने वाली रैली में जुलाना खंड से सैंकड़ों गाड़ियों में लोग जाएंगे और मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे।

सररपंचों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द ई-टेंडरिंग को वापस ले। जिला प्रधान के प्रतिनिधि सुधीर बुआना ने कहा कि सरपंच गांव के विकास और सरकार की धुरी होता है। सरपंच सरकार के खिलाफ नही हैं, लेकिन जो नए नए कानून सरपंचों पर लादे जा रहे हैं, वे सरपंच एसोसिएशन कभी भी सहन नहीं करेगी। इस मौके पर कुलदीप, अनिल, राजकुमार, बलराज आदि मौजूद रहे।

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