अब मोबाइल में नजर आएंगे गांवों की सांस्कृतिक धरोहर के झरोखे

कुरुक्षेत्र : सीएससी के जिला प्रबन्धक मोहित शर्मा ने कहा कि गांव की सांस्कृतिक धरोहर को सूचना को अब मोबाइल में कैद किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय और सीएससी के मध्य पिछले दिनों में अनुबंध किया जा चुका है। जिले में योजना का परीक्षण भी किया जा चुका है। पायलट प्रोजेक्ट के दौरान जिले के कुछ पंचायतों में सीएससी कर्मियों द्वारा सर्वे का कार्य किया जा चुका है।
जिला प्रबंधक मोहित शर्मा लघु सचिवालय के सभागार में सीएससी प्रबंधकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला के सभी गांव की सांस्कृतिक सूचना का मोबाइल ऐप के जरिए कॉमन सर्विस सेंटर संचालको द्वार सर्वे किया जाना है। जिसके क्रम में ब्लॉक स्तर पर सीएससी संचालकों का प्रशिक्षण किया जा रहा है। जिसको मेरा गांव-मेरी धरोहर नाम दिया गया है। इस योजना के तहत जिले के सभी ब्लॉकों के सीएससी संचालकों को ट्रेनिंग करवाई जा रही है। सूचना प्रोधौगिकी मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत सीएससी कॉमन सर्विस सेंटर और केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार के साझा सहयोग से पहली बार यह कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक धरोहर मेरा गांव-मेरी धरोहर सांस्कृतिक शब्द से सीधा मतलब है कि कोई ऐसी चीज, जिसमे कुछ विशेष हो या वह पुरानी हो, सरकार ऐसी सभी चीजों को इक्कठा कर इन चीजों के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहती है। इसमें गांव के नागरिकों के सहयोग से गांव, ब्लाक, जिले को विशेष बनाती है। इससे संबन्धित फोटो, वीडियो और उसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी भी अपलोड किए जाएंगे। उसको मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज किया जाना है।
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