देश के 112 आंकाक्षी जिलों में नूंह, कृषि एवं जल संसाधन में पाया दूसरा स्थान

देश के 112 आंकाक्षी जिलों में नूंह, कृषि एवं जल संसाधन में पाया दूसरा स्थान
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नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग 112 आकांक्षी जिलों में इस दौरान स्वास्थ्य और पोषण तथा शिक्षा समेत छह विकासात्मक क्षेत्रों में हुई प्रगति के आधार पर की गई है। रैकिंग के लिये स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा के अलावा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेश, कौशल विकास तथा मूल ढांचागत सुविधा को आधार बनाया जाता है।

नूंह : उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा है कि आकांक्षी जिलों की सूची में कृषि एवं जल संशाधन के मामले में दूसरे नंबर है। इतना ही नही देश के 112 आकांक्षी जिलों में सर्वाधिक प्रगति में टॉप 5 जिलों में नूंह जिला दूसरे पायदान पर है।

शिक्षा विभाग की डेल्टा रैकिंग में नूंह जिला 9वें स्थान पर है। डीसी ने कहा कि ओवर ऑल रैकिंग में नूंह जिला 26 वें स्थान से नीचे चला गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन इत्यादि कार्यो में जुटा रहा है, जिसकी वजह से ओवर ऑल रैंकिंग में नूंह जिला नीचे चला गया। इस पर ध्यान दिया जाएगा तथा ओवर ऑल रैंकिंग में नूंह जिला आकांक्षी जिलों की सूची में अच्छा रैंक हासिल करेगा।

कैप्टन शक्ति सिंह ने कृषि एवं जल संसाधन विभाग द्वारा किए गए कार्य की जमकर प्रशांसा करते हुए कहा कि उन्होंने बेहतर ढंग से डाटा अपलोड किया तभी बेहतर नतीजे सामने आए। उन्होंने कहा कि देश में 112 जिले बतौर एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट चुने गए, जिनमें हरियाणा का एकमात्र जिला नूंह भी शामिल है। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के अधीन 5 क्षेत्रों की तरफ विशेष ध्यान दिया जाता है, जिनमें हेल्थ एंड न्यूट्रीन, एजुकेशन, एग्रीकल्चर एंड वाटर रिसोर्सज, फाइनांशियल इन्क्लूजन एंड हैवी डवलपमेंट और बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है। उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम का उद्देश्य चुनिंदा जिलों को बदलना है, जिससे जीवन स्तर को सुधारा जा सके।

उपायुक्त ने बताया कि इन पांच क्षेत्रों के साथ संबंधित इंडिकेटर के अनुसार किए गए काम का डाटा हर महीने ऑनलाइन पोर्टल पर अपडेट किया जाता है। जिसकी उनकी तरफ से समय-समय पर समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि नवंबर माह में टीम वर्क के रुप में जिला में अच्छा कार्य हुआ है तभी डेल्टा रैंकिंग में पहले से अच्छा सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग की डेल्टा रैकिंग में 9 वां स्थान है। सर्वाधिक प्रगति में दूसरा तथा कृषि एवं जल संसाधन के क्षेत्र में भी दूसरा स्थान है जो जिले के लोगों के लिए सुखद एहसास है, इसके लिए सभी अधिकारी व कर्मचारी बधाई के पात्र है।

नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग 112 आकांक्षी जिलों में इस दौरान स्वास्थ्य और पोषण तथा शिक्षा समेत छह विकासात्मक क्षेत्रों में हुई प्रगति के आधार पर की गई है। रैकिंग के लिये स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा के अलावा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेश, कौशल विकास तथा मूल ढांचागत सुविधा को आधार बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आकांक्षी जिला कार्यक्रम जनवरी 2018 में शुरू किया। इस कार्यक्रम का मकसद मुख्य सामाजिक क्षेत्रों में पीछे रह गये और अल्पविकसित श्रेणी में आने वाले उन जिलों को तरक्की के रास्ते पर लाना है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नूंह जिला की डेल्टा रैंकिंग 9 वें स्थान पर है। इसमें और अधिक सुधार लाने की जरुरत है।

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