Haryana Panchayat Election : नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों को ग्राम सभा की बैठक में अधिकारी दिलाएंगे शपथ

Haryana Panchayat Election : नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों को ग्राम सभा की बैठक में अधिकारी दिलाएंगे शपथ
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मनोहर लाल ने नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों को कहा कि ग्रामीण विकास के लिए नई-नई योजनाएं बनाएं और अपने कार्य का ईमानदारी से निर्वहन करें। गांव के विकास कार्यों के लिए सरकार की ओर से धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal) ने कहा कि प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव में नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों को अब गांव में ही ग्राम सभा की बैठक आयोजित करके अधिकारियों द्वारा शपथ दिलाई जाएगी। व्यवस्था परिवर्तन के करते हुए यह नई पहल की गई है। पहले सभी सरपंचों व पंचों को किसी एक स्थान पर एकत्रित करके शपथ दिलाई जाती थी।

मुख्यमंत्री ने यह बात आज करनाल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से जुड़ी ग्राम पंचायत के नव निर्वाचित सरपंच व पंचों से मुलाकात के दौरान कही। सरपंच व पंचों ने पुष्प गुच्छ देकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया।

मनोहर लाल ने नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों को कहा कि ग्रामीण विकास के लिए नई-नई योजनाएं बनाएं और अपने कार्य का ईमानदारी से निर्वहन करें। गांव के विकास कार्यों के लिए सरकार की ओर से धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत शासन की सबसे छोटी इकाई है और वे अपने गांव की एक स्वतंत्र सरकार के रूप में कार्य करती है। इसलिए सभी नव निर्वाचित सरपंच व पंच मिलजुलकर ग्रामीण विकास को आगे बढ़ाएं, सरकार की ओर से उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब चुनाव प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है, सरपंच व पंच सभी ग्रामवासियों का सहयोग लेकर गांव की मूलभूत जरूरतों से संबंधित आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करवाएं।

पंचायत चुनावों में सर्व सम्मति से ग्राम पंचायतों के सरपंच व पंचों का चुनना एक अच्छी परम्परा की शुरुआत

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में सर्व सम्मति से ब्लॉक समिति के सदस्य, सरपंच व पंच तथा पूरी की पूरी ग्राम पंचायतों का चुनाव कर ग्रामीणों ने एक अच्छी परम्परा की शुरुआत की है। इससे आपसी भाईचारा बढ़ा है। इतना ही नहीं सर्व सम्मति से चुने गए सरपंच, पंच को हरियाणा सरकार की ओर से गांव के विकास के लिए ईनाम के तौर पर 50 हजार रुपये से लेकर 11 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।

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