मंत्री बनने पर कमल गुप्ता बोले- हम तो CM के नट-बोल्ट, जहां चाहे जोड़ लें, ऐसा है दोनों नए मंत्रियों का राजनीतिक सफर

मंत्री बनने पर कमल गुप्ता बोले- हम तो CM के नट-बोल्ट, जहां चाहे जोड़ लें, ऐसा है दोनों नए मंत्रियों का राजनीतिक सफर
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कमल गुप्ता ने कहा कि अब जो भी जिम्मेदारी व विभाग सौंपा जाएगा, उसमें दिल लगाकर काम करेंगे। अब मंत्री बन जाने के बाद में पूरे हरियाणा में काम करने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर होगी, अब से पहले हिसार में सड़कों, बिजली पानी, गलियों के निर्माण को लेकर हमने काम किया है।

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार में मंत्री बने डॉक्टर कमल गुप्ता ने आठवें फ्लोर पर अपना दफ्तर संभाल लिया है। इसी तरह से टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली को भी सातवें फ्लोर सचिवालय पर दफ्तर मिल गया है। मंत्रीपद पाने के बाद में गदगद हुए डाक्टर कमल गुप्ता ने देर शाम को कहा कि पार्टी के सच्चे सिपाही हैं। उन्होंने मंत्री पद देरी से मिलने को लेकर कहा कि मैने पार्टी संगठन में लंबे वक्त से काम किया है, इसीलिए हाईकमान ने जब जिस लायक समझा जिम्मेदारी दे दी।

डा. गुप्ता ने यह भी कहा कि, वे तो नट बोल्ट की तरह से हैं, जहां चाहें, सीएम मनोहर लाल इस्तेमाल कर सकते हैं। दूसरी बार चुनाव जीतकर आए गुप्ता कहना है कि जनता जनार्दन ने मुझे विधानसभा में भेजा और सीएम साहब व पार्टी संगठन ने मंत्री बना दिया है। अब इसके बाद में जो भी जिम्मेदारी व विभाग सौंपा जाएगा, उसमें दिल लगाकर काम करेंगे। अब मंत्री बन जाने के बाद में पूरे हरियाणा में काम करने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर होगी, अब से पहले हिसार में सड़कों, बिजली पानी, गलियों के निर्माण को लेकर हमने काम किया है। हिसार में एयरपोर्ट जैसी सुविधा देने का काम हमारी सरकार ने किया है, पांच दशक बीत गए लोग वायदे ही करके चले गए। गुप्ता ने रेलवे वाशिंग आदि कईं अहम प्रोजेक्ट का उल्लेख किया है।

गुप्ता के मंत्री बनने से हिसार ने राजनीतिक सिक्का जमाया

मंत्रीपद की शपथ लेने के साथ हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता का नाम एक बार फिर कद्दावर नेताओं की लिस्ट में आ गया है। इससे पहले गुप्ता के मंत्री बनने की चर्चा हुई थी, जो किसी वजह से चर्चा बनकर रह गई । भाजपा के दूसरे कार्यकाल में विस चुनाव परिणाम के फौरन बाद उनके आवास के बाहर एस्कोर्टस गाड़ी की तनात होने उनके सीएम बनने की भी अटकलें तेज हुई थी। मगर डॉ. गुप्ता की किस्मत का सितारा फिर उनसे रूठ गया था। भाजपा के पहले कार्यकाल में वह सीपीएस बने थे। मगर बाद में प्रदेश के तमाम सीपीएस की भर्ती का मामला हाइकोर्ट में जाने के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद गुप्ता को चेयरमैनी मिली।

डॉ. कमल गुप्ता को मंत्री मिलने के साथ ही हिसार एक बार फिर राजनीतिक सुर्खियां बटोरे है। दरअसल, हिसार क्षेत्र को वर्तमान भाजपा सरकार में भी खासा प्रतिनिधित्व मिला है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के आदमपुर हलके से संबंधित होने की वजह से हिसार राजनीतिक सुर्खियां बटोरता रहा। भजनलाल के सत्ता से जाने के बाद हिसार राजनीतिक रूप से हाशिये पर चला गया था। मगर इस समय हिसार राजनीतिक गढ़ के तौर पर सामने आया है। बता दें कि रणबीर गंगवा हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर चुने गए हिसार के नलवा हलके के विधायक बने। मौजूदा सरकार में जजपा कोटे से राज्यमंत्री बनने वाले अनूप धानक उकलाना हलके के विधायक हैं। इनके अलावा हिसार से ही ताल्लुक रखने वाले डॉ. सुभाष चंद्रा तथा जनरल डीपी वत्स भी देश की सबसे बड़ी पंचायत (राज्यसभा) में पहुंचे। कमल गुप्ता आरंभ से ही भारत विकास परिषद जैसे सामाजिक संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़े रहे और बाद में आरएसएस ज्वाइन की। यहीं कारण है कि उनमें समाजसेवा व राष्ट्रभक्ति की भावना है। स्वदेशी की भावना को सजीव करने में उनका योगदान रहा । हिसार से उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष पद की भी जिम्मेदारी संभाली। इसके अलावा उन्होंने हरियाणा प्रदेश के चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक की भी जिम्मेवारी निभाई।

समाजसेवी से मंत्री बनने तक देवेंद्र बबली

देवेंद्र बबली फतेहाबाद जिला के विधानसभा क्षेत्र टोहाना से जननायक जनता पार्टी के विधायक हैं। विधानसभा चुनाव-2019 में देवेंद्र बबली 52302 वोट के बड़े अंतर से जीतकर पहली बार विधायक बने। इस चुनाव में बबली ने कुल 100752 वोट प्राप्त किए। इससे पहले वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में इन्होंने आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था और करीब 39 हजार वोट हासिल किए थे।

देवेंद्र बबली समाज सेवा के कार्यों में सदैव आगे रहे हैं। वे लंबे समय से क्षेत्र में अपनी सामाजिक संस्था के माध्यम से लोगों के लिए आंखों के चेकअप कैंप, गरीब कन्याओं के विवाह, युवाओं के लिए खेल आदि जैसे कई समाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाते आ रहे हैं। देवेंद्र बबली टोहाना के गांव बिढाई खेड़ा के रहने वाले हैं। किसान परिवार से संबंध रखने वाले बबली व्यवसायी भी हैं। इनके पिता का नाम दिलबाग सिंह और माता का नाम शारदा देवी हैं। देवेंद्र बबली स्वतंत्रता सेनानी परिवार से संबंध रखते हैं और वे अपने दादा को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते हैं। इनके दादा कैप्टन उमराव सिंह नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजाद हिंद फौज में कैप्टन थे।


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