हरियाणा : खेतों में निकला प्राचीन शिवलिंग, दर्शनों के लिए जुटी भीड़, लोग बोले- मंदिर यहीं बनाएंगे

हरियाणा : खेतों में निकला प्राचीन शिवलिंग, दर्शनों के लिए जुटी भीड़, लोग बोले- मंदिर यहीं बनाएंगे
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शिव महंत बाबा नागा धर्म गिरी दास नाम जूना अखाड़ा ने बताया कि यह शिवलिंग अति प्राचीन है। शिवलिंग जिस आकृति का है वैसे शिवलिंग भारत के दक्षिण भाग में मिलते हैं।

हरिभूमि न्यूज : मुलाना ( अंबाला )

हरियाणा के अंबाला जिले के ठाकुरपुरा गांव के पूर्व सरपंच मंगत राम के खेतों में खुदाई के समय एक प्राचीन शिवलिंग जमीन से निकला है। दरअसल सरसों की फसल कटने के बाद खेत खाली था तो खेत मालिक ने असमतल हुए खेत को समतल कराने के उद्देश्य से अपने खेतों की मिट‍्टी दल बदल करने की सोची। खेत में मिट‍्टी पड़ाई का कार्य चल ही रहा था कि खेत के एक छोर के नजदीक से शिवलिंग सामने आया।

शिवलिंग जमीन से निकलने की सूचना जेसीबी ड्राइवर ने खेत के मालिक को दी। सूचना मिलते ही खेत मालिक मंगत राम अपने परिवार के साथ खेत मे पहुंचा। जहां उस ने जमीन से निकले शिवलिंग को देखा और अपने परिवार की मौजूदगी में उसे लेकर घर पहुंचा। पूर्व सरपंच मंगत राम ने शिवलिंग को अपने घर पर विराजित किया। ठाकुरपुरा गांव में जमीन से शिवलिंग निकलने की बात सुनते ही स्थानीय लोग व आसपास गांवों के लोग शिवलिंग के दर्शनों के पूर्व सरपंच मंगत राम के घर पहुंचने लगे। खेत मालिक के अनुसार यह भोलेनाथ का साक्षात चमत्कार है। परिवार के सदस्य राहुल वालिया ने कहा कि उन की जिस जमीन से यह शिवलिंग निकले है वह जमीन तीन गांव ठाकुरपुरा, उपलाना, कल्याणा के मध्य है। वहीं शिवलिंग निकलने की जानकारी मिलते ही महादेव के भक्तों की उनके घर पर भीड़ जुटी हुई है। शिवलिंग के ऊंचाई करीब एक फीट है।

मंगत राम ने बताया कि खेती उन्नत दृष्टि से कराने के चलते उन्होंने कुछ साल पहले अपने खेतों से करीब 3 फीट मिट‍्टी उठवाई थी। अब वह अपने खेतों की मिट‍्टी की अपनी जमीन में ही अदला-बदली कर रहे थे। जहां से करीब 3 फिट तक की मिट‍्टी को जेसीबी की मदद अदल बदल किया जा रहा था। इस दौरान सोमवत्ती अमावस्या के दिन बीती 30 मई को उनके खेतों से प्राचीन शिवलिंग निकले। शिवलिंग मिलने की जानकारी मिलते ही खेत मालिक मंगत राम अपने परिवार वालों से साथ तुरंत मौके पर पंहुचे और शिवलिंग को खेतों से अपने घर पर लेकर आए ।

देसी घी व गंगा जल से कराया स्नान

मंगतराम ने बताया कि जब वह शिवलिंग को घर लेकर आए तो शिवलिंग के चारों तरफ मिट‍्टी से सना हुआ था । एक समय के लिए उन के मन मे संसय था कि शिवलिंग कहीं से खंडित न हो। उन्होंने शिवलिंग को गंगाजल से स्नान कराया। जिसके बाद उन्होंने शिवलिंग को देसी घी से साफ किया। शिवलिंग कहीं से भी खंडित नही नहीं थे । शिवलिंग का स्वरूप पूर्ण था। उनका परिवार अब शिवलिंग को खेतों में ही मंदिर बनाकर स्थापित करेगा। शिवलिंग दर्शन करने पहुंचे शिव महंत बाबा नागा धर्म गिरी दास नाम जूना अखाड़ा ने कहा कि यह प्राचीन व दुर्लभ शिवलिंग है। जमीन से शिवलिंग निकलने का पता लगने के बाद शिव महंत बाबा नागा धर्म गिरी दास नाम जूना अखाड़ा पूर्व सरपंच मंगत राम के घर पहुंचे। यहां उन्होंने शिवलिंग के दर्शन किए। इस दौरान परिवार से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि यह शिवलिंग अति प्राचीन है । शिवलिंग जिस आकृति का है वैसे शिवलिंग भारत के दक्षिण भाग में मिलते हैं।

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