सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं आरंभ, शिक्षा विभाग ने शुरू किया ई-विद्यालय कांसेप्ट

सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं आरंभ, शिक्षा विभाग ने शुरू किया ई-विद्यालय कांसेप्ट
X
शिक्षा विभाग द्वारा सभी अध्यापकों को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। अध्यापक बुधवार से इसके क्रियान्वन में जुटते दिखाई दिए।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

सरकारी शिक्षक कोरोना काल में स्कूलों से दूर रह रहे बच्चों से अब वर्चुअल माध्यम से सम्पर्क स्थापित कर उन्हें शिक्षा देंगे। सरकार ने इसके लिए मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम का आरम्भ कर इसके लिए आवश्यक कार्यवाही आरम्भ कर दी है।

निदेशालय स्तर से लेकर खंड के स्कूल स्तर तक इस सम्बन्ध में तैयारियां आरम्भ हो चुकी हैं। शिक्षा विभाग द्वारा सभी अध्यापकों को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। अध्यापक बुधवार से इसके क्रियान्वन में जुटते दिखाई दिए। इस ई-विद्यालय कांसेप्ट में सबसे बड़ी अड़चन बच्चों के पास स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं होना है। ऐसे में गूगल मीट पर पढ़ाई पूरी तरह कामयाब होगी, यह देखना होगा।

-कुछ इस प्रकार रहेगा प्रारूप

मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम में बच्चों को ऑनलाइन लाइव कक्षा के माध्यम से पढाई करवाने के लिए विभाग, शिक्षक और बच्चों के लिए अलग-अलग दायित्व और ओपचारिकताएं निर्धारित की गई हैं। सबसे पहले शिक्षकों को अपने मोबाइल पर अवसर एप डाउनलोड करना होगा। जिसमें लॉग इन करने के लिए शिक्षकों को अपनी जानकारी भरनी होगी। ई-विद्यालय के माध्यम से अध्यापक बच्चों को स्कूल से जोड़ेंगे और उन्हें विषयवार लाइव क्लास के माध्यम से पढ़ाएंगे। इसके लिए विभाग द्वारा कक्षा एक से 12वीं तक टाइम टेबल जारी किया गया है। शिक्षक इसी टाइम टेबल के अनुसार बच्चों को पढ़ाएंगे। यह भी सुनिश्चित करेंगे कि विद्यार्थियों को जुड़ने में कठिनाई न हो। सभी विध्याथ्योंर् को मीटिंग अथवा कक्षा का लिंक प्राप्त हो, उन्हें कक्षा के नोट्स भी मिलें।

यह रहेगी अध्यापकों के लिए कार्यसूची

विभागीय नियमानुसार ऑनलाइन शिक्षण के दौरान पांच मिनट एजेंडा सेट करने और विद्यार्थियों का हालचाल जानने और हाजिरी लेने के लिए रहेंगे। अगले दस मिनट में पिछले सप्ताह के महत्वपूर्ण विषय दोहराए जाएंगे। 20 मिनट छात्रों की शंकाओं के समाधान के लिए निर्धारित रहेंगे। एक कालांश में पांच मिनट अगली कक्षा के लिए भी चर्चा के लिए निर्धारित रहेंगे। इसके अलावा प्रत्येक शनिवार को जोयफुल शनिवार के रूप में मनाकर सिंगिंग, डांसिंग, कविता आदि गतिविधियां की जाएगी। अध्यापक प्रत्येक बच्चों के मोबाइल में गूगल मीट डाउनलोड करना सुनिश्चित करेंगे और इसी पोर्टल पर कक्षाएं लेंगे।

अध्यापकों को प्रतिदिन विषयवार लाइव कक्षाएं लेनी होंगी। इसके अलावा ग्रुप में शिक्षण सामग्री भी शेयर करनी होगी। ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन द्वारा ई-विद्यालय से जोड़ना होगा। शिक्षक विद्यालय के प्रत्येक छात्र से कम से कम 15 दिनों में एक बार बात अवश्य करें। इसके अतिरिक्त जिन विद्यार्थियों के पास फोन उपलब्ध नहीं है, जिनके पास साधारण फोन ही है और जिनके पास स्मार्ट फोन हैं उनकी सूची अध्यापकों को उच्च अधिकारियों को देनी होगी। जिन बच्चों के पास पुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं उन्हें ई-बुक्स भेजी जाएगी।

इस प्रकार रहेगा विभागीय शेड्यूल

कक्षा तीन से पांच के विद्यार्थियों के लिए सोमवार को गणित, मंगलवार को अंग्रेजी, बुधवार को ईवीएस, गुरुवार को फिर से गणित और शुक्रवार को हिंदी की कक्षाएं लगेंगी। इसी प्रकार कक्षा छह से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों के लिए सोमवार को गणित, मंगलवार को अंग्रेजी, बुधवार को विज्ञान, गुरुवार को सामाजिक अध्ययन, उर्दू, संस्कृत, गृह विज्ञान और शुक्रवार को हिंदी की कक्षाएं लगेंगी। ठीक इसी प्रकार कक्षा नौ से 12वीं तक भी विद्यार्थियों के लिए सोमवार को अंग्रेजी व सामाजिक अध्ययन, मंगलवार को हिंदी व गणित, बुधवार को विज्ञान व एसएस, गुरुवार को हिंदी, गणित व कम्प्यूटर विज्ञान और शुक्रवार को साइंस व अंग्रेजी की कक्षाएं लगेंगी।

Tags

Next Story