पंचायत चुनाव में भाईचारा : हरियाणा की आठ पंचायतों में सरपंच के लिए बनी सर्वसम्मति

हरिभूमि न्यूज : जींद
हरियाणा पंचायत चुनाव में मतदान से पहले ही सर्वसम्मति से पंचायत चुने जाने को लेकर गांव आगे आने लगे हैं। गांव रूपगढ़ से चली सर्वसम्मति की मुहिम अब रंग लाने लगी है। जिले में रुपगढ़ के बाद सफाखेड़ी में भी सर्वसम्मति से सरपंच पद को लेकर प्रत्याशी पर मोहर लग चुकी है। वहीं हसनपुर में सर्वसम्मति से महिला सरपंच चुनने के लिए नाम तय कर लिया गया है तो सभी पंचों के पदों पर भी सर्वसम्मति बन चुकी है। इसी तरह उचाना खंड के गांव दरोली में पहली बार सर्वसम्मति से सरपंच बनाने को लेकर पंचायत में सहमति हुई है। आरक्षित सरपंच पद को लेकर सुमन के नाम पर सहमति बनी। वहीं गांव हैबतपुर ने भी सरपंच के तौर पर रिषिपाल व पंचों को चुन लिया है। अब उचाना खुर्द गांव के ग्रामीणों ने डेरा बाबा फुल्लू साध में एकत्रित होकर गांव में 70 साल के बाद सरपंच के नाम पर सर्वसम्मति से सहमति बनाई। 1952 गांव में बूंटा सिंह सर्वसम्मति से सरपंच चुना गया था। गांव के लोगों ने भाईचारे की पंचायत में भाईचारा का संदेश देते हुए सरपंच के साथ-साथ ब्लॉक समिति सदस्य के नाम पर सहमति के अलावा जिला परिषद चुनाव में गांव के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने को लेकर सहमति बनी। ग्रामीणों की पंचायत में हर मोहल्ला से कमेटी में सदस्य बनाए गए हैं।
गोसाई खेड़ा में भी सरपंच पद को लेकर बनी सहमति
गोसाई खेड़ा गांव में रविवार दोपहर तक सर्वसम्मति नहीं बन पाई थी, उसमें शाम को लगातार बैठकों का दौर चला और सर्वसम्मति से सरपंच का फैसला हो गया। ग्रामीणों ने कहा कि नेहर परिवार व पंडित परिवार के लोग कभी सरपंच नहीं बने। इसलिए इन परिवारों को इस बार सरपंच का पद देना है। बाद में दोनों परिवार के नाम लिखकर पर्ची डाली गई। इसमें नेहरा परिवार का भाग्य पंडित परिवार के भाग्य से तेज निकला। नेहरा परिवार से अमित कुमार का नाम फाइनल किया गया। अब सरपंच के लिए गांव में केवल अमित कुमार ही नामांकन करेगा।
70 साल के बाद सरपंच के नाम को सहमति के लिए तय किया
उचाना खुर्द में मा. इंद्र सिंह की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने काफी विचार-विमर्श करने के बाद 70 साल के बाद सरपंच के नाम को सहमति के लिए तय किया गया। पंचायत में मौजूद सभी लोगों ने इस पर अपनी सहमति जताई। अब गांव में सरपंच पद को लेकर एक नामांकन फार्म हरियाणा पुलिस से सेवानिवृत्त एएसआई सतबीर सिंह द्वारा भरे जाने का फैसला लिया गया। ऐसे ही उचाना खुर्द के ब्लॉक समिति को लेकर रणबीर सिंह की पुत्रवधू किरण के नाम पर सहमति बनी। जिला परिषद के वार्ड नंबर 9 में शामिल उचाना खुर्द में उचाना खुर्द गांव के मतदाताओं द्वारा जिला परिषद का चुनाव लड़ने वाले बलवान पूनिया के पक्ष मतदान के फैसले पर सहमति बनी। निवर्तमान सरपंच भतेरी देवी ने बताया कि ग्रामीणों की पंचायत डेरा बाबा फुल्लू साध में हुई। यहां पर सरपंच पद को हरियाणा पुलिस से सेवानिवृत्त एएसआई सतबीर सिंह के नाम पर सहमति बनी। ब्लॉक समिति सदस्य एवं जिला परिषद से गांव के उम्मीदवार के नाम पर भी सहमति पंचायत में हुई। इस तरह के फैसले समाज में एक-दूसरे के मन में भाईचारे की भावना को बढ़ाते है। इससे समाज में अच्छा संदेश जाता है तो चुनाव के दौरान जो आपस में मनमुटाव होता है वो सर्वसम्मति होने के बाद नहीं होता है। इस तरह के फैसले जितने हो सकें उतने गांव के लोग भाईचारे की पंचायतों में ले।
कैथल : कौलेखां गांव ने पांचवीं बार सर्वसम्मति से सरपंच चुुना
कैथल जिले के कलायत क्षेत्र के गांव कौलेखां ने पांचवीं बार सर्वसम्मति से सरपंच चुना है। ग्रामीणों ने बैठक कर सर्वसम्मति से डा. सज्जन कुमार को सरपंच चुन लिया है। इससे पूर्व भी ग्रामीण लगातार चार चुनावों से सर्वसम्मति से सरपंच चुनते आ रहे हैं। इसके साथ ही ग्रामीण गांव के पंचों को भी सर्वसम्मति से बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही ग्रामीणों ने जिला परिषद के चुनाव में पूर्व कलायत अनाज मंडी प्रधान बिजेंद्र सहारण को गांव की तरफ से प्रत्याशी घोषित किया है। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि गांव में आपसी भाईचारा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 में विजय नंबरदार, 2004 में रामचंद्र, 2009 में चंद्रहंस, 2014 में कर्मबीर को सर्वसम्मति से सरपंच का ताज सौंप था। इसके बाद चार योजनाओं से गांव में पंचायत कर सर्वसम्मति से सरपंच चुन रहे हैं।
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