पंचकूला : मंथन कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सहित दिग्गज शिक्षाविदों ने राष्ट्रीय शिक्षा पर गहनता से की चर्चा

देश की शिक्षा को ऊंचे मुकाम पर पहुंचाने के लिए 75 शंखों के संग देश के शीर्ष शिक्षाविद्वों ने शंखनाद कर मिशन की शुरूआत कर दी। इनका उद्देश्य देश को विश्व गुरु बनाना है और समाज के प्रत्येक बच्चे को शिक्षित करने का है। शिक्षाविदों ने पंचकूला सेक्टर-5 के इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में आयोजित मंथन कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम का आयोजन निसा (नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल एलाइंस) ने किया। मंच पर राष्ट्रीय शिक्षा पर गहनता से मंथन हुआ। इसमें शिक्षाविदों के विचार रूपी अमृत ने सभी को ओत-प्रोत कर दिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि शिक्षा की बेहतरी के लिए मंच से किए गए शंखनाद का मैं कायल हो गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की बेहतरी के लिए शिक्षाविदों की यह पहल बहुत सराहनीय है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा की बेहतरी को लेकर हरियाणा सरकार का एक दल स्कॉटलैंड गया था। मंथन कार्यक्रम में शिक्षाविदों की बातों को सुन कर लगा कि स्कॉटलैंड टीम को भेजा गया पैसा और समय बर्बाद कर दिया।
उन्होंने सरकारी स्कूल संचालकों को भरोसा दिलाया कि सरकार शिक्षा की बेहतरी के लिए उनके संग मिल कर कार्य करेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा में शिक्षा की बेहतरी के लिए सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ बातचीत हुई है कि जो अच्छे प्राइवेट स्कूल हैं, वह कुछ सरकारी स्कूलों को गोद लें। उनके इस काम में सरकार पूरा सहयोग करेगी। हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने मंच पर शिक्षाविदों और मेद्यावी विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि निदेशक एनसीईआरटी प्रो. दिनेश सकलानी ने कहा कि मेरा सपना और लक्ष्य है, कि समाज का प्रत्येक बच्चा शिक्षित हो। उन्होंने कहा कि वैदिक सभ्यता और संस्कृति के दम पर हम दुनिया में बेहद आगे बढ़े और विश्व गुरु कहलाए थे। हमे दोबारा से विश्व गुरु बनने के लिए वापस अपनी प्राचीन संस्कृति की तरफ जाना होगा। हमें अपने ग्रंथों, उपनिषदों का अध्ययन कर उनसे प्रेरित होकर शिक्षा के क्षेत्र में काम करना होगा।
मंथन कार्यक्रम में बतौर विशिष्ठ अतिथि भारत भूषण त्यागी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे देश में कृषि और शिक्षा पर बहुत काम करने की जरूरत है। समाज को सोचना होगा कि शिक्षा का प्रायोजन क्या है। शिक्षा में किस लक्ष्य को हम पाना चाहते हैं। बच्चा पढ़ने के संग प्रकृति के संग जुड़ रहा है या नहीं। शिक्षा को बेहत्तर करना शिक्षाविद्वों की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम में निसा (नेशनल इंडीपेंडेंट स्कूल एलाइंस) के अध्यक्ष डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापरक बदलाव के लिए हमने अभियान की शुरुआत मंथन के मंच से शंखनाद से कर दी है। उन्होंने कहा कि निसा बच्चों के संग ही प्राइवेट स्कूल टीचरों को भी ट्रेनिंग देता है और नियमों के तहत स्काॅलरशिप भी प्रदान करता है।
स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम से मन मोहा
कार्यक्रम में कई स्कूलों के बच्चों ने नृत्य और गीत समेत बैंड के माध्यम से उपस्थित मेहमानों का मन मोह लिया। इन विद्यार्थियों को चीफ गेस्ट निदेशक एनसीईआरटी प्रो. दिनेश पी सकलानी ने सम्मानित किया।
किताब का हुआ विमोचन और एप हुआ लांच
कार्यक्रम के दौरान एनसीईआरटी के निदेशक पी सकलानी ने एक किताब सक्सेस मंत्रा एंड म्यूसिंग का विमोचन किया। इस मौके पर एक 'निसा' एप भी लांच किया गया।
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