26 जनवरी तक दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यात्रा करने से बचें यात्री, कई जगह पुलिस ने की बैरिकेडिंग

26 जनवरी तक दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यात्रा करने से बचें यात्री, कई जगह पुलिस ने की बैरिकेडिंग
X
किसानों को रोकने के लिए साहबी पुल से कापड़ीवास बॉर्डर यानी करीब 12 किलो मीटर के एरिया में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए है। साहबी पुल स्थित ओवरब्रिज के नीचे पहले ही कई दिनों से बड़े कंटेनर, पत्थर और भारी वाहनों को सड़क के बीच खड़ा कराकर पुलिस ने रोका हुआ है।

हरिभूमि न्यूज : रेवाड़ी

कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले दिल्ली-जयपुर हाईवे पर आंदोलन कर रहे किसानों के गणतंत्र दिवस पर हर हाल में दिल्ली की सीमा में ट्रैक्टर परेड करने के ऐलान ने जिला प्रशासन की नींद उड़ाकर रख दी है।

किसानों को रोकने के लिए साहबी पुल से कापड़ीवास बॉर्डर यानी करीब 12 किलो मीटर के एरिया में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए है। साहबी पुल स्थित ओवरब्रिज के नीचे पहले ही कई दिनों से बड़े कंटेनर, पत्थर और भारी वाहनों को सड़क के बीच खड़ा कराकर पुलिस ने रोका हुआ है। इसके साथ ही कई नई जगह पर बैरिकेड्स के साथ पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान की सीमा में जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर डटे किसानों को रोकने के लिए भी वहां पुलिस के साथ अर्ध सैनिक बलों के जवानों की तैनाती पहले से ज्यादा की गई है। आने वाले दो दिन जिला प्रशासन और पुलिस के लिए काफी कठिन है।

दरअसल, पिछले 42 दिनों से राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, केरल व अन्य प्रदेशों के किसान दिल्ली-जयपुर हाइवे पर जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे है। किसानों का एक जत्था दो बार पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली कूच करने की कोशिश कर चुका है, जिन्हें रेवाड़ी पुलिस व सेना के जवानों ने साहबी पुल के समीप रोका हुआ है। बॉर्डर पर करीब डेढ़ हजार और साहबी पुल के समीप 500 किसान डटे हुए है। दोनों ही स्थानों पर ट्रैक्टर परेड से पहले किसानों की संख्या बढ़ रही है। ऐसी सूरत में किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने भी नए सिरे से सुरक्षा बंदोबस्त करने शुरू कर दिए है। आने वाले दो दिन पुलिस के लिए परीक्षा की घड़ी के समान है।

गणतंत्र दिवस पर किसानों के ट्रैक्टर परेड निकालने का ऐलान दिल्ली-जयपुर हाइवे पर यात्रा करने वाले लोगों के लिए भी भारी पड़ सकता है। किसानों को रोकने के लिए जहां पुलिस हाइवे पर घेराबंदी कर रही है। वहीं किसान ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल में जुटे है। चूंकि हाइवे पर बैरिकेड्स और अवरोधक डाले जाने से जाम जैसे हालात बन सकते है। इसलिए यात्री 25 व 26 जनवरी को बहुत आवश्यक हो तभी यात्रा करें वो भी पुलिस द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक ही मार्ग का प्रयोग करें वरना यात्रियों की परेशानी बढ़ सकती है।

आंध्र प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के किसान बैठे अनशन पर

आंदोलन के बीच चल रहे क्रमिक अनशन पर शनिवार को आंध्र प्रदेश के 3 किसानों सहित राजस्थान व हरियाणा के 13 किसान 24 घंटे के लिए अनशन पर बैठे। अनशन पर बैठने वालों में आंध्र प्रदेश के पी महेश, जी ईश्वर, के गंगाधर, राजस्थान के सुभाष सहू, संदीप वर्मा, नानूराम कटारा, शंकर अहारी, सूरजमल पुनिया, नोरंग लाल भाकर व हरियाणा के राजेश भिरान, हवा सिंह, रमेश शर्मा, निहाल सिंह शामिल है।

Tags

Next Story