20 हजार की रिश्वत लेता पटवारी गिरफ्तार, KMP में गई जमीन रिलीज करवाने को मांगे थे 70 हजार रुपये

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत
एचएसआइआइडीसी में कौशल विकास योजना के तहत कार्यरत पटवारी को विजिलेंस की टीम ने मंगलवार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। वह केएमपी के निर्माण में गई जमीन के मुआवजे के कागजात तैयार करने के बदले में किसान से 70 हजार रुपये की मांग कर रहा था। किसान का उससे 40 हजार रुपये में साैदा हो गया था। आरोपित का मेडिकल करवा लिया गया है। उसको बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
केजीपी-केएमपी के निर्माण में हाईवे के आसपास के किसानों की जमीन का प्रयोग एनएचएआइ ने किया है। उस जमीन के बदले में सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है। मुआवजे के लिए कागजात संबंधित पटवारी को तैयार करने होते हैं। केएमपी में गढ़ी-बिंदरौली के दर्जनों किसानों की जमीन गई थी। अब उनके मुआवजे के कागजात तैयार हो रहे थे। एचएसआइआइडीसी की ओर से राई क्षेत्र में पटवारी अमरजीत तैनात था। वह एचएसआइआइडीसी में कौशल विकास योजना के तहत पटवारी लगा था और 15 साल से कार्यरत था। वह मोहाना थानाक्षेत्र के गांव जुआं का रहने वाला है। गढ़ी-बिंदरौली के किसान रामकिशन सिंह ने बताया कि मुआवजे के कागजात तैयार करने में पटवारी अमरजीत परेशान कर रहा था। वह किसानों से रिश्वत की मांग रहा था।उसने किसान रामकिशन से भी 70 हजार रुपये मांगे थे।उनका सौदा 40 हजार रुपये में तय हो गया था, जिनमें से अमरजीत 20 हजार रुपये पहले ही ले चुका था।
अब वह कई दिन से 20 हजार रुपये और मांग रहा था। किसान ने इसकी शिकायत विजिलेंस में की थी। इस पर विजिलेंस की टीम तैयार की गई। टीम में विजिलेंस की इंस्पेक्टर बबीता, एएसआइ भूपेंद्र, एएसआइ जगजीत सिंह, एएसआइ सुभाष, एएसआइ रेनू और हेड कांस्टेबल नीरज शिशौदिया शामिल रहे। विजिलेंस की टीम ने किसान को 20 हजार रुपये देकर पटवारी के पास भेज दिया। पटवारी ने जैसे ही किसान से 20 हजार रुपये लिए, टीम ने उसको दबोच लिया। कार्रवाई के लिए पावर कारपोरेशन के एक्सईएन आदित्य कुंडू को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था।
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