New Year 2022: : नए साल में प्रदेश की जनता को सरकार से बड़ी उम्मीदें

Haryana : आज से नया साल 2022 शुरू हो गया। सभी के लिए उम्मीदों से भरा है। हम संकल्प लेते हैं और उन्हें सालभर पूरा करने की जद्दोजहद भी करते हैं। हरियाणा भी 2022 में कई नए बदलावों और उपलब्धियों को हासिल करेगा। 2022 में 22 बदलाव ऐसे होंगे जो सीधे- सीधे लोगों की जिंदगी में बेहतरी लाएंगे और सहूलियत देंगे। आइए जानते हैं हरियाणा में 2022 में क्या-क्या बदलने वाला है।
रोजगार की उम्मीद
भाजपा की मनोहरलाल सरकार द्वारा मुख्यमंत्री अंत्योदय योजना के तहत जिन परिवारों के पास एक भी नौकरी नहीं, उन परिवारों के बेरोजगारों को नए साल में रोजगार मिलने की उम्मीद जग सकती है।
अब नौकरियां भी रहेंगी ऑनलाइन
रोजगार की आशा में आठ लाख से ज्यादा युवाओं ने पंजीकरण कराएं हैं, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर अपने पंजीकरण नए साल में ज्यादा रोजगार मिलने की उम्मीदों के साथ में कर रहे तैयारी में हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगा बढ़ावा
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए सरकार की ओर से उठाए जाने वाले कदमों में इलेक्ट्रिक वाहन अहम भूमिका निभाएंगे। सरकार की ओर से नए साल में इलेक्टि्रक वाहनों की संख्या सड़कों पर बढ़ाने के लिए एक चुनौती होगी, सबसे बड़ी समस्या इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग करने की होगी। सरकार की क्या नई पॉलिसी होगी इसका नए साल में बेसबरी से इंतजार रहेगा। डीजल व पेट्रोल के वाहनों से बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने की सोच रही है। अभी गुरुग्राम, फरीदाबाद सोनीपत और झज्जर में इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरूआत होगी।
झज्जर : कई प्रोजेक्ट पूरे होंगे
वर्ष 2022 में झज्जर जिले में क्या-क्या विकास कार्य होने की संभावना:: फरुखनगर वाया झज्जर चरखीदादरी रेललाइन बिछाने का कार्य शुरू होने की संभावना।: नजफगढ़ से बाढ़सा एम्स तक मेट्रो का कार्य शुरू होने की संभावना: खिलाडि़यों की सुविधा के लिए बन रहे फैसिलेशन सेंटर का कार्य पूरा होने की संभावना: गांव सिलानी में आधुनिक सुविधाओं से युक्त खेल कॉम्पलेक्स का कार्य शुरू होने की संभावना है। शहर के डायवर्सन मार्ग के साथ नाले पर रोड बनने की संभावना है।:सेक्टर छह में हाऊसिंग बोर्ड के फ्लैट बनने की परियोजना पूरी होने के आसार हैं। गोशाला, डिस्पेंसरी, खेल परिसर, संग्रहालय और पर्यटन स्थल, एक ही छत के नीचे बनने की संभावना।
जींद : मेडिकल कॉलेज व फोरलेन हाईवे
वर्ष 2021 के दौरान नए बस अड्डे, तीन रेलवे आवर ब्रिजों, कोरोना टेस्ट लैब, काला पीलिया लैब, ऑक्सीजन प्लांट व कुछ सडकों की सौगात जिले के लोगों को मिली। बावजूद इसके अरबों रूपये के कुछ प्रोजेक्ट ऐसे रहे जो अधर में लटके हैं। इसमें मुख्य रूप से मैडिकल कॉलेज, जींद-रोहतक नैशनल हाइवे फार लेन, शहर को नहर बेस पेय जल सप्लाई, पानीपत रेलवे लाइन तथा दिल्ली रेलवे लाइन पर अंडर ब्रिज का निर्माण, अटल पार्क का निर्माण, गांव बधाना में बागवानी विभाग का रिजनल सैंटर, गांव पेगां में ड्राइविंग स्कूल, जुलाना को सब डिविजन का दर्जा शामिल है। सभी बडे प्रोजेक्टों पर कार्य जारी है। बस अड्डा का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है लेकिन सर्विस रोड न होने के कारण बसे वहां पर नही जा पा रही है। वर्ष 2022 में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य पूरा होने, जींद-रोहतक नैशनल हाइवे कि फार लेन पूरा होने की संभावना है। नहरी बेस पेयजल सप्लाई के लिए लगभग 45 एकड़ जमीन की अधिग्रहण प्रक्रिया जारी है। पानीपत रेलवे लाइन अंडर ब्रिज निर्माण का कार्य भी जारी है। वहीं दिल्ली रेलवे लाइन पर अंडर ब्रिज पर कार्य शुरू नही हो पाया है। अर्बन एस्टेट में पार्क का निर्माण कार्य भी जारी है। जिनके वर्ष 2022 में पूरे होने की संभावना है। वहीं 2022 में जुलाना को भी उपमंडल का दर्जा मिलने की संभावना है। निर्माणाधीन प्रोजेंक्टों के पूरा होने पर जिले को काफी फायदा पहुंचेगा।
सिरसा : मेडिकल काॅलेज
जिला मुख्यालय पर नए साल में जिलावासियों को मेडिकल कॉलेज बनने की उम्मीद है। इसको लेकर सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है और चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के सामने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार की जमीन पर बाकायदा मेडिकल कॉलेज का बोर्ड भी लगाया जा चुका है। मेडिकल कालेज बनने से स्वास्थ्य क्षेत्र में जिलावासियों को बहुत बड़ी राहत की उम्मीद है और हर कोई नए वर्ष में इसके निर्माण को लेकर आशान्वित है।
हिसार : एयरपोर्ट का विस्तारीकरण
नववर्ष में 9000 फुट रनवे का निर्माण कार्य होगा पूरामहाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रदेश सरकार महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से विकसित करने में जुटी है। सरकार ने करीब 7000 एकड़ जमीन का एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण कर लिया है। तीन चरणों में एयरपोर्ट का विकास होना है। इसका पहला चरण पूरा हो चुका है और यहां रिजनल कनेक्टविटी के हिसाब से छोटे विमान उड़ाए जा रहे हैं। एयरपोर्ट पर रनवे विस्तार का काम चल रहा है जो 2022 में पूरा होगा। रवने विस्तार के बाद यहां से बड़े विमान उतर सकेंगे। एयरपोर्ट पर यहां तीन हैंगरों का निर्माण किया गया है। हिसार एयरपोर्ट पर एक बड़ा एप्रन, छोटे यात्री ट्रमिनल, ए-320 प्रकार के विमानों को समायोजित करने की व्यवस्था होगी।प्रस्तावित हब में अंतरराष्ट्रीय मानकों के हवाई अड्डा के साथ-साथ 9000 फुट रनवे, एयरलाइ्रंस, जनरल एविएशन, पर्याप्त पार्किंग, रख-रखाव, मरम्मत, ओवर हालिंग की सुविधाएं, एयरो स्पेस विश्वविद्यालय, पायलट, इंजीनियरों और ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ के लिए ग्लोबल ट्रेडिंग सेंटर और आवासीय व वाणिज्यिक विकास की व्यवस्था होगी।
भिवानी : बड़ा उद्योग देख रहा राह
बेशक शहर में आपरेशन थियेटर के टेबल बनाने की अनेक लघु इकाई हो, लेकिन लोगों को नए साल में सरकार से बड़ा उद्योग स्थापित कराए जाने की उम्मीद है। शहरवासी गोरीशंकर ने बताया कि बड़ा उद्योग लगने के बाद ही शहर के लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकते है। चूंकि भिवानी बीटीएम मिल था, लेकिन वह अपने दुर्दिनों के दौर से गुजर रहा है। शहर के लोगों को नए सरकूलर मार्ग की दरकार है। चूंकि वाहनों की संख्या बढने की वजह से आए दिन शहर में जाम की स्थिति बन जाती है,लेकिन अगर शहर को नया सरकूलर मार्ग मिल जाता है तो भारी वाहनों को नए सरकूलर मार्ग से निकाला जा सकता है। जिसकी वजह से लोगों को शहर में लगने वाले जाम से मुक्ति मिल सकेगी।
कैथल : रेलवे ओवरब्रिज
13 सितंबर 2020 को शुरू हुआ कैथल-कुरुक्षेत्र रोड़ पर गांव टीक स्थित रेलवे फाटक पर 15 करोड़ 42 लाख रुपए की लागत से रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। पिछले काफी समय से इस रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की अटकलें चली हुई थी लेकिन कभी टेंडर लगने के इंतजार तो कभी अन्य विभागीय कागजी कार्रवाई के चलते निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था। जेई आरएस दलाल व कार्य करने वाली दुर्गा कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार संजय कुमार और पुनीत ने बताया कि इस पुल का निर्माण कार्य जल्द ही पूर्ण होगा। मार्च 2022 से पहले इस पुल का निर्माण कार्य संपन्न हो जाएगा। इस पुल के निर्माण कार्य पर 15 करोड़ 42 रुपये की लागत आएगी। इसके निर्माण कार्य में पूरी पारदर्शिता और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा। पुल की चौड़ाई लगभग 11 मीटर और इसके नीचे से भी रास्ता बनाया जा रहा है क्योंकि फाटक बंद होने के बाद गांव टीक की नहर की पटरी के साथ-साथ रास्ता बना हुआ है, उस रास्ते से निकलने वाले वाहनों के लिए पुल के नीचे से रास्ता बनाया जाना जरूरी है क्योंकि कई बार खेत इत्यादि से चारा ले जाने वाले और बोझा ढोने वाले पशुओं को पुल पर चढ़ने की बजाए नीचे के रास्ते से ही आवागमन सही रहेगा और उनकी सहूलियत के हिसाब से पुल के नीचे से 3-3 फुट रास्ता बनाया गया है इसके निर्माण कार्य शुरू होने से यहां पर लगने वाले जाम से निजात मिलेगी और फाटक पर पिछले काफी समय से सिग्नल में खराबी के कारण रेलें भी रुक कर चलती हैं, जिससे वे भी अपने निर्धारित समय पर समय पर नहीं पहुंच पाती। काफी समय तक फाटक बंद होने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, इस पुल के बनने से जहां वाहन चालकों को राहत मिलेगी तो वहीं रेलवे विभाग को भी राहत मिलेगी। हालांकि इस और ब्रिज का निर्माण कार्य दिसंबर 2021 में पूर्ण किया जाना था लेकिन कोविड-19 के कारण इस कार्य में देरी हुई और अब यह निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ओवरब्रिज पर अब केवल अधिकतर रेलवे विभाग का कार्य ही शेष है जो मार्च 2022 तक पूर्ण होने की उम्मीद है इस और ब्रिज के बनने से कैथल से कुरुक्षेत्र का रास्ता साफ हो जाएगा तथा वाहन चालकों को किसी भी प्रकार के रेलवे सिग्नल का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सुगमता की मुहिम
डायल 100 और डायल 112 को दिव्यांगजन जो बोल या सुन नहीं पाते उनके लिए भी सुगम बनाने की मुहिम चलेगी। प्रदेश में डायल 112 का रिजल्ट काफी पॉजिटिव आ रहा है। वहीं कुछ लोग इसका गलत भी फायदा उठाकर नुकसान पहुचाने की कोशिश करते हैं। डायल 112 ने इस साल काफी लोगों की जाने बचाई हैं, मामले सुलझाएं है। सरकार की ओर से भविष्य में इसे और बेहतर बनाने का प्रयास रहेगा।
कुरुक्षेत्र में हॉकी एस्ट्रोटर्फ
विश्वविद्यालय के खेल प्रांगण में एस्ट्रोटर्फ तैयार होने के बाद हॉकी खिलाडि़यों को काफी राहत मिलेगी। साढ़े पांच करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस हॉकी एस्ट्रोटर्फ विवि के साथ-साथ अंतर विवि प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले हॉकी खिलाड़ियों को भी सुविधा मिलेगी। खेलो इंडिया स्कीम के तहत बनने जा रहे 120 मीटर लंबे और 60 मीटर चौड़े इस एस्ट्रोटर्फ पर पसीना बहा हॉकी खिलाड़ी सूरमा बनने का सपना साकार कर सकेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा वर्ष 2019 में सरकार से एस्ट्रोटर्फ की मांग की गई थी। सरकार द्वारा 23 अक्तूबर 2020 को साढ़े पांच करोड़ की से उक्त प्रोजेक्ट को पूरा करने की अनुमति दी गई थी। लेकिन कोविड के कारण एस्ट्रोटर्फ का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका, लेकिन अब हॉकी खिलाड़ियों की मुराद पूरी होने जा रही है। एस्ट्रोटर्फ तैयार होने पर खिलाड़ियों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उम्मीद है कि वर्ष 2022 में ही एस्ट्रोटर्फ बनकर तैयार होगा।
सोनीपत : मारुति प्लांट और रेल कोच फैक्टरी
रोजगार के लहजे से देखें तो जिले को सबसे बड़ा इंतजार आईएमटी खरखौदा का है। खरखौदा के इंडस्ट्रीयल एरिया में कई बड़े उद्योग स्थापित होने हैं। जिसकी वजह से क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। खरखौदा में ही मारूति उद्योग को सरकार प्लांट लगाने के लिये जमीन दे रही है। 500 एकड़ के करीब जमीन पर कब्जा नए साल में मिल सकता है और इसके बाद मारुति यहां अपना संयंत्र स्थापित करेगी। ऐसे में अकेले मारूति के आ जाने से क्षेत्र में रोजगार के बड़े अवसर पैदा हो जाएंगें। गन्नौर में रेल कोच फैक्ट्री बनकर तैयार है। फैक्टरी का अभी ट्रायल लिया जा रहा है। कई सालों से रेल कोच फैक्ट्री निर्माणाधीन अवस्था में थी। अब फैक्ट्री तैयार है, लेकिन इंतजार विधिवत शुभारंभ का है। उम्मीद जताई जा रही है कि 2022 में रेल कोच फैक्ट्री का शुभारंभ कर यहां पर कामकाज शुरू कर दिया जाएगा। रेल कोच फैक्ट्री के शुरू होने के बाद जिले में रोजगार के बेशुमार मौके बनेंगे।
नारनौल : अंतिम छोर तक पानी की उम्मीद
जिला महेंद्रगढ़ समेत दक्षिणी हरियाणा की नहरों में पानी की आपूर्ति जवाहर लाल नेहरू फीडर से होती है। जेएलएन फीडर में खूबडू हेड से पानी छोड़ा जाता है। पानी छाेड़ने के लिए सिंचाई विभाग की ओर से पहले नहरों के 4 ग्रुप बनाए हुए थे। अब विभाग ने इनकी संख्या बढ़ाकर 5 कर दी है। जेएलएन फीडर में डिमांड के अनुसार हेड से छोड़ा जा रहा 2500 क्यूसिक पानी संबंधित जिलों की ओर से भेजी गई डिमांड के अनुसार जेएलएन फीडर में इस समय 2500 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। इसमें महेंद्रगढ़ जिले की महेंद्रगढ़ कैनाल के लिए 1200 क्यूसिक, रेवाड़ी जिले की जेएलएन कैनाल के लिए 660 क्यूसिक, चरखी दादरी व भिवानी जिले की लोहारू कैनाल के लिए 550 क्यूसिक तथा शेष 90 क्यूसिक झज्जर जिले की एसएलसी चैनल के लिए शामिल है। हेड से डिमांड के अनुसार मिल रहे पानी की वजह से नारनौल डिविजन जो कि इस सिस्टम का टेल हेड है, वहां भी डिमांड के अनुसार 300 से 350 क्यूसिक पानी पहुंच रहा है। अन्यथा वहां अक्सर 150 क्यूसिक के आसपास ही पानी मिलता है। जबकि यहीं से राजस्थान बॉर्डर से लगते नांगल चौधरी, गोद बलाहा व अटेली एरिया में पानी पहुंचाया जाता है। भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद नहरी पानी के मामले में इलाके की सूद ली और 40 साल पुराने नहरी सिस्टम के पार्ट्स, मशीन, ट्रांसफार्म, रिपेयरिंग आदि काम पर 143 करोड़ खर्चे। उसकी बदौलत अब अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का प्रयास जारी हैं। उम्मीद है कि साल-2020 में यह सपना पूरी तरह हकीकत में बदल जाएगा।
लंबित वैकेंसी पर काम
नए साल में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग मार्च के अंत तक सॉरी वैकेंसी और लंबित चल रहे मामलों को निपटाने की कोशिश करेगा। हरियाणा सरकार ने भी इस संबंध में दिशानिर्देश दे रखे हैं। गत वर्ष कई प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र के आउट होने के चलते भर्ती प्रक्रिया बाधित रही। साल 2022 में उम्मीद की जा रही है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र के बाहर आने की घटनाओं पर काबू पा लिया जाएगा।
पानीपत : नया बस स्टैंड होगा तैयार
पानीपत की जनता को नव वर्ष पर नए रोडवेज बस स्टैंड की सौगात मिलने जा रही है । नया बस स्टैंड गांव सिवाह की पंचायती भूमि में बनाया गया है और इसके निर्माण पर करीब 9.65 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है । आधुनिक सुविधाओं से युक्त बस स्टैंड के परिसर में 200 बसों की पार्किंग हो सकेगी। वहीं स्टैंड पर 34 बूथ बनाए जाएंगे। बूतों पर 34 बसों में एक साथ यात्री बस में सवार हो सकेंगे।गांव सिवाह में नया रोडवेज बस स्टैंड बनने से पानीपत शहर के अंदर यातायात जाम की समस्या का काफी हद तक हल हो जाएगा और यात्रियों को दिल्ली और चंडीगढ़ वे उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के आवागमन करने में सुविधा हो जाएगी।
रोहतक : नई गोशाला
नए साल में इस बार रोहतक में एक ओर गोशाला शुरू हो जाएगी। सुनारिया रोड पर 5 एकड़ जमीन पर इसका निर्माण होगा। गोशाला के लिए जमीन नगर निगम दे रहा है उसे बनाने का जिम्मा भी नगर निगम का है। वहीं इसे चलाने के लिए समाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि आगे आए हैं। जल्द ही इसकी नींव रख दी जाएगी। निगम द्वारा निशानदेही की जा चुकी है।
गांव की सरकार
हरियाणा में पंचायती चुनाव को लेकर भी ग्रामीण लोगों को उम्मीद नए साल में निकलेंगे लीगल मामले और होंगे पंचायती चुनाव ग्रामीण जनप्रतिनिधियों को चौधर मिलने की उम्मीद है।
पशु पालन से बढ़ेगी आय
हरियाणा का पशुपालन विभाग राज्य में डेयरी उद्योग और कृषि से जुड़े लोगों के लिए कुछ और कल्याणकारी कदम उठाने की रणनीति में जुटा है।
करनाल : पिकनिक स्पॉट
अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट की तर्ज पर करनाल में भी पिकनिक स्पॉट बनने जा रहा है जो कि फरवरी 2022 के अंत तक पूरा हो जाएगा यह। करनाल वासियों के लिए एक बड़ी सौगात होगी। इसके अलावा एक ओवर ब्रिज भी बनेगा जो लिबर्टी रोड से होते हुए हरियाणा नर्सिंग होम तक पूरा होगा। सिटी परियोजना की देखरेख करने वाली कंपनी करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड (केएससीएल) ने कछवा रोड और कैथल रोड के बीच दो किलोमीटर लंबे खंड को पर्यटक के रूप में विकसित करने की योजना तैयार की थी।
यमुनानदी पर ओवरब्रिज
जिले की सीमा पर स्थित यमुनानदी के नगली घाट पर दो प्रदेशो युपी व हरियाणा को जोडने वाले ओवरब्रिज की मांग पूरी होने की उम्मीद है। ओवरब्रिज पर निर्माण कार्य युद्द स्तर पर चल रहा है। निर्माण कार्य पुरा होने पर पुल का शुभारंभ वर्ष 2022 मे शुरु होने की पूरी उम्मीद है। ऊधर, जिले को प्रदेश सरकार से यमुनानगर में ट्रांसपोर्ट नगर बनाये जाने, यमुनानगर से कुरुक्षेत्र व जगाधरी से बन्भोली के पास नेशनल हाइवे तक सड़क मार्ग को सिक्सलेन बनाये जाने की उम्मीद है।
नशे पर लगाम
पंजाब से लगते हरियाणा के कई जिलों सहित पूरे प्रदेश में युवाओं को नशा अपनी गिरफ्त में ले रहा है। नए साल में इस पर लगाम लगाने के लिए 'हरियाणा नारकोटिक्स ब्यूरो' बनाया जाएगा।
अंबाला में हवाई सफर
अंबाला को केंद्र सरकार की तरफ से डोमेस्टिक एयरपोर्ट का बड़ा तोहफा मिला है। सरकार ने एयरपोर्ट की स्थापना को मंजूरी दे दी है। सिविल एविएशन विभाग की तरफ से लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। केंद्र सरकार ने उड़ान योजना के तहत अंबाला कैंट में सिविल यानी डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया है और 2022 में इस पर काम शुरू होने की उम्मीद है। इस साल इस हवाई अड़डे से उड़ान शुरू होने की संभावना है।
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