पिंजोर का HMT ट्रैक्टर प्लांट पांच साल बाद फिर चर्चा में

पिंजोर का HMT ट्रैक्टर प्लांट पांच साल बाद फिर चर्चा में
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एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक विजय बंसल की अगुवाई में एचएमटी के मेन गेट पर फैक्ट्री के प्रभावित कर्मचारियों समेत इलाके के सैकड़ों लोगों ने धरना प्रदर्शन किया।

पंचकूला। एचएमटी पिंजोर के ट्रैक्टर प्लांट को बिना किसी नीति व योजना के बंद करके क्षेत्र के लाखों लोगों की रोटी को छीनने का काम किया था, इसी बाबत 5 साल बीतने के बाद इस दिन को काला दिवस मनाते हुए एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक विजय बंसल की अगुवाई में एचएमटी मेन गेट पर फैक्ट्री के प्रभावित कर्मचारियों समेत इलाके के सैकड़ों लोगों को साथ लेकर धरना प्रदर्शन किया। जिसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन, विधायक कालका प्रदीप चौधरी भी विशेष रूप से कर्मचारियों का समर्थन देने पहुंचे। धरना प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री का पुतला भी नेशनल हाइवे पर फूंका गया।

प्रदर्शन में ट्रैक्टर प्लांट को पुनः शुरू करवाने, नया उद्योग लगाने की मांग प्रमुख थी जिसके दौरान प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संरक्षक विजय बंसल ने इस प्रदर्शन में सभी दलों के स्थानीय नेताओं,कार्यकर्ताओं,सामाजिक संस्थाओं व स्थानीय निवासियों को युवाओं के रोजगार व भविष्य को सुरक्षित करने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस प्रदर्शन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने पर आभार व्यक्त किया।

विजय बंसल ने अपने संबोधन कहा है कि एचएमटी व सरकार की मिलीभगत से पहले एचएमटी को बन्द किया गया,अब सरकार द्वारा जमीन को खुर्द बुर्द करने के लिए अपर्याप्त व गैर संबंधित प्रोजेक्ट्स को लगाने के लिए स्वीकृति दी गई और प्रदेश की जनता के पैसे को बर्बाद करने के लिए व कॉरपोरेट मित्रो को फायदे पहुंचाने के लिए एक सुनियोजित षड्यंत्र रचा गया।एचएमटी को बिना किसी योजना के ही बन्द किया गया जिससे आज लाखो लोग प्रभावित है।इसके साथ ही इस दौरान विजय बंसल ने यह भी बताया कि जब अब एचएमटी परिसर में रह रहे कर्मियों को किराया न देने के लिए निकालने के आदेश दिए गए थे उस पर भी हाईकोर्ट से रोक लगवाने का काम किया गया है।इसके साथ ही सेवानिवृत कर्मियों को भी सम्मान भत्ता व पेंशन दिलवाने के लिए हाईकोर्ट में लड़ाई लड़ी जा रही है।

इसके साथ साथ एचएमटी के कण 150 कर्मचारियों की लड़ाई को भी मजबूती से लड़ा जा रहा है और कोर्ट ने इन कर्मियों को एचएमटी का एम्प्लॉई माना हुआ है।1997 में तत्कालीन केंद्र में भाजपा सरकार व हरियाणा में भाजपा-हविपा गठबंधन की सरकार ने भूपेंद्र सीमेंट कम्पनी को बंद कर दिया था।एसीसी कम्पनी ने अरबो की 122 एकड़ जमीन प्राइवेट बिल्डर्स को बेच दी व जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया। सन 2000 सरकार में औरंगाबाद में तत्कालीन एनडीए सरकार ने एचएमटी प्लांट को बंद करने के आदेश दिए थे जबकि मजबूत नेतृत्व होने के कारण महाराष्ट्र में फैक्ट्री अभी भी चल रही है।

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