Pit Bull का कहर : सास-बहू को किया घायल, लोगों में बना दहशत का माहौल

Pit Bull का कहर : सास-बहू को किया घायल, लोगों में बना दहशत का माहौल
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  • प्रशासनिक स्तर पर विदेशी नस्ल के खूंखार कुत्तों के मालिकों के खिलाफ नहीं की जा रही कार्रवाई
  • पहले भी पिटबुल कुत्ता लोगों को बना चुका है अपना शिकार

Jhajjar : जिले में एक बार फिर पिटबुल कुत्ते का कहर लोगों को परेशान कर रहा है। पिटबुल नस्ल के खूंखार कुत्ते ने बेरी में दो महिलाओं को बुरी तरह से घायल कर दिया। गनीमत रही कि समय रहते इन महिलाओं ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया, जिसके चलते उनकी जान बच पाई। इससे पहले भी जिले भर में कई घटनाएं घटित हो चुकी है। लेकिन फिर भी प्रशासनिक स्तर पर इन खूंखार नस्ल के कुत्तों के मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। इसके चलते लोगों में भय के साथ-साथ संबंधित इकाई के खिलाफ रोष भी बना हुआ है।

पीड़ित महिलाओं की पहचान करीब 72 वर्षीय होशियारी देवी और करीब 38 वर्षीय रेखा देवी के तौर पर की गई है। दोनों रिश्ते में सास-बहू है। घायल महिला रेखा देवी ने बताया कि दोपहर के समय कुत्ता चारपाई के नीचे बैठा हुआ था। इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक राहगीर को देखकर उसने भौंकना शुरू कर दिया। लेकिन जब उसे बांधने का प्रयास किया गया तो वह उत्तेजित हो गया और उसने हमला बोल दिया। जिसके चलते वह घायल हो गई। जब उसकी सास होशियारी देवी ने उसे बचाने का प्रयास किया तो कुत्ते ने उस पर हमला कर घायल कर दिया। गनीमत यह रही कि उन्होंने भाग कर कमरे का दरवाजा बंद कर दिया, नहीं तो कुछ भी हो सकता था। फिलहाल उन्होंने कुत्ते काे किसी फार्म हाऊस में छुड़वा दिया है।

पिटबुल नस्ल के कुत्ते लेकर घूम रहे लोग

उधर, शहर की स्थिति यह है कि लोग पिटबुल जैसी खूंखार नस्ल के कुत्तों को जहां सरेआम लेकर घूम रहे है, वहीं सीताराम गेट क्षेत्र सहित अन्य कॉलोनियों में भी पिटबुल अपने मालिक के घरों के बाहर बिना चैन और मुंह पर मॉस्क पहने बैठे रहते है। जिसके चलते लोग भयभीत है। अभिभावक मोनिका ने बताया कि वह सीताराम गेट क्षेत्र में अपने बच्चों को स्कूल से लेने के लिए गई थी। इसी दौरान एक पिटबुल नस्ल का कुत्ता एकाएक उसके पीछे आ गया। काफी देर तक वह उसके पीछे ही खड़ा रहा। खूंखार कुत्ते को देखकर वह डर गई। गनीमत यह रही कि कुत्ते ने उसे काटा नहीं। प्रतिदिन काफी संख्या में छोटे बच्चे यहां से अपने स्कूल की बसों में चढ़ते है और यह कुत्ता बाहर बैठा रहता है। जिसके चलते डर लगा रहता है। इसके अलावा अन्य अभिभावकों ने यहां पिटबुल कुत्ते को घुमाने के मामले में चिंता जताई।

छावनी मौहल्ला में हो चुका हादसा

आवारा कुत्तों के अलावा पिटबुल नस्ल के कुत्ते के हमले से छावनी मौहल्ला क्षेत्र में एक बच्चा घायल हो चुका है। वहीं सुमन सिटी में भी एक पिटबुल नस्ल के कुत्ते द्वारा एक युवक को काटने का मामले सामने आया था। जिसके चलते शहर के लोगों में इन आवारा और खूंखार नस्ल के कुत्तों के कारण भय बना हुआ है। इसके अलावा अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई मामले सामने आ चुके है। लेकिन प्रशासन इन कुत्तों के मालिकों के खिलाफ आंखें बंद किए हुए बैठा है।

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