शाहबाद में पुलिस व किसान आमने- सामने : धान की सरकारी खरीद शुरू ना होने पर जीटी रोड किया जाम, बेरिकेटस तोड़े

शाहबाद में पुलिस व किसान आमने- सामने : धान की सरकारी खरीद शुरू ना होने पर जीटी रोड किया जाम, बेरिकेटस तोड़े
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गुरनाम सिंह चढूनी ने दो दिन पहले ही शाहबाद रेस्ट हाऊस में बैठक कर ऐलान कर दिया था कि यदि 22 सितंबर तक धान की सरकारी खरीद शुरू नही की गई तो किसान 23 सितंबर को जीटी रोड जाम करेंगे।

हरिभूमि न्यूज : कुरुक्षेत्र/शाहबाद

धान की सरकारी खरीद शुरू नही किए जाने के रोष स्वरुप किसानों ने भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में शाहबाद में जीटी रोड पर जाम लगा दिया। बारिश में भी किसान जीटी रोड पर डटे रहे। किसानों द्वारा सड़क पर जाम लगाने के कारण जीटी रोड पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। ट्रैफिक पुलिस ने यातायात को डायवर्ट किया। गुरनाम सिंह चढूनी ने दो दिन पहले ही शाहबाद रेस्ट हाऊस में बैठक कर ऐलान कर दिया था कि यदि 22 सितंबर तक धान की सरकारी खरीद शुरू नही की गई तो किसान 23 सितंबर को जीटी रोड जाम करेंगे। इसी के चलते शुक्रवार को किसान शाहबाद स्थित ऊधम सिंह मेमोरियल ट्रस्ट में इकट्ठा हुए। किसानों द्वारा जीटी रोड जाम करने के ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन भी अलर्ट रहा। मौक पर एएसपी कर्ण गोयल, डीएसपी गुरमेल सिंह पुलिस दल के साथ मौजूद रहे।


पुलिस ने शाहबाद में बराडा रोड पर बेरिगेट कर दिए। शाहबाद स्थित ऊधम सिंह मेमोरियल ट्रस्ट में पहुंचे एसडीएम कपिल शर्मा ने भाकियू नेता को आश्वासन दिया कि एक-दो दिन में धान की खरीद शुरू कर दी जाएगी लेकिन गुरनाम सिंह चढूनी इसी बात पर अड़े रहे कि धान की खरीद आज से ही शुरू की जाए और प्रति एकड़ 22 क्विंटल धान की खरीद की जो शर्त लगाई गई है उसे भी हटाया जाए। प्रशासन ने गुरनाम सिंह चढूनी से एक घंटा तक का समय मांगा लेकिन जब दोपहर एक बजे तक भी मांगे नही मानी गई तो किसान भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में जीटी रोड की ओर चल दिए। रास्ते में पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेटस पर पुलिस व किसान आमने-सामने आ गए। पुलिस ने किसानों को रोकने का भरसक प्रयास किया। बावजूद इसके किसान बेरिकेटस तोड़ते हुए जीटी रोड की तरफ बढ़ गए और जीटी रोड जाम कर दिया।

भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढूनी ने कहा कि मंडिया धान से भरी पड़ी हैं किंतु सरकार ने अभी तक खरीद शुरू नही की है और सरकार 1 अक्तूबर से खरीद शुरू करने का दावा कर रही है जबकि ये दशकों पहले की परंपरा रही है जबकि आजकल धान की ऐसी भी वैरायटी है जो सितम्बर माह में ही पककर तैयार हो जाती है। एक और तो सरकार खुद कहती है कि किसान 15 जून के धान की रोपाई शुरू करे और सरकार द्वारा ही प्रमाणित बीज 90 दिन में पककर को तैयार हो जाता है फिर सरकार खरीद समय पर क्यों नही करती। वहीं दूसरी और किसान को कुदरत की मार भी पड़ रही है और दो दिन से हो रही बेमौसमी बरसात के कारण मंडियो में खुले आसमान के नीचे पड़ा धान खराब हो रहा है और जो धान पककर तैयार है वो खरीद शुरू ना होने के कारण खेत में खराब हो रहा है। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जब तक धान की खरीद शुरू नही की जाती तब तक वे जाम नही खोलेंगे।




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