पुलिस परीक्षा लीक मामला : एक करोड़ में हुई थी ऑसर-की की डील, आगे 12 से 18 लाख में दी गई, हुए कई खुलासे

हरिभूमि न्यूज. कैथल
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ( Hssc ) द्वारा 7 अगस्त को प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजत कांस्टेबल परीक्षा लीक मामले में पुलिस गंभीरता से आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुटी है। सीआईए-1 पुलिस ने मामले में अब सात और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि पुलिस इससे पूर्व छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने सभी को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने छह आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड तथा एक को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
आरोपी रमेश द्वारा ऑसर-की प्राप्त करने वाले सात आरोपी
कैथल के एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि जांच के दौरान सीआईए-2 प्रभारी इंस्पेक्टर सोमबीर सिंह की टीम द्वारा करीब उचाना जिला जींद निवासी दो आरोपी, तारखा जिला जींद निवासी एक आरोपी, दरोली खेड़ा जिला जींद निवासी आरोपी, गांव थुआ जिला जींद निवासी 2 आरोपी तथा गांव सेगा निवासी आरोपी सहित 7 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। उक्त सभी आरोपियों को रमेश द्वारा ऑसर-की उपलब्ध करवाई गई थी। जो 4 आरोपियों का स्वयं का पेपर था जबकि एक आरोपी ने अपने साली के लड़के, दूसरे ने काका के लड़के व साले के लिए तथा तीसरे आरोपी द्वारा अपने पुत्र के लिए आन्सवर की प्राप्त की थी। सभी सातों आरोपी सोमवार को न्यायालय में पेश किए गए। जहां से तारखा निवासी आरोपी को न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि शेष 6 आरोपियों का वारदात में प्रयुक्त मोबाइल फोन की बरामदगी सहित अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए 3 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।
इससे पूर्व यूं दिया था कार्रवाई को अंजाम
कैथल सीआईए-1 प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम हरियाणा पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा डयूटी के संदर्भ में 7 अगस्त की सुबह गश्त दौरान पेहवा चौक कैथल के पास मौजूद थी। पुलिस को जानकारी मिली की माता गेट कैथल के पास एक गाड़ी में तीन युवक मौजूद हैं जिनके पास हरियाणा पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा की ऑसर-की है तथा वे पेपर लीक करवा रहे हैं। पुलिस द्वारा तत्पर कार्रवाई करते हुए माता गेट कैथल के नजदीक से गाड़ी में बैठे करीब 33 वर्षीय संदीप व करीब 25 वर्षीय गौतम दोनों निवासी खापड़ जिला जींद तथा करीब 27 वर्षीय नवीन निवासी प्यौदा को ऑसर-की सहित गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान युवकों के कब्जे से हरियाणा पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा की ऑसर-की बरामद हुई।
पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ थाना शहर में मामला दर्ज करके आगामी जांच दौरान उनके गिरोह से जुडे़ गांव थुआ निवासी करीब 42 वर्षीय आरोपी रमेश को कैथल से तथा गांव किच्छाना निवासी करीब 26 वर्षीय राजेश को अंबाला से गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपी रमेश कैथल में बाला जी कोचिंग सैंटर चलाता है। आरोपियों से पूछताछ उपरांत उनके गिरोह से जुडे 6वें सदस्य करीब 31 वर्षीय नरेंद्र निवासी हिसार को भी 7 अगस्त की रात सिरसा से गिरफ्तार कर लिया गया।
नरेंद्र द्वारा 1 करोड़ रुपये में डील करके ऑसर-की प्राप्त की गई थी
जांच में सामने आया कि आरोपी नरेंद्र द्वारा रमेश को 6 अगस्त की रात ही ऑसर-की उपलब्ध करवाई गई थी। नरेंद्र द्वारा 1 करोड़ रुपये में डील करके ऑसर-की प्राप्त की गई थी। जो रमेश व उसके अन्य साथियों द्वारा 12 से 18 लाख रुपये में आगे उनको उपलब्ध करवाई गई उनके साथ बात तय की हुई थी। सभी 6 आरोपी रविवार को न्यायालय में पेश कर दिए गए, जहां से 3 आरोपी न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए, जबकि आरोपी रमेश, संदीप तथा नरेंद्र का गिरोह से जुडे अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी सहित व्यापक पूछताछ के लिए 9 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।
ऑसर-की कहां से लीक हुई
जांच के दौरान यह सामने आया है कि गिरोह के सदस्यों द्वारा परीक्षा देने वाले कुछ युवकों को वाट्सएप के माध्यम से जबकि कुछ को बाई हैंड ऑसर-की उपलब्ध करवाई गई थी। उनके द्वारा कैंडिडेटस से ऑसर-की सही होने पर बाद में पैसे देने की बात तय की हुई थी, जबकि कुछ युवकों से एडवांस के तौर पर चेक भी लिए हुए थे। ऑसर-की कहां से लीक हुई, तथा उक्त आरोपियों के पास कहां से पहुंची इस बारे पुलिस द्वारा आगामी जांच दौरान गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है।
पुलिस के हाथ सरगना से दूर
भले ही मामले में पुलिस मामले में सरगर्मी से तलाश करते हुए अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ नटवरलाल सरगना नहीं लगा है। पुलिस की सूई अब तक केवल आन्सवर की प्राप्त करने वालों तक पहुंची लेकिन इन आरोपियों तक ऑसर-की देने वाला कौन है ? एक दिन पूर्व पेपर कहां से लीक हुआ? इस पेपर को लीक करने वाला कौन है? ऐसे कई सवाल जनता के जहन में हैं जिनका जवाब का अभी तक इंतजार है।
हिसार : चार आरोपित जेल भेजे
उकलाना मंडी। पुलिस ने भर्ती पेपर लीक मामले में पुलिस ने अंकित सोढी, संजय दहिया, अमित कुमार सोढी, सतनाम सोढी को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी रोहताश ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन पर लोन की देनदारी थी इसलिए ठगी करने का प्लान बनाया था। जानकारी के अनुसार अंकित सोढी ने पूछताछ में बताया कि उसकी बुआ का लड़का संजय दहिया लोगों से रुपये लेकर आन्सर शीट बदलवाकर पेपर पास करवाता है। उसके कहने पर अपना मोबाइल नंबर व्ह्टसअप ग्रुप पर डाला था और जो मेरे पास पेपर करवाने के लिए फोन करते थे फिर मैं उन्हें संजय दहिया के पास भेजता था। पूछताछ में संजय दहिया ने बताया कि कालका पंचकूला में सतनाम सोढी ने अपने कुछ रिश्तेदारों को बताया कि हम पुलिस भर्ती पेपर के बाद आपको पास करवा देंगे, आप अंगूठे के निशान दें दो। जो हम स्कैन करवा देंगे। जिसके बदले में हमने 30 हजार रुपये की डिमांड की थी। मैंने पांच सात लोगों से संपर्क किया था और गांव लितानी के रवि से 25 हजार रुपये लिए थे जो सतनाम को दे दिए थे। पूछताछ के दौरान अमित ने बताया हमने सतनाम तथा संजय के साथ मिलकर प्लान बनाया था कि हम लोगों से पुलिस सिपाही भर्ती का पेपर करवाने के लिए पैसे लें। हमने लोगों को बतलाया कि पहले प्रिंगर पिं्रट बनाने के 30 हजार रुपये लगेंगे और फिर फ्रिंगर प्रिंट फर्जी सीटों पर लगवा देगें।
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