गरीब बच्चों को पसंद के प्राइवेट स्कूलों में मिलेगा दाखिला, सरकार करेगी फीस का भुगतान

हरिभूमि न्यूज : अंबाला
गरीब परिवारों के बच्चे भी अब पसंद के प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने ऐसे बच्चों के लिए नया रास्ता खोला है। इन बच्चों की फीस खुद विभाग की ओर से भुगतान की जाएगी। इसी वजह से अब सभी प्राइवेट स्कूलों को अपने यहां खाली सीटों की संख्या शिक्षा विभाग के पोर्टल पर 30 अप्रैल तक देने के आदेश दिए गए हैं। हालांकि विभाग की ओर से किसी भी प्राइवेट स्कूल को जबरन एडमिशन के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। शिक्षा अधिकारियों की मानें तो इस नीति से गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाले बच्चों का बेहतर स्कूल में पढ़ने का सपना साकार होगा।
कक्षा 2 से 12 तक मिलेगा दाखिला
नई नीति के साथ गरीब बच्चों को पसंद के प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 2 से 12वीं तक पढ़ने का मौका मिलेगा। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से हर बच्चे की फीस का भुगतान किया जाएगा। अभी सरकार की ओर से कक्षा 2 से 5 तक के लिए 500 रुपये प्रति माह, कक्षा छह से 8 तक प्रति माह 800 रुपये व कक्षा 9 से 12 तक प्रति माह 1100 रुपये का भुगतान करेगी। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से सभी प्राइवेट स्कूलों को सरकार की नई गाइडलाइन से अवगत करवा दिया गया है। इसी आधार पर सभी स्कूल प्रबंधकों को तुरंत खाली सीटों की जानकारी पोर्टल पर देने के आदेश दिए गए हैं। 30 अप्रैल के बाद ही प्राइवेट स्कूलों में फिर से गरीब बच्चों के लिए दाखिले शुरू हो जाएंगे।
बड़े स्कूलों में नहीं मिल पाएगा दाखिला
राज्य सरकार की ओर से गरीब छात्रों के लिए कक्षा 2 से 12वीं तक जो फीस तय की गई है वह बेहद कम है। ऐसे में गरीब बच्चे टॉप के प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ पाएंगे। इस फीस से कुछ गिने चुने स्कूलों में ही दाखिला मिल जाएगा। ज्यादातर प्राइवेट स्कूल सरकार की इस नीति से खुश नहीं हैं हालांकि ऐसे स्कूलों के लिए एडमिशन की कोई बध्यता भी तय नहीं है। इसी वजह से ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों का इस ओर ध्यान नहीं है। माना जा रहा है कि ये स्कूल पोर्टल पर खाली सीटों की जानकारी भी नहीं उपलब्ध करवाएंगे।
हर कक्षा के लिए फीस तय
यह बिल्कुल सही है कि गरीब बच्चों के लिए सरकार फिर से प्राइवेट स्कूलों के दरवाजे खोलने जा रही है। 134 ए खत्म होने के बाद ज्यादातर परिजन बेहद परेशान थे। खासकर वे बच्चे बेहद असमंजस में थे जोकि अब तक 134 ए के तहत प्राइवेट स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। अब ऐसे छात्रों को प्राइवेट स्कूल में दाखिला मिल पाएगा। उसकी फीस खुद सरकार भरेगी। हर कक्षा के लिए फीस भी तय कर दी गई है। - सुधीर कालड़ा, डीपीसी, शिक्षा विभाग, अंबाला
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