हरियाणा में बिजली संकट : मंत्री रणजीत बोले- दिल्ली से हरियाणा में इंडस्ट्री शिफ्ट करने पर बढ़ी डिमांड, इतने दिन में मिलेगी राहत

हरिभूमि न्यूज : फतेहाबाद
हरियाणा में बिजली संकट पर बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा अडाणी से बिजली खरीद को लेकर बातचीत चल रही है। जहां से सस्ती बिजली मिलेगी, वहां से बिजली खरीदी जाएगी। अगले 3-4 दिन में 1400 मैगावाट अतिरिक्त बिजली की सप्लाई हरियाणा को मिलनी शुरू हो जाएगी। रणजीत सिंह वीरवार को कष्ट निवारण समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दो साल कोविड था। इससे पहले प्रदेश में 24 घंटे बिजली दी जा रही थी। दिल्ली से इंडस्ट्री हरियाणा में शिफ्ट कर गई। गुडगांव, फरीदाबाद, पलवल व एनसीआर में बिजली की खपत बढ़ गई। यहां पर 2 हजार मेगावाट की डिमांड बढ़ने से लोड बढ़ गया। इसके अलावा पिछले 15 सालों की अपेक्षा इस बार तापमान सबसे ज्यादा है। इसके बावजूद हमने बुधवार को पिछले वर्ष की बजाय 17 फीसदी बिजली की आपूर्ति ज्यादा दी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय पुल से हमें 706 मेगावाट बिजली मिलती थी। इसे लेकर दिल्ली सरकार ने हाइकोर्ट में याचिका लगा दी और यह बिजली मिलनी बंद हो गई। खेदड़ पॉवर प्लांट में 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था। पार्ट्स की कमी के चलते उत्पादन बंद हो गया। चाइना में लॉकडाउन लगा है। जैसे ही लॉकडाउन खुलेगा, यह पार्ट्स हमें मिल जाएंगे और यहां भी बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा।
रणजीत सिंह ने कहा कि हमें 7600 हजार मेगावाट बिजली की आवश्यकता है। 7000 मेगावाट बिजली सप्लाई दी जा रही है। 500-600 मेगावाट ऊपर-नीचे होती रहती है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। बिजली मंत्री ने कहा कि सर्दियों में जब बिजली की कमी आवश्यकता होती है तो हम यह बिजली केरल, तमिलनाडू को दे देते हैं जबकि वहां मानसून आने पर हम वहां से बिजली वापस ले लेते हैं। इस बार 15 दिन जल्द गर्मी पड़ने से बिजली संकट हुआ है। 2-4 दिन में प्रदेश में बिजली संकट का समाधान कर दिया जाएगा।
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