Dental Care Tips : मुंह को बीमारियों का प्रवेश द्वार बनने से रोकें, पढ़ें यह जरूरी जानकारी

Dental Care Tips : मुंह को बीमारियों का प्रवेश द्वार बनने से रोकें, पढ़ें यह जरूरी जानकारी
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अक्सर दांत-मसूड़ों में होने वाले हल्के दर्द और दुर्गंध को लोग अनदेखा कर देते हैं। बाद में यह छोटी समस्या विकराल रूप ले लेती है। मुंह हमारे शरीर का प्रवेश द्वार है। मुंह यानी दांत-मसूड़े खराब होंगे तो दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित करेंगे।

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़

दिनों दिन दांतों व मसूड़ों के रोगी बढ़ते जा रहे हैं। खराब खान-पान व मुंह की सफाई को लेकर बरते जाने वाली लापरवाही कहीं हद तक इसके लिए जिम्मेदार है। दंत चिकित्सकों की मानें तो दांत-मसूड़ों की समस्याएं हमारे शरीर के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित करती हैं। इसलिए लोग जागरूकता दिखाएं और अपने मुंह को बीमारियो का प्रवेश द्वार बनने से रोकें।

दंत चिकित्सक डॉ. श्वेता शर्मा ने बताया कि मुंह की अच्छी सेहत हमारे पूरे शरीर के स्वास्थ्य के बारे में संकेत देती है। मुंह की समस्याएं हमारे शरीर के बाकी हिस्सों को प्रभावित करती हैं। अक्सर दांत-मसूड़ों में होने वाले हल्के दर्द और दुर्गंध को लोग अनदेखा कर देते हैं। बाद में यह छोटी समस्या विकराल रूप ले लेती है। मुंह हमारे शरीर का प्रवेश द्वार है। मुंह यानी दांत-मसूड़े खराब होंगे तो दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित करेंगे।

अध्ययनों से पता चला है कि ओरल बैक्टीरिया और गम डिसीज (पीरियोडोंटाइटिस) के गंभीर रूप से जुड़ी सूजन कई बीमारियों को जन्म दे सकती हैं। इसलिए ध्यान रखने की जरूरत है। मुंह की स्वच्छता का ख्याल रखें और हेल्दी भोजन लें। हो सकते तो तीन महीने में टूथब्रश बदल लें, धूम्रपान व बाहरी खाने से परहेज करें। दिन में दो बार ब्रश करनी चाहिए। जीभ की सफाई भी आवश्यक है। रात के समय फ्लोस का इस्तेमाल करें। सोडा तथा अधिक चीनी युक्त भोजन का सेवन कम करें। साल-छह महीने में डेंटिस्ट से सलाह लेकर सफाई करानी चाहिए। फास्ट फूड, कैंडी, चॉकलेट के सेवन व जरूरी तत्वों की कमी के कारण बच्चों के दूध के दांत समय से पहले गिर रहे हैं। बच्चों के दांतों या मसूड़ों मंे दर्द हो तो उन्हें दंत चिकित्सक के पास जरूर ले जाएं।

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