हरियाणा में ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे निजी अस्पताल

हरियाणा में ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे निजी अस्पताल
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निजी अस्पताल के संचालक प्रदेश के आला-अफसरों, राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री से संपर्क कर लगातार अपडेट भी दे रहे हैं। पूरे मामले में गंभीर स्वास्थ्य मंत्री भी इस दिशा में रात दिन सारी व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं।

Haribhoomi News : हरियाणा के निजी अस्पताल भी आक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे हैं, खासतौर पर एनसीआर के आसपास स्थित जिलों में खासी दिक्कत आ रही हैं। इस कारण से निजी अस्पताल के संचालक प्रदेश के आला-अफसरों, राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री से संपर्क कर लगातार अपडेट भी दे रहे हैं। पूरे मामले में गंभीर स्वास्थ्य मंत्री भी इस दिशा में रात दिन सारी व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं।

बताया जा रहा है कि केंद्रीय पूल से हरियाणा को आक्सीजन कम मिली है। दिल्ली को आक्सजीन की सप्लाई भी राज्य के लिए कईं तरह की चुनौती बनी हुई है। प्रदेश में ऑक्सीजन के आंकड़ों और हालात पर गौर करें, तो दिल्ली भी हरियाणा से ऑक्सीजन की लगातार मांग कर रहा है। राज्य की ओऱ से करीब 140 एमटी ऑक्सीजन हरियाणा को दिल्ली को भेजनी है। हरियाणा को केंद्रीय पूल से मात्र 170 मीट्रिक टन आक्सीजन की मंजूरी मिली है, जिसमें भी कम मिल रही है। यह भी बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात को पानीपत प्लांट से दिल्ली को 140 मीट्रिक टन आक्सीजन भेजी जानी तय थी लेकिन दिल्ली से आए अधिकारियों व कर्मियों ने प्लांट से 171 मीट्रिक टन आक्सीजन भर ली थी।

मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिल्ली सरकार द्वारा लगातार मामले में सियासत को गलत ठहराते हुए कहा कि यह वक्त सियासत चमकाने का नहीं है। बल्कि महामारी और संकट के दौर में उन्हें बहुत ही संभलकर बयानजारी करनी चाहिए। राज्य की ओर से भरपूर सहयोग दिया जा रहा है और पीएम ने भी उन्हें नसीहत दी है। इतना ही नहीं आला अफसरों ने मंत्री से विचार मंथन के बाद में रेमडेसीवर के लिए जिलों में बनाई मानीटरिंग कमेटी अब सभी जिलों पर नजर रखेगी। रेडमेसीवर इंजेक्शन की उपलब्धता और मरीजों को देने के बारे में जिला स्तर पर भी मानीटरिंग कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी में सभी जिलों से दो तीन डाक्टरों को शामिल किया गया है जो अपने-अपने जिले में जरूरत के हिसाब से वैक्सीन दिलाने के लिए रणनीति बनाकर काम करेंगे।

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