जान जोखिम डालकर कर रहे हैं लोगों की सुरक्षा : वर्षों पुराने भवन में चल रहा सीआईए थाना, कभी भी हो सकता है हादसा

महेश कुमार यादव : महेंद्रगढ़
जिस सीआईए पुलिस के लोगों की सुरक्षा का जिम्मा है, उन्हें खुद अपनी जान बना खतरा है। आज भी सीआईए थाना वर्षों पुराने भवन में चल रहा है। सीआईए कर्मचारी अपनी जान जोखिम में ड़ालकर लोगों की सुरक्षा कर रहे है।
जुलाई माह में महेंद्रगढ़ शहर में सीआईए थाना का दर्जा दिया गया है। इससे पहले यहां स्पेशल स्टॉफ का कार्यालय होता था। सीआईए पुलिस को वर्षों पुराने इस जर्जर भवन में ही रहना पड़ रहा है। शहर के पुराने लोगों की माने तो एसडीएम निवास के पास स्थित सीआईए थाना करीब 50 साल से देखते आ रहे है। इसी भवन में सीआईए पुलिस के कर्मचारियों के ठहरने का ठिकाना बनाया हुआ है। सीआईए भवन हालत इतनी खस्ता हो गई है कि कर्मचारी को साथ थाना में जाने वाले लोगों को डर बना रहता है। बारिश के मौसम में भवन से पानी गिरता है। सीआईए कर्मचारी रिकार्ड़ व लैपटाप सहित अन्य सामान यहां से वहां रखते फिरते हैं। वहीं बारिश के मौसम में थाने की लेवल नीचा होने के कारण अनाजमंडी को पूरा पानी थाने में भर जाता है।
नहीं है कोई सुध लेने वाला
जिला में पुलिसवालों की समस्याओं की सुध लेने वाला कोई नहीं है। अपराधी के पकड़े जाने पर या दिन रात लोगों की सुरक्षा कानून व्यवस्था में मुस्तैद रहने वाले पुलिस वालों का तो हाल चाल लेना मुनासिब समझता है। चाहे फिर खुद पुलिस विभाग हो या फिर सिविल प्रशासन। इनके उदासीन और शिथिल कार्यशैली के कारण आज तक सीआईए को अपना भवन नहीं मिल पाया है। सीआईए थाना जर्जर भवन में संचालित है। थाने की छत जर्जर होकर गिर रहीं है। कई जगह छत पर लगी बली भी टूट चुकी है। इसी जर्जर छत के नीचे सीआईए पुलिस रहने को मजबूर है। बारिश होने पर छत से पानी का रिसाव शुरू हो जाता है। जिसके चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं सभी रूम की फर्श भी पूरी तरह से टूट चुके है।
लॉकअप रूम तक नहीं
सीआईए थाना में करीब 15 कर्मचारी तैनात किए गए है। 15 कर्मचारियों को रहने के लिए तीन रूम जर्जर रूम मिले ही हुए है। कई बार कर्मचारियों की तीन रूम में ठहरना होता है, साथ ही अपना सारा सामान भी रखना होता है। वहीं थाने में लॉकअप रूम तक नहीं है। सीआईए द्वारा पकड़कर लाए जाने वाले आरोपियों को बिना लॉकअप के हीं रखना पड़ता है।
भवन जल्द रिपेयर होंगा
एएसपी सिद्धांत जैन ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में है। भवन की रिपेयरिंग को लेकर बात चल रहीं है। इसको जल्द की रिपेयर कराया जाएगा।
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