अंबाला में विरोध : किसानों ने रेत की तरह ढहाए पुलिस के बंदोबस्त, शिक्षा मंत्री को रद करनी पड़ी मीटिंग, देखें तस्वीरें

अंबाला में विरोध : किसानों ने रेत की तरह ढहाए पुलिस के बंदोबस्त, शिक्षा मंत्री को रद करनी पड़ी मीटिंग, देखें तस्वीरें
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एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाने के लिए तोड़े बैरिकेड, फिर खुद ट्रैक्टर लेकर घुसे किसान, पुलिस के साथ हुई झड़प, किसानों का आरोप पुलिस ने किया लाठीचार्ज।

हरिभूमि न्यूज. अंबाला

पुलिस के लाख बंदोबस्त फिर रेत की तरह ढह गए। पुलिस के तमाम बैरिकेड तोड़कर किसान पंचायत भवन तक पहुंच गए। इसी वजह से जिला कष्ट निवारण समिति की मीटिंग रद्द करनी पड़ी। डीसी विक्रम सिंह को शिक्षामंत्री कंवरपाल की गैरहाजिरी में शिकायतें सुननी पड़ी।शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर खुद समिति की मीटिंग में आने वाले थे। इस दौरान पुलिस व किसानों के बीच झड़प भी हुई। कई किसानों ने पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया। किसानों के विरोध की वजह से पुलिस को शहर की कई मुख्य सड़कें बंद करनी पड़ी। इसी वजह से दिनभर राहगीर सड़कों पर लगे जाम में फंसे रहे।

एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए तोड़े बैरिकेड

सोमवार को शिक्षामंत्री कंवरपाल कंवरपाल गुर्जर पंचायत भवन में प्रस्तावित जिला कष्ट निवारण समिति की मीटिंग में आने वाले थे। उधर तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को इसकी भनक लग गई। तभी शिक्षामंत्री कंवरपाल के विरोध रणनीति बनाई गई। सुबह ही इसके लिए भारी संख्या में किसान एकजुट हो गए थे। किसानों को बैरिकेड तोड़ने का मौका तब मिला जब एक सरकारी एम्बुलेंस को जाने का रास्ता नहीं मिला। रास्ता बनाने के लिए किसानों ने पुलिस के बैरिकेड को तोड़ दिया। एम्बुलेंस के पीछे ही किसान भी ट्रैक्टर व दूसरे वाहनों पर सवार होकर पंचायत भवन तक पहुंच गए। दीवार फांदकर कई किसान तो अंदर तक पहुंच गए थे। पुलिस ने इन किसानों को रोकने के हर संभव प्रयास किए लेकिन कामयाबी नहीं मिली।


पॉलीटेक्निक से अग्रसेन चौक तक बेरिकेडिंग

किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने शहर के पॉलीटेक्निक चौक् से अग्रसेन चौक तक कई लेयर की बैरिकेडिंग की थी। करीब आधा किलोमीटर लंबी इस सड़क को आम जनता के लिए बंद कर दिया था। पर किसान इन बंदोबस्तों को तोड़कर पचांयत भवन तक पहुंच गए।

हम पर लाठीचार्ज किया गया

किसान नेता जय सिंह जलबेहड़ा ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। खुद पुलिस ने उस पर लाठी के कई वार किए जिसके कारण उसका हाथ व टांग जख्मी हो गई है। किसान अमरजीत सिंह मोहड़ी ने कहा कि तीन कृषि कानूनों का तब तक विरोध होता रहेगा जब तक सरकार इन्हें रद्द नहीं करती।

फिर डीसी को सुननी पड़ी शिकायतें

किसानों के विरोध की वजह से शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर जिला कष्ट निवारण समिति की मीटिंग की अध्यक्षता करने नहीं आए। इसके बाद डीसी विक्रम सिंह को खुद लोगों की शिकायतें सुननी पड़ी। पुलिस रेस्ट हाउस मीटिंग आयोजित की गई। डीसी ने मौके पर सभी शिकायतों का निपटान होने की बात कही है।




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